निर्वाचन आयोग और भाजपा के टारगेट पर है छत्तीसगढ़ के कांग्रेस कार्यकर्ता और प्रतिबद्ध मतदाता

@ जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष विजय केशरवानी ने आयोग व भाजपा पर लगाया गंभीर आरोप, कहा- कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रतिबद्ध वोटरों को जानबुझकर किया जा रहा है टारगेट

बिलासपुर। जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष व बेलतरा विधान सभा से कांग्रेस के विधायक प्रत्याशी विजय केशरवानी ने भाजपा व चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाया है। विजय का कहना है कि उनका पूरा परिवार वर्षों से नर्मदा नगर में निवासरत हैं। नगर निगम के पार्षद,एमआईसी मेंबर संगठन में ज़िला कांग्रेस कमेटी , ज़िला युवा कांग्रेस , ज़िला छात्र संगठन अध्यक्ष के अलावा बीते विधानसभा चुनाव बेलतरा विधानसभा क्षेत्र से बतौर कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव लड़ा। विधायक प्रत्याशी के हैसियत से भरे गये नामांकन फार्म में नर्मदा नगर निवास और मतदाता सूची जैसे जरुरी व महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जमा किया है। एसआईआर के दौरान बीएलओ के पास फार्म भी जमा किया है। इसके बाद उनका नाम भिलाई नगर के वार्ड क्रमांक 54 के मतदाता सूची में कहां से और कैसे व किसके इशारे पर शिफ्ट किया गया है। विजय ने साफ कहा कि यह सब भाजपा के इशारे पर आयोग द्वारा चुपके-चुपके किया जा रहा है।
जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष विजय केशरवानी पत्रकार वार्ता के दौरान दस्तावेजी प्रमाण के साथ अपनी बात रख रहे थे। विजय ने कहा कि जब उनका नाम नर्मदा नगर से उठाकर सैकड़ों किलोमीटर दूर भिलाई के एक वार्ड के मतदाता सूची में शामिल कर दिया जाता है तब तो यह बताने और बोलने का मतलब ही नहीं रह जाता कि आयोग के इशारे पर क्या कुछ नहीं हो सकता। आयोग चाहे तो नाम मतदाता सूची में रखे और ना चाहे तो कहीं का नाम कहीं की सूची में शामिल करा दे। जैसा उनके साथ हुआ है। विजय कहते हैं कि वे खुद ही प्रत्यक्ष प्रमाण हैं। किसी और प्रमाण की जरुरत ही नहीं है। यह सब जब उनके साथ हो सकता है तो कांग्रेस के कार्यकर्ता से लेकर प्रतिबद्ध मतदाता किसी के साथ भी इस तरह की अनहोनी आयोग कर सकता है। यह चूक नहीं है,सोची समझी रणनीति के तहत यह किया जा रहा है। कांग्रेस के एक-एक कार्यकर्ता और कांग्रेस विचारधारा के लोगो सहित आम मतदाता को सजग और सतर्क रहने की जरुरत है। जिला निर्वाचन कार्यालय में जाकर यह पता लगाने की जरुरत है कि उनका नाम मतदाता सूची में शामिल है या नहीं, अगर है तो एसआईआर के दौरान बीएलओ को फार्म भरकर जो पता दिया था उसमें है या नहीं।
0 आयोग की खोलेंगे पोल
अब समय आ गया है कि हम सब मिलकर निर्वाचन आयोग में भीतर ही भीतर चल रहे इस सुनियोजित साजिश का भांडा फोड़े। शहर से लेकर गांव तक अभियान चलाने की जरुरत है। प्रदेश कांग्रेस सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओ को भी इस तरह की गड़बड़ी से अवगत कराया गया है। कांग्रेस पार्टी के इस अभियान को गति दी जा रही है , कांग्रेस के एक-एक कार्यकर्ता को सजग और सतर्क करेंगे। अपने अलावा परिजनों, जान पहचान, मित्रों व खासकर कांग्रेस के प्रतिबद्ध मतदाताओं की भी चिंता करने की जरुरत है। आयोग के भरोसे रहने से बड़ी चूक हो जाएगी। समय रहते इस पर अंकुश लगाना जरुरी है।
0 राहुल गांधी के आरोप प्रमाणित और सच्चाई पर आधारित
विजय केशरवानी ने कहा कि बिहार चुनाव के दौरान मतदान से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान वोट चोरी के मुद्दे को प्रमाणित आधार पर साबित किया था। बिहार के ग्रामीणों को भी पत्रकारों के सामने बतौर सबूत खड़ा किया था। जिनके नाम मतदाता सूची से बाहर कर दिया गया था। लोकसभा चुनाव में वोट डालने वाले मतदाताओं को विधानसभा चुनाव के दौरान एसआईआर के बहाने बाहर कर दिया गया। राहुल गांधी ने जो कुछ प्रमाण के साथ पेश किया उसमें सौ फीसदी सच्चाई है। वे लगातार इस बात को हर मंच पर उठा रहे हैं। भाजपा और आयोग की मिलीभगत को सामने रख रहे हैं। यह पूरी तरह सच साबित हो रहा है।
0 बिहार के बाद अब छत्तीसगढ़ टारगेट पर
बिहार के बाद भाजपा और आयोग ने अब छत्तीसगढ़ को टारगेट पर रखा है। एसआईआर और आयोग के षड़यंत्र का सबसे बड़ा शिकार तो मैं हुआ हूं। एसआईआर के बहाने आयोग क्या कुछ कर रहा है,इससे बड़ा प्रमाण और क्या होगा। बिलासपुर के मतदाता का नाम भिलाई नगर विधानसभा के वार्ड में कैसे और क्यों शामिल कर लिया गया है। जिस बीएलओ को नाम दिखाया जा रहा है उस बीएलओ को क्या कोई सपना आया था कि विजय केशरवानी के नाम को नर्मदा नगर के मतदाता सूची से हटाकर भिलाई नगर के वार्ड की सूची में शामिल कर दिया जाए। यह गफलत किस स्तर पर हुआ और किसने किया यह आयोग को बताना होगा।

0 इस सवाल का जवाब आयोग दे
भिलाई के जिस वार्ड के मतदाता सूची में मेरा नाम शामिल कर दिया गया है, क्या मेरा नाम वर्ष 2025 के मतदाता सूची में था, क्या 2003 के मतदाता सूची में मेरा नाम शामिल था। जब दोनों ही मतदाता सूची में मेरा नाम शामिल नहीं था तब कैसे और किस कारण से भिलाई के वार्ड में मेरा नाम अब शामिल कर दिया गया है। बीएलओ जब डोर-टू-डोर जा रहे हैं,फार्म भरा रहे हैं और वेरिफाई कर रहे हैं तो भिलाई के बीएलओ के पास मेरा फार्म कैसे पहुंच गया। और उसने निर्वाचन आयोग की मतदाता सूची में मेरा नाम कैसे अपलोड कर दिया ,ये तो लिपिकीय त्रुटि नहीं हो सकता। यह सीधा-सीधा मतदाता सूची से नाम हटाने का खेल खेला जा रहा है। उसके बाद मुझे भाजपा द्वारा घुसपैठिया साबित कर दिया जाता !

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