अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा 20/10/2021 बुधवार को विश्व सांख्यिकी दिवस, इंटरनेशनल शेफ डे वर्ल्ड ओस्टियोपोरोसिस डे,संघ सुगन्ध के विस्तारक शरद मेहरोत्रा की जन्म जयंती, पर गूगल मीट पर ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित

*कपकेक प्रतियोगिता में प्रथम निमिषा गोयल द्वितीय डिंपल अग्रवाल तृतीय पुष्पा अग्रवाल*

अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत आठ माह से चल रहे नित्य आयोजित कार्यक्रम में 20/10/2021 बुधवार को *विश्व सांख्यिकी दिवस, इंटरनेशनल शेफ डे वर्ल्ड ओस्टियोपोरोसिस डे,संघ सुगन्ध के विस्तारक शरद मेहरोत्रा की जन्म जयंती,* पर गूगल मीट पर ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित।

कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान विष्णु के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित कर पूजा अर्चना आरती कर गणेश वंदना पितरों जी के भजन से की गई। उन्होंने बताया शेफ दिवस पर ऑनलाइन *कप केक बनाओ* प्रतियोगिता आयोजित की गई *प्रथम निमिषा गोयल द्वितीय डिंपल अग्रवाल तृतीय पुष्पा अग्रवाल* संतावना तविषी अग्रवाल रही।

मुख्य अतिथि सुषमा अग्रवाल शेफ, विशिष्ट अतिथि संतोषी अग्रवाल ओडिसा का डिजिटल रोली अक्षत का तिलक लगा श्री फल, पौधा भेट कर स्वागत किया।

कार्यक्रम का *संचालन उमा बंसल महासचिव* ने किया उन्होंने अतिथियों का जीवन परिचय दे उन्हे उनके उद्बोधन के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने भोजन को आकर्षक तरीके से परोसने के तरीके बताए।

*कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सुषमा अग्रवाल रायपुर* आप कुकिंग क्लासेज, चॉकलेट आदि की ट्रेनर है आपने कार्यक्रम की सरहाना कर अपने उद्बोधन में बताया हर महिला एक कुशल शेफ होती है।अब समय आ गया है हर घर में पुरषों को भी रोज शेफ की भूमिका अदा करनी होगी। उन्होंने अलग अलग प्रकार की ग्रेवी बनाने की विधि बताई।कैसे शरबत को पेश करना चाहिए बताया।

कार्यक्रम की *विशिष्ट अतिथि संतोषी चौधरी* ओडिसा प्रांत की अध्यक्षा ने अपने उद्बोधन में सभी प्रतिभागियों का हौसला अफजाई कर कप केक बनाओ प्रतियोगिता के परिणाम बताए।हर साल 20 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर *इंटरनेशनल शेफ डे* मनाया जाता है। यह दिन इस शानदार पेशे को चिन्हित करने और सम्मान करने और दुनिया भर के लोगों को स्वस्थ खाने के बारे में शिक्षित करने के लिए मनाया जाता है। यह अनुभवी शेफ के लिए अगली पीढ़ी के गर्व और प्रतिबद्धता की भावना के साथ उनके ज्ञान और खाना बनाने के कौशल को अपनाने का दिन है।

*कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि नंदिनी चौधरी सिंगापुर* ने अपने उद्बोधन में बताया
इस साल के *राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस* भूखमरी का अंत, खाद्य सुरक्षा और पोषण को बेहतर बनाना और सस्टेनेबल खेती को बढ़ावा देना है
सरकार दैनिक जीवन में सांख्यिकी के उपयोग को लोकप्रिय बनाने और जनता को इस बात के लिए जागरूक करने के लिए कि किस तरह सांख्यिकी नीतियों को आकार देने और तैयार करने में सहायक है, सांख्यिकी दिवस मनाती रही है। इसे राष्ट्रीय स्तर पर मनाए जाने वाले विशेष दिनों में से एक माना गया है। इसे स्वर्गीय प्रो. पी. सी. महालनोबिस की जयंती 29 जून को राष्ट्रीय सांख्यिकी प्रणाली की स्थापना में उनके अमूल्य योगदान को मान्यता देते हुए मनाया जाता है।

कार्यक्रम की *विशिष्ट अतिथि अलका अग्रवाल* राजस्थान ने अपने उद्बोधन में बताया हर साल 20 अक्टूबर को *वर्ल्ड ऑस्टियोपोरोसिस डे* मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का मकसद लोगों को ऑस्टियोपोरोसिस के लक्षण और उपचार के बारे में जागरूक करना है. ऑस्टियोपोरोसिस की बीमारी में हड्डियां बहुत कमजोर हो जाती हैं जिससे फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है. उम्र बढ़ने के साथ-साथ हड्डियां कमजोर होने लगती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस की संभावना बढ़ने लगती है.डाइट से भी ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम किया जा सकता है. खाने की कुछ चीजें हड्डियों को मजबूत करने का काम करती है. अपनी डाइट में ये चीजें शामिल कर आप ऑस्टियोपोरोसिस की बीमारी से बच सकते हैं. आइए जानते हैं क्या हैं ये चीजें.अपने खाने में केल का साग, सरसों का साग और पालक जैसी हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल करें. ये कैलोरी में कम और विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं. ये सब्जियां ऑस्टियोपोरोसिस को बढ़ने से रोकती हैं. साग में कैल्शियम, मैंगनीज और विटामिन K भरपूर मात्रा में पाया जाता है और ये सभी चीजें हड्डियों को मजबूत बनाने का काम करती हैं.

*कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि कमलेश बोंदीया* ने संघ सुगंध के विस्तारक शरद मेहोत्रा के जन्म जयंती पर अपने उद्बोधन में बताया शरद जी बहुत सिद्धांतनिष्ठ व्यक्ति थे। साहित्य निर्माण, विद्यालयों का विस्तार, धर्म जागरण से लेकर सेवा तक सब कामों में उन्होंने नये आयाम स्थापित किये। उन दिनों म0प्र0 में भाजपा का शासन था। ऐसे में सिद्धांतों पर दृढ़ रहते हुए संगठन और सत्ता में तालमेल बनाये रखने में भी वे सफल हुए।

कार्यक्रम की *संयोजिका सुलोचना धनावत* ने कई छोटे छोटे घरेलू भोजन को अधिक स्वादिष्ट बनाने के टिप बताए। उन्होंने बताया पास ऑन अ स्माइल’… इसी थीम के साथ इंडियन “इंटरनेशनल शेफ डे’ का सेलिब्रेशन सोमवार को चंडीगढ़ में हुआ। वेन्यू बना सेक्टर 35 का होटल जेडब्ल्यू मैरियट। पार्टिसिपेंट बने एनजीओ “छोटी सी आशा’ के 10 नन्हें मुन्ने बच्चे और होटल के कुछ रेग्युलर गेस्ट। उनके साथ ‘इंटरनेशनल शेफ डे’ सेलिब्रेशन को लेकर कई एक्टिविटी रखी गई थी। कप-केक मेकिंग, होटल विजिट, क्रिसमस केक मिक्सिंग व शेफ मीट। होटल के एक्जी शेफ पल्लव सिंघल अपनी टीम के साथ पार्टिसिपेंट्स का वेलकम किया।
एनजीओ के बच्चे पहले होटल कि बेकरी शॉप सीबीसी पहुंचे। बच्चे शेफ की गेटअप में थे। सिर पर शेफ टोपी, और व्हाइट रंग का शेफ कोट। शेफ नवीन हांडा की अगुवाई में बच्चे खुशी-खुशी होटल की बेकरी शॉप में दाखिल हुए। वहां कप-केक मिक्सिंग रखी गई थी। बच्चे इन छोटे-छोटे कपकेक देखकर खुश हुए। जैसे ही शेफ ने उन्हें बताया कि सब बच्चे ने इसे डेकोरेट करेंगे। यह सुनते ही उनका उत्साह बढ़ गया। शेफ की मदद से बच्चों ने केक को डेकोरेट किया। किसी ने स्माइली बनाया तो किसी ने स्पाइरल, स्टार व माउंटेन जैसी चीजें बनाई। उसके बाद बच्चों को किचन घुमाया गया।
खाना बनाने के प्रोसेस व कई चीजों लाइव दिखाईं। यह देखकर बच्चे हैरान भी थे और एक्साइटेड भी। एनजीओ की अपनी फेसिलिटेटर से चीजों के बारे में कुछ यूं पूछते दिखे। बोले, दीदी इतना बड़ा फ्रीज। इसमें कितनी चीजें आ जाती हैं। इतनी सारी रोटियां एक बार में बन जाती हैं। वो भी इतनी जल्दी। इस सेलिब्रेशन में बच्चों के खाने के लिए लिए पिजा, स्ट्रॉबेरी शेक, पास्ता, ब्रुचेता तैयार किया गया था।
शेफ डे के सेलिब्रेशन को लेकर नवीन बोले, आमतौर पर गेस्ट यहां खाना खाकर चले जाते हैं। होटल की वर्किंग के बारे में नहीं जानते हैं। सेलिब्रेशन से यही बताने कि कोशिश की है कि असल में शेफ क्या है। उनकी लाइफ कैसी होती है। वो कैसे किचन में काम करते हैं। खाना बनते वक्त माहौल क्या होता है। जायकों से डिशेज सजाने वाले शेफ की स्माइल कैसे बरकरार रहती है। यह बताने के लिए यह खास सेलिब्रेशन रखा है। “पास ऑन अ स्माइल’ थीम के यहां के रेग्युलर गेस्ट व एनजीअी के बच्चों को जोड़ा है। उन्हें साथ अपनी लाइफ व हुनर शेयर किया है। बच्चों के कप-केक सजाना बताया। साथ ही इसे सेक्टर 17 में जाकर बेचा। जिससे उन्हें हर चीज के लिए मोटिवेट कर सकें।

*उषा कलानोरिया* ने गोरक्षक डा. राशिद अली का बलिदान दिवस पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया गौ प्रेमी डा. राशिद अली के मन में सम्पूर्ण मानवमात्र के लिए प्रेम और करुणा की भावना थी। अतः मांसाहारी परिवार में जन्म लेने के बावजूद उन्होंने शाकाहार को अपनाया। उनका मत था कि हिन्दू और मुसलमानों की एकता से ही भारत की उन्नति होगी, और इसके लिए गोहत्या बंद होनी बहुत आवश्यक है।

*प्रेमलता गोयल* उपाध्यक्ष ने आज का इतिहास की मुख्य घटनाएं बताई
1774 – कोलकाता (तत्कालीन कलकत्ता) भारत की राजधानी बनी।
1995 – संयुक्त राष्ट्र महासभा का विशेष स्वर्ण जयंती अधिवेशन आरम्भ हुआ।
2002 – गौरक्षक डॉ राशिद अली का बलिदान ।
2003 – सोयुज अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से जुड़ा।
2008 – आरबीआई ने रेपो दर में एक प्रशिशत की कटौती की।
1855 – आधुनिक गुजराती साहित्य के कथाकार, कवि, चिंतक, विवेचक, चरित्र लेखक तथा इतिहासकार गोवर्धनराम माधवराम त्रिपाठी का जन्म हुआ।
1930 – भारत में उच्च न्यायालय की प्रथम महिला न्यायाधीश लीला सेठ का जन्म हुआ।
1942 – संघ सुगंध के विस्तारक शरद महरोत्रा का जन्म हुआ।
1964 – भारत के क्रांतिकारियों में से एक एच. सी. दासप्पा का निधन हुआ।
2002 – गौरक्षक डॉ राशिद अली का बलिदान ।

*गिरिजा गोयल* ने अतिथियों को डिजिटल स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। सभी सदस्यों की अभिव्यक्ति, प्रस्तुति, उपस्तिथि के लिए आभार व्यक्त कर विश्व कल्याण की भावना से कार्यक्रम का विधिवत समापन किया गया।

कार्यक्रम में भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, बेदेही नंदिनी चौधरी, गिरिजा गोयल, रेखा गर्ग, कमलेश बोंदिया, मधु अग्रवाल, निमिषा गोयल, पुष्पा अग्रवाल, रेखा गर्ग, शुभ अग्रवाल, सिया अग्रवाल, संतोषी, सुलोचना धनावत, उमा बंसल, उषा कलानोरिया, वर्षा अग्रवाल, अलका अग्रवाल व सभी सदस्य ने अपने अपने वक्तत्व प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।