
छत्तीसगढ़ ! रेत माफियाओं और भूमाफियाओं का आतंक दिनों दिन बढ़ता जा रहा है
अभी हाल ही में बिलासपुर जिले के कोटा क्षेत्र के लमेर में गोली चलने की घटना सामने आई थी जिसमें एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था
ताजा मामला बलरामपुर जिले का है जहां अवैध रेत उत्खनन रोकने के प्रयास में ड्यूटी पर तैनात आरक्षक शिवबचन सिंह की जान चली गई। यह घटना रविवार की रात करीब 11 बजे सनावल थाना क्षेत्र के ग्राम लिबरा में घटित हुई, जहां अवैध रेत से भरे ट्रैक्टर को रोकने की कोशिश में आरक्षक को ट्रैक्टर से टक्कर मार दिया गया। गंभीर रूप से घायल आरक्षक को अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई

रविवार रात लगभग 11 बजे वन विभाग को सनावल क्षेत्र के ग्राम कुशफर के समीप वन भूमि पर अवैध अतिक्रमण की सूचना मिली थी। इस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए वन विभाग की टीम के साथ सनावल थाना के चार आरक्षक मौके पर रवाना हुए। मौके पर पहुंचकर विभागीय अधिकारियों ने अतिक्रमण के विरुद्ध पंचनामा तैयार कर कार्रवाई की।
ट्रैक्टर को रोकने की कोशिश की
आरक्षक शिवबचन सिंह (43) ने एक ट्रैक्टर को रोकने का प्रयास किया, लेकिन चालक ने रुकने के बजाय तेजी से ट्रैक्टर बढ़ाते हुए उन्हें जोरदार टक्कर मार दी और फरार हो गया। ट्रैक्टर की चपेट में आने से आरक्षक गंभीर रूप से घायल हो गए।
अस्पताल ले जाते वक्त हो गई मौत
ट्रैक्टर ड्राइवर की पहचान करने की कोशिश
थाना प्रभारी दिव्यकांत पांडेय ने जानकारी देते हुए बताया कि वन विभाग की टीम के साथ रात में अवैध अतिक्रमण और रेत खनन पर कार्रवाई की जा रही थी। इसी दौरान यह दुखद घटना घटित हुई पुलिस प्रशासन द्वारा ट्रैक्टर चालक की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है।
जो कि नदी से रेत निकालकर झारखंड ले जा रहे थे
