जोन कमिश्नर बोले- जांच के बाद होगी कार्रवाई, पटवारी ने दी अवैध प्लाटिंग की पुष्टि
बिलासपुर। भाजपा सरकार बनने के बाद जहां एक ओर शहर का विकास तेजी से हो रहा है वहीं दूसरी ओर शहर सीमा से जुड़े इलाकों में भू माफियाओं का कहर जारी है t ताजा मामला बिलासपुर के सिरगिट्टी क्षेत्र का है
नगर निगम क्षेत्र के सिरगिट्टी में पार्षद के कार्यालय से लगी जमीन पर अवैध प्लाटिंग का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि पार्षद के रिश्तेदार बिना अनुमति के इस जमीन पर खुलेआम प्लाटिंग कर रहे हैं। जोन कमिश्नर प्रवेश कश्यप ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं और कहा है कि नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले में पटवारी ने भी राजस्व अधिकारियों को रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट के अनुसार, यह जमीन मुख्य मार्ग से लगी हुई है और इसे बिना किसी स्वीकृति के छोटे-छोटे टुकड़ों में बांटकर बेचा जा रहा है। इस भूमि पर न तो टीएनसी की अनुमति है, न नियमानुसार 30 फीट की सड़क, न ही गार्डन या नाली की व्यवस्था की गई है। जमीन चार अलग-अलग टुकड़ों में रजिस्ट्री है, और खसरा नंबर भी अलग-अलग नामों पर दर्ज हैं।
वहीं, जमीन के मालिक कपिल साहू ने इसे वैध प्लाटिंग बताया है और दावा किया है कि उनके पास टीएनसी की अनुमति है, लेकिन न तो पटवारी को और न ही मीडिया को उन्होंने कोई दस्तावेज दिखाए। पटवारी के मुताबिक यह पूरी तरह अवैध प्लाटिंग है और निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया है, जिससे आशंका है कि कुछ हिस्सों की रजिस्ट्री भी हो चुकी है।
पार्षद ने मामले के उजागर होने के बाद जोन कमिश्नर से शिकायत की है। हालांकि जोन कमिश्नर का कहना है कि उन्हें अब तक पार्षद की कोई औपचारिक शिकायत प्राप्त नहीं हुई है।
पार्षद का तर्क है कि इलाके में और भी अवैध प्लाटिंग हो रही है, जिन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
देवरीखुर्द और आसपास के गांवों में भी जारी है अवैध कच्ची प्लाटिंग
देवरीखुर्द , तोरवा ,मोपका, कोनी, और आसपास के गांवों में भी जारी है अवैध कच्ची प्लाटिंग
तोरवा क्षेत्र के देवरीखुर्द, विजयनगर, महमंद और सतबहिनीया इलाकों में भी अवैध कच्ची प्लाटिंग बदस्तूर जारी है। यहां बिना किसी नगर नियोजन स्वीकृति के खेतों और खुली जमीन को छोटे-छोटे टुकड़ों में बांटकर बेचा जा रहा है। न सड़क है, न नाली, और न ही किसी तरह की बुनियादी सुविधा का प्रावधान। इन इलाकों में भी जल्द जांच और कार्रवाई की मांग उठ रही है।
वहीं प्रशासन की चुप्पी विष्णु के सुशासन में बट्टा लगाने का काम कर रही है , जहां एक ओर छत्तीसगढ़ सरकार सुशासन दिवस मना रही है वहीं दूसरी ओर भूमाफिया जनता की गाढ़ी कमाई का बंदरबाट करने में मशगूल हैं। न तो रेरा और न ही टी एन सी बिना लाइसेंस के जमीन का अवैध कारोबार प्रशासन के नाक के नीचे फल फूल रहा है । कहने को तो राजस्व का बड़ा अमला है पटवारी तहसीलदार एस डी एम मगर केवल हाथी के दांत साबित हो रहे हैं वहीं नगरीय निकाय क्षेत्र में जोन अधिकारियों की मिली भगत से भी इनकार नहीं किया जा सकता है
