अंतराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़
प्रांत द्वारा विगत नौ माह से प्रतिदिन आयोजित वीइर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 5/12/2021 रविवार को *विश्व मृदा दिवस,अंतराष्ट्रीय स्वयं सेवक दिवस,दत्तात्रेय बालकृष्ण भागवत की जन्म तिथि,योगी अरविंद घोष निर्वाण दिवस, परमवीर चक्र विजेता कप्तान गुरबचन सिंह सालारिया बलिदान दिवस,भारतीय लेखक अरबिंदो घोष की पुण्य तिथि,भारत रत्न नेलसन मंडेला की पुण्य तिथि,स्वतंत्रता सेनानी सुब्रमण्यम अय्यर पुण्य तिथि, क्रांतिकारी एच सी दासप्पा जन्म तिथि, पद्म भूषण स्वर्गीय धर्मपाल गुलाटी, यशस्वी व्यक्तित्व के धनी उत्तमचंद इसराणी पुण्य तिथि* पर आयोजित कार्यक्रम।
कार्यक्रम का संचालन *प्रेमलता गोयल* उपाध्यक्ष ने करते हुए कार्यक्रम का श्री गणेश अपने निवास स्थान पर शिव भगवान, गणेश भगवान के फोटो पर रोली अक्षत का तिलक लगा, माल्यार्पण, दीप प्रज्वलित, पूजा अर्चना आराधना कर गणेश वंदना और पितरों जी की स्तुति से किया।
*सरिया इकाई की अध्यक्षा डिंपल अग्रवाल* ने सभी अतिथियों को तिलक लगा श्री फल और मनी प्लांट का पौधा भेट कर स्वागत किया।उनका संक्षिप्त जीवन परिचय दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्ष *डॉ अनीता अग्रवाल* ने अपने उद्बोधन में बताया नौ माह से चल रहे कार्यक्रम में करोना महाकाल के समय से सभी सदस्यो के अध्यात्मिक, मानसिक, बौद्धिक, मनोरंजक के लिए अनेकों कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसमे अलग अलग विधाओं से विशेषज्ञ को आमंत्रित कर ज्ञानवर्धक कार्यक्रम आयोजित किए गए।उन्होंने *अंतराष्ट्रीय स्वयं सेवक दिवस* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया अंतरराष्ट्रीय वालंटियर दिवस के रूप में मनाया जाएगा। यह दिवस सभी स्तरों स्थानीय,राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय पर बदलाव करने में लोगों के सहयोग के सम्मान का एक वैश्विक उत्सव है।इस अवसर पर लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए कान्फ्रेंस, सेमिनार, प्रदर्शनियाँ, स्वच्छता अभियान आदि कार्यक्रम किए जाते हैं।इस वर्ष 2021 में इस दिवस का मुख्य विषय थीम *वालंटियर नाव फॉर कॉमन फ्यूचर* हैं। कल की पीढ़ियों के लिए, हमें अब बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए आवश्यक परिवर्तनों की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। समुदायों और विश्व के लिए अधिक निष्पक्ष और समावेशी भविष्य स्थापित करने के लिए स्वयंसेवा एक महत्वपूर्ण पहलू है। उन्होंने विश्व में सबसे बड़ा स्वयंसेवक संघ, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को माना जाता है। भारत का एक दक्षिणपंथी, हिन्दू राष्ट्रवादी, अर्धसैनिक, स्वयंसेवक संगठन हैं, जो भारत के भारतीय जनता पार्टी का व्यापक रूप से अंतर्निहित संगठन माना जाता हैं। इसकी अधिक प्रसिद्धि संघ या आर.एस.एस. के नाम से ज्यादा है। सर्वे के अनुसार RSS विश्व का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संस्थान है।
मुख्य अतिथि *नंदिनी चौधरी* ने *विश्व मृदा दिवस* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया मिट्टी के स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता लाने के उद्देश्य से 5 दिसम्बर को विश्व मृदा दिवस मनाया जायेगा इस दिवस को मनाने का उदेश्य किसानो के साथ आम लोगों को मिट्टी की महत्ता के बारे में जागरूक करना है। इस दिवस को खाद्य व कृषि संगठन द्वारा मनाया जाता है।वर्तमान में विश्व की संपूर्ण मृदा का 33 प्रतिशत भाग पहले से ही बंजर हो चुका है। विश्व के कई हिस्सों में उपजाऊ मिट्टी बंजर हो रही है। जिसका कारण किसानो द्वारा ज्यादा रसायनिक खादों और कीड़ेमार दवाईओं का इस्तेमाल करना है। ऐसा करने से मिट्टी के जैविक गुणों में कमी आने की वजह से मिट्टी की उपजाऊ क्षमता में गिरावट आ रही है और यह प्रदूषण का शिकार हो रही है।
विशिष्ट अतिथि *लता मोदी साकोली* ने अपने उद्बोधन में *दत्तात्रेय बालकृष्ण (नाना) भागवत जयंती* पर बताया
बिहार में पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और फिर विश्व हिन्दू परिषद के कार्य विस्तार में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले दत्तात्रेय बालकृष्ण (नाना) भागवत का जन्म वर्धा (महाराष्ट्र) में चार दिसम्बर, 1923 को हुआ था। छात्र जीवन में ही ये संघ के संस्थापक डा. हेडगेवार के सम्पर्क में आ गये। तब से ही संघ कार्य को इन्होंने अपने जीवन का लक्ष्य बना लिया।
विशिष्ट अतिथि *सुशीला अग्रवाल कोलकत्ता* ने *पद्मभूषण,स्वर्गीय धर्मपाल गुलाटी की पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया खुद ही मालिक था ,एक्टर और स्वाद का बादशाह, स्वर्ग में देवताओ को मसालो से खुश करता होगापांचवीं जमात के बाद स्कूल छूट गया और महाशय धर्मपाल गुलाटी ने फेरी लगाकर आईने बेचने का काम शुरू किया. उसमें फायदा नहीं हुआ तो घर-घर जाकर एक स्थानीय फैक्ट्री में बनने वाला साबुन बेचना शुरू किया. उसमें मन न लगा तो बढ़ईगिरी शुरू कर दी. बहुत छोटी उम्र में ही उनके भीतर आर्थिक रूप से स्वतंत्र हो जाने का जज़्बा था. बढ़ईगिरी रास न आई तो चावल की तिजारत की. कपड़े और गुसलखानों की फिटिंग्स बेचने का धंधा भी किया. उनके खानदान को सियालकोट में देगी मिर्च वाले कहा जाता था और उनके पिता ने महाशियाँ दी हट्टी के नाम से छोटी-मोटी मसालों की दुकान खोल रखी थी. किशोर धर्मपाल ने अंततः पिता के धंधे में साथ देने का फैसला किया. इस समय तक घाट-घाट का पानी पी चुकने के बाद उन्हें व्यापार और ग्राहक की जबरदस्त पहचान हो चुकी थी।महाशियाँ दी हट्टी से एमडीएच बनने की कहानी लम्बी है लेकिन उसके भीतर वही तत्व हैं जो सफलता की हर कहानी में पाए जाते हैं उनकी मेहनत, विश्वास, परोपकार और इंसानियत।
विशिष्ट अतिथि *यशस्वी व्यक्तित्व के धनी उत्तमचंद इसराणी के पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया राष्ट्रीय स्वयंसेवक का काम ऐसे समर्पित लोगों के बल पर खड़ा है, जिन्होंने गृहस्थ होते हुए भी अपने जीवन में संघ कार्य को सदा प्राथमिकता दी। ऐसे ही एक यशस्वी अधिवक्ता थे श्री उत्तमचन्द इसराणी। श्री इसराणी संघ के भोपाल विभाग कार्यवाह का दायित्व दिया गया। इसके बाद प्रान्त कार्यवाह और फिर प्रान्त संघचालक की जिम्मेदारी उन्हें दी गयी। जब मध्य भारत, महाकौशल और छत्तीसगढ़ प्रान्तों को मिलाकर एक क्षेत्र की रचना की गयी, तो उन्हें क्षेत्र संघचालक का काम दिया गया।उत्तमचन्द जी ने राष्ट्र के हित में सर्वांग यशस्वी जीवन कैसे बिताया जा सकता है, इसका अनुकरणीय उदाहरण हमारे सम्मुख रखा है। यशस्वी गृहस्थ, यशस्वी अधिवक्ता, यशस्वी सामाजिक कार्यकर्ता, यशस्वी स्वयंसेवक, यशस्वी कार्यवाह और यशस्वी संघचालक जैसी भूमिकाओं को विभिन्न स्तरों पर निभाते हुए दैनन्दिन शाखा जाने के अपने आग्रह में उन्होंने कभी कमी नहीं आने दी।
विशिष्ट अतिथि *रंजना गर्ग* ने *परमवीर चक्र विजेता कप्तान गुरबचन सिंह सालारिया बलिदान दिवस* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया गुरबचन सिंह एक भारतीय सैन्य अधिकारी और संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान के सदस्य थे। वह परमवीर चक्र प्राप्त करने वाले एकमात्र संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षक हैं। वह किंग जॉर्ज के रॉयल मिलिट्री कॉलेज और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र थे। इन्हें यह सम्मान सन 1962 में मरणोपरांत मिला।
विशिष्ट अतिथि *सुशीला अग्रवाल शांतिनिकेतन* ने *योगी अरविंद घोष निर्वाण दिवस* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया स्वतंत्रता सेनानी, कवि, प्रकांड विद्वान, योगी और महान दार्शनिक अरविंद घोष एक बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्ति थे। घोष एक स्वतंत्रता सेनानी, कवि, प्रकांड विद्वान, योगी और महान दार्शनिक थे। उन्होंने अपना जीवन भारत को आजादी दिलाने और पृथ्वी पर जीवन के विकास की दिशा में समर्पित कर दिया।
*राजबाला गर्ग* ने *भारत रत्न नेलसन मंडेला* के पुण्य तिथि पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया दक्षिण अफ्रीका के प्रथम अश्वेत भूतपूर्व राष्ट्रपति थे। राष्ट्रपति बनने से पूर्व वे दक्षिण अफ्रीका में सदियों से चल रहे रंगभेद का विरोध करने वाले अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस और इसके सशस्त्र गुट उमखोंतो वे सिजवे के अध्यक्ष रहे। रंगभेद विरोधी संघर्ष के कारण उन्होंने 27 वर्ष रॉबेन द्वीप के कारागार में बिताये जहाँ उन्हें कोयला खनिक का काम करना पड़ा था। 1990 में श्वेत सरकार से हुए एक समझौते के बाद उन्होंने नये दक्षिण अफ्रीका का निर्माण किया। वे दक्षिण अफ्रीका एवं समूचे विश्व में रंगभेद का विरोध करने के प्रतीक बन गये। संयुक्त राष्ट्रसंघ ने उनके जन्म दिन को नेल्सन मंडेला अन्तर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया।
*मंजू गोयल* ने *क्रांतिकारी सर सब्बियर सुब्रह्मण्यन अय्यर पुण्य तिथि* परअपनी अभिव्यक्ति में बताया सर सुब्बियर सुब्रह्मण्य अय्यर की गणना अपने समय के दक्षिण भारत के प्रमुख नेताओं में होती है। प्रादेशिक कौंसिल के सदस्य के रूप में, वकील के रूप में, एक जज के रूप में, काँग्रेस जन के रूप में, शिक्षाविद् और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में लगभग 30 वर्षों तक वे सार्वजनिक जीवन में व्यस्त रहे। वे एस. मनी अय्यर के नाम से अधिक प्रसिद्ध थे।
*सिया अग्रवाल* ने *स्वतंत्रता सेनानी एच सी दा पुण्यतिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया एच. सी. हिराली दासप्पा का ‘भारतीय स्वतंत्रता संग्राम’ और देश के नव-निर्माण में समान योगदान रहा था। दासप्पा वर्ष 1927 से 1938 तक ‘मैसूर असेम्बली’ के सदस्य रहे थे। भारत की आज़ादी के बाद वे मैसूर मंत्रिमण्डल में वित्त और उद्योग मंत्री भी रहे। गांधीजी के रचनात्मक कामों के प्रति दासप्पा की बड़ी श्रद्धा थी।
कार्यक्रम संयोजिका बाराद्वार इकाई की अध्यक्षा *उषा कलानोरिया* ने रविवार को मनोरंजक बनाने के लिए हास्य कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमे सुलोचना धनावत, विजया डालमिया हैदराबाद, पुष्पा अग्रवाल, भगवती अग्रवाल, उमा बंसल, पुष्पा अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, गिरिजा गोयल ने हास्य कविता और चुटकुले सुना पूरे मंच को ठहाके लगवाने पर मजबूर किया।
*गिरिजा गोयल* ने मंगसीर माह की एकम का महात्म बता पौराणिक कथा सुनाई।
*भगवती अग्रवाल* ने रविवार का महात्म बता सूर्य भगवान के कई प्रसंग बता, भजन सुना सामूहिक कीर्तन और *ओम भास्कराय नमः* मंत्र का जाप करवाया।
*उमा बंसल महासचिव* ने आज के मुख्य समाचार पर प्रकाश सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न भेट कर सम्मानित किया। सभी सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित कर विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया।
*सम्मेलन के सभी* सदस्य सुलोचना धनावत, भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, गिरिजा गोयल, रेखा गर्ग, मधु अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, उषा कलानौरिया, उमा बंसल, राजबाला गर्ग, लता मोदी, निशा गोयल, नंदिनी चौधरी, पुष्पा अग्रवाल, सुशीला अग्रवाल ने भजन प्रस्तुति से भक्तिमय वातावरण बना सभी सदस्यों को झूमने गाने के लिए प्रेरित किया। अपनी अपनी अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।
