- अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के योग विज्ञान विभाग व राष्ट्रीय सेवा योजना एवं अंतर विश्वविद्यालय केंद्र योग विज्ञान बेंगलुरु के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अष्टांग योग के आठ प्रहर के आभासी द्वितीय सत्र का दिनांक 3/08/2023 को प्रारंभ दोपहर 3:00 बजे हुआ कार्यक्रम की शुरुआत में योग विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष श्री गौरव साहू ने माननीय अतिथियों के स्वागत भाषण एवं अभिनंदन द्वारा किया, कार्यक्रम का संचालन श्री सत्यम तिवारी व्याख्याता योग विज्ञान विभाग ने किया कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रोफेसर जीडी शर्मा अध्यक्ष योग विज्ञान विभाग हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला रहे उन्होंने अष्टांग योग में नियम के विषय में चर्चा की उन्होंने नियम के अंतर्गत शौच संतोष तप स्वाध्याय ईश्वर प्राणिधान के विषय में विस्तार से बतलाया उन्होंने बतलाया ईश्वर प्राणिधान भक्ति का ही एक रूप है इससे सीधे समाधि की अवस्था प्राप्त की जा सकती है
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर उपेंद्र कुमार त्रिपाठी समन्वयक वेद विज्ञान केंद्र बनारस हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी उत्तरप्रदेश रहे उन्होंने नियम के विषय में बतलाते हुए कहा कि यह अष्टांग योग का सर्वोपरि अंग है इसके द्वारा शारीरिक और मानसिक शुद्धि की अवस्था प्राप्त की जा सकती है कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति आचार्य एडीएन वाजपेई सर ने बतलाया की अष्टांग योग एक चक्र के समान है हमे प्रहरो में 8 अंगो का अभ्यास करना चाहिए , यह आठ प्रहर अष्ट सिद्धियों का प्रतीक है अष्टांग योग के अभ्यास से अष्ट सिद्धियों की प्राप्ति भी की जा सकती है , कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद यापन एवं आभार प्रदर्शन योग विज्ञान विभाग की योग अनुदेशक सुश्री मोनिका पाठक ने किया
कार्यक्रम में कार्यक्रम के संयोजक एवं विश्वविद्यालय के श्री शैलेंद्र दुबे माननीय कुलसचिव , श्री मनोज सिन्हा कार्यक्रम समन्वयक राष्ट्रीय सेवा योजना , श्री विकास शर्मा श्री गोविंद कैवर्त एवं विश्व विद्यालय शिक्षण विभाग के प्राध्यापक एवम बड़ी संख्या में देश के अन्य राज्यों से भी प्राध्यापक एवं विद्यार्थी जुड़े
