कच्चा प्लॉट खरीदने वाले हो जाएं सावधान, वरना उठाना पड़ सकता है बड़ा नुकसान (एक विस्तृत रिपोर्ट)

आजकल शहरों और कस्बों के आसपास तेजी से जमीनों की खरीद-फरोख्त हो रही है। बहुत से लोग कम दामों में प्लॉट लेकर भविष्य में घर बनाने या निवेश का सपना संजोते हैं। लेकिन अगर आप “कच्चा प्लॉट” खरीदने की सोच रहे हैं, तो पहले सावधान हो जाइए। बिना कानूनी प्रक्रिया पूरी किए और बिना आवश्यक अनुमति के खरीदा गया कच्चा प्लॉट भविष्य में बड़ा सिरदर्द बन सकता है। आइए विस्तार से जानते हैं ऐसे सौदे में किन-किन नुकसानों का सामना करना पड़ सकता है।

1. वैध दस्तावेजों की कमी

कच्चा प्लॉट अक्सर बिना डायवर्जन (भूमि उपयोग परिवर्तन) के होता है। ऐसे प्लॉट पर रजिस्ट्री तो हो जाती है, लेकिन वह कानूनी रूप से आवासीय नहीं माना जाता। इस वजह से बैंक लोन नहीं मिलता और मकान बनाना भी गैरकानूनी हो सकता है।

2. कॉलोनी अप्रूव नहीं होने का खतरा

कई बार बिल्डर या जमीन बेचने वाले बिना नगर निगम या टाउन एंड कंट्री प्लानिंग (T&CP) की मंजूरी के प्लॉट काट देते हैं। ऐसी कॉलोनियां अवैध मानी जाती हैं और भविष्य में वहां बिजली, पानी, सड़क जैसी सुविधाएं नहीं मिल पातीं।

3. धोखाधड़ी की आशंका

कई बार एक ही प्लॉट को कई लोगों को बेच दिया जाता है। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बेचे गए प्लॉट बाद में विवादित निकलते हैं, जिससे कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगाने पड़ सकते हैं।

4. पुनः अधिग्रहण या सरकारी कब्जा

अगर प्लॉट सरकारी जमीन या ग्रीन बेल्ट में आता है, तो सरकार कभी भी उसे अधिग्रहित कर सकती है। ऐसे में आपकी पूरी रकम डूब सकती है और मुआवजा भी नहीं मिलता।

5. पुनर्विकास में बाधा

अगर भविष्य में उस क्षेत्र में कोई मास्टर प्लान लागू होता है और आपकी कॉलोनी अवैध मानी जाती है, तो न तो आपके मकान को नियमित किया जाएगा और न ही वहां विकास कार्य होंगे।

क्या करें कच्चा प्लॉट खरीदने से पहले?

1. RTC, खसरा/खतौनी की जांच करें।

2. T&CP और नगर निगम से कॉलोनी की वैधता की पुष्टि करें।

3. प्लॉट डायवर्टेड (रिहायशी रूपांतरित) है या नहीं, यह सुनिश्चित करें।

4. वकील या रियल एस्टेट सलाहकार से दस्तावेजों की जांच कराएं।

5. रजिस्ट्री से पहले जमीन पर जाकर भौतिक सत्यापन करें।

निष्कर्ष:

कम दाम में प्लॉट खरीदना आकर्षक जरूर लग सकता है, लेकिन यह “सस्ता सौदा” भविष्य में महंगा पड़ सकता है। इसलिए कच्चा प्लॉट खरीदने से पहले पूरी जांच-पड़ताल करें और केवल वैध व डायवर्टेड प्लॉट में ही निवेश करें ।