भारत ने आत्मनिर्भरता की एक और मिसाल पेश की है
भारत ने अब रक्षा के क्षेत्र में एक स्वदेशी कदम आगे बढ़ाया है हैंड ग्रेनेड निर्माण के मामले में भारत अब आत्मनिर्भर हो गया है भारत में पहली बार किसी प्राइवेट कंपनी ने स्वदेशी हैंड ग्रेनेड का निर्माण किया है रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इससे रक्षा मैन्युफैक्चरिंग में मील का पत्थर बताया है इस स्वदेशी निर्मित हैंड ग्रेनेड से हमारी भारतीय सेना और मजबूत होगी और उसे प्रथम विश्व युद्ध पुराने हो चुके हैंड ग्रेनेड से छुटकारा मिलेगा यह हैंड ग्रेनेड न केवल अत्यधिक घातक है बल्कि उपयोग में भी सुरक्षित है भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना के लिए 10,00000 आधुनिक हैंड ग्रेनेड की आपूर्ति करेगा इसके लिए 1 अक्टूबर 2020 को रक्षा मंत्रालय के साथ एक करार पर किए थे हस्ताक्षर भारत में पहली बार सेना को सौंपा गया multi-mode हैंड ग्रेनेड इसका पहला बैच इकोनामिक एक्सप्लोसिव लिमिटेड कंपनी ने बनाया है इसे डीआरडीओ से टेक्नोलॉजी हस्तांतरण के बाद बनाया रक्षा मंत्री ने इसे मैन्युफैक्चरिंग में मील का पत्थर साबित किया है आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ा कदम
