सिरगिट्टी के स्वास्थ्य केंद्र में दवा और स्टाफ की कमी , मरीज होते परेशान  , डॉ रहते हैं नदारत

सिरगिट्टी के स्वास्थ्य केंद्र दवा और स्टाफ की कमी है, मरीज परेशान होते है , दो डॉक्टर है लेकिन एक आता है दूसरे को जनता का इलाज करने के लिए रखना चाहिए लेकिन स्वास्थ्य विभाग दूसरे को हाईकोर्ट भेज देता है, जनता परेशान होते रहती है , पार्षद ने कलेक्टर और सी एम ओ को पत्र लिख दवा और स्टाफ के साथ डॉक्टर की मांग की है , शासन के मंत्री अधिकारियों रोज समीक्षा करते है, करते है लेकिन ये सब कागजी दिखती है सिरगिट्टी स्वास्थ केंद्र में अव्यवस्था,, सिम्स में गलत इंजेक्श से गर्भपात हो जाता है , मंत्री को पता नहीं , स्वास्थ केंद्र में डॉक्टर नहीं मंत्री को पता नहीं , ये बात उस विधानसभा की है जहां पीएम आए 33 हजार करोड़ से ज्यादा का विकास कार्य का लोकार्पण कार्यक्रम किया । लेकिन स्वास्थ्य केंद्र में एक डॉक्टर और स्टाफ दवा नहीं दिया , स्वास्थ मंत्री को अपने विभाग की जानकारी नहीं है , सिम्स में। गलत इंजेक्शन से गर्भपात हो गया स्वास्थ्य मंत्री को जानकारी नहीं है।*सिरगिट्टी शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मूलभूत सुविधाओं की कमी डेढ़ साल पहले शहरी स्वास्थ्य केंद्र की सौगात मिली मगर अभी तक शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य के हिसाब से अब तक मूलभूत सुविधा नहीं मिल पाई है । स्वास्थ्य केंद्र में *दवाइयों की कमी* इंजेक्शन के सिरिंज तक की कमी एंटी रेबीज़ के टीके नहीं यहां दो डॉक्टर होने चाहिए मगर एक डॉक्टर की ड्यूटी या तो बिल्हा या हाई कोर्ट में अटैच किए हुए है । स्वास्थ्य केंद्र मे महिला डॉक्टर नहीं होने से गर्भवती महिलाओं और बीमार महिलाओं का ईलाज नहीं हो पाता ।

जिसके लिए कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र लिख कर अवगत कराया ।