बिलासपुर –22 मार्च को सड़क हादसे में सीयू के मैकेनिकल इंजीनियरिंग की छात्र शैलजा सिंह की मृत्यु हो गई और छात्र सल्फर गंभीर रूप से घायल हो गया था इस पूरे घटनाक्रम में विश्वविद्यालय प्रबंधन का उदासीन रवैया रहा परिजनों को सही समय पर खबर नहीं करना एवं छात्र छात्राओं की सुरक्षा में लापरवाही बरतना इन


सभी मांगों के साथ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने विश्वविद्यालय परिसर में ही मुर्दाबाद के नारे लगाए और यूजीसी चेयरमैन, शिक्षा मंत्री भारत सरकार और गृहमंत्री छत्तीसगढ़ शासन को ज्ञापन सौंप कर शीघ्र और उचित कार्यवाही की मांग की परंतु हद तो तब हो गई जब छात्र छात्राओं ने विश्वविद्यालय प्रबंधन से बात करनी चाही तो कोई भी सामने नहीं आया और न ही किसी ने छात्र छात्राओं से बात की सीयू के छात्र सुबह से शाम तक इस बात का इंतजार करते रहे कि कोई उनसे मिलने या बात करने आयेगा जब ऐसा नहीं हुआ तो सभी छात्र छात्राओं ने कुलपति और कुलसचिव को लापता मानकर उन्हें मशाल और टार्च लेकर ढूंढने निकले कुलपति और कुलसचिव को ढूंढने का सिलसिला प्रशासनिक भवन से शुरू होकर इंजीनियरिंग तक चला बहरहाल आगे देखना होगा कि विश्वविद्यालय प्रबंधन कब तक इसको टालता है और आगे छात्र छात्राएं क्या कदम उठाते है

