अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा 27/11/2021 शनिवार को *काल भैरव जयंती, बीजू पटनायक की पुण्य तिथि, शनिवार हनुमान आराधना, मार्गशीर्ष मास कृष्ण पक्ष अष्टमी* पर आयोजित कार्यक्रम

अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़

प्रांत द्वारा विगत नौ माह से प्रतिदिन आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम की श्रृंखला में 27/11/2021 शनिवार को *काल भैरव जयंती, बीजू पटनायक की पुण्य तिथि, शनिवार हनुमान आराधना, मार्गशीर्ष मास कृष्ण पक्ष अष्टमी* पर आयोजित कार्यक्रम

कार्यक्रम का श्री गणेश अध्यक्ष डॉ अनीता अग्रवाल ने अपने निवास स्थान पर हनुमान जी के चित्र पर टीका लगा, माल्यार्पण , दीप प्रज्वलित कर पूजा अर्चन आराधना कर किया। डिंपल अग्रवाल ने गणेश वंदना, सुलोचना धनावत ने पितरों का भजन प्रस्तुत किया।मंजू गोयल, सिया अग्रवाल, मधु अग्रवाल, आभा अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल ने भजन प्रस्तुति दी। सरला लोहिया ने *शनि चालीसा* का पाठ , उमा बंसल ने *बजरंग बाण*, शीतल लाठ ने *भैरव चालीसा*, भगवती अग्रवाल, , रेखा गर्ग, विजया डालमिया, सुशीला अग्रवाल, गिरिजा गोयल, मधु अग्रवाल, नंदिनी चौधरी ने *हनुमान चालीसा* का पाठ किया।

डॉ अनीता अग्रवाल ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में *बीजू पटनायक-:एक किवदंती* के बाते में अपनी अभिव्यक्ति में बताया भारत के एकमात्र ऐसे व्यक्ति बीजू पटनायक हैं, जिनके निधन पर उनके पार्थिव शरीर को तीन देशों के राष्ट्रीय ध्वज में लपेटा गया था। भारत, रूस और इंडोनेशिया ये तीन देश है। जब द्वितीय विश्व युद्ध छिड़ गया था तब सोवियत संघ संकट में घिर गया था। तब उन्होंने लड़ाकू विमान डकोटा उड़ा कर हिटलर की सेनाओं पर काफी बमबारी की थी जिससे हिटलर पीछे हटने को मजबूर हो गया था। उनकी इस बहादुरी पर उन्हें सोवियत संघ का सर्वोच्च पुरस्कार भी दिया गया था । उन्हें सोवियत संघ ने अपनी नागरिकता प्रदान की थी। दूसरी ओर कश्मीर पर जब कावालियों ने आक्रमण किया था। तब बीजू पटनायक थे जिन्होंने प्लेन उड़ा कर दिन में कई चक्कर दिल्ली से श्रीनगर का लगाए थे और सैनिकों को श्रीनगर पहुंचाया था।

मुख्य अतिथि *नंदिनी चौधरी सिंगापुर* ने *काल भैरव जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया भगवान शिव के रौद्र रूप कालभैरव की उपासना से भय और अवसाद का नाश हो जाता है भक्तो को अदम्य साहस मिलता है।मान्यता के अनुसार राहु और केतु की बाधाओं से मुक्ति ,शत्रु मुक्ति के लिए भैरव की पूजा अचूक है।उसे पूरी निष्ठा से करने से व्यक्ति के अंदरका भय समाप्त हो जाता है। उन्होंने पूजा की विधि विधान का पूरा महत्व और तरीका विस्तार से सरल शब्दो में बताया जिससे अनुरूप फल और परिणाम मिले।

विशिष्ट अतिथि शांतिनिकेतन से *सुशीला अग्रवाल* और हैदराबाद से *विजया डालमिया* ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए इसे हिंदू जागरण का ज्वलंत उदाहरण बता सुमधुर भजन गायन से भक्ति रसपान करवा सभी भक्ति को थिरकने पर मजबूर पूरा डिजिटल मंच को आनंदमय बना दिया।

कार्यक्रम की *संयोजिका सरिया इकाई की अध्यक्षा डिंपल अग्रवाल ने संचालन* करते हुए सभी अतिथियों को रोली अक्षत का तिलक लगा श्री फल और मनी प्लांट भेंट कर स्वागत किया।उन्होंने सभी सदस्यों का हनुमान दरबार में अभिनंदन किया।अतिथियों का संक्षिप्त जीवन परिचय प्रस्तुत कर उनकी अभिव्यक्ति के लिए आमंत्रित किया।उन्होंने सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ के बाद अपने निवास स्थान पर *हनुमान जी की आरती कर छप्पन भोग जा प्रसाद लगा राम स्तुति* की।

*प्रेमलता गोयल उपाध्यक्ष* ने आज के इतिहास की मुख्य घटनाओं पर प्रकाश डाल सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न भेट कर सम्मानित किया सभी सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित कर विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया गया।

सम्मेलन के सभी सदस्य भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, गिरिजा गोयल, रेखा गर्ग, राखी गर्ग, मधु अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, सरला लोहिया, पुष्पा अग्रवाल, गीतिका अग्रवाल, मंजू गोयल, नंदिनी चौधरी, प्रेमलता गोयल, सिया अग्रवाल, सुलोचना धनावत, सुशीला अग्रवाल, विजया डालमिया,गीतिका अग्रवाल, मंजू गोयल, वंदना अग्रवाल,मधु अग्रवाल,शीतल लाठ, सरिता अग्रवाल, आभा अग्रवाल, सुलोचना धनावत, उमा बंसल ने अपनी अभिव्यक्ति और प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।