अंतराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़
प्रांत द्वारा विगत दस माह से प्रतिदिन आयोजित कार्यक्रम की श्रृंखला में 14/12/2021 मंगलवार को गूगल मीट पर *अखिल भारतीय हस्तशिल्प सप्ताह (08-14 दिसम्बर),राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस , संजय गाँधी , राज कपूर और उपेन्द्रनाथ अश्क की जन्म जयंती, ,मंगसीर एकादशी,* पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।
कार्यक्रम की संयोजिका और संचालन बार द्वार इकाई की अध्यक्षा *उषा कलानोरिया* ने करते हुए कार्यक्रम का श्री गणेश अपने निवास स्थान पर विष्णु भगवान, गणेश भगवान के फोटो पर रोली अक्षत का तिलक लगा, माल्यार्पण, दीप प्रज्वलित, पूजा अर्चना आरती आराधना कर गणेश वंदना और पितरों जी की स्तुति से किया।
रायपुर इकाई की अध्यक्षा *पुष्पा अग्रवाल* ने सभी अतिथियों को तिलक लगा श्री फल और मनी प्लांट का पौधा भेट कर स्वागत किया।उनका संक्षिप्त जीवन परिचय दे उन्हे उनके उद्बोधन के लिए बारी बारी से डिजिटल मंच पर आमंत्रित किया।
कार्यक्रम की अध्यक्ष *डॉ अनीता अग्रवाल* ने *राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस* हर साल एक विशेष विषय के साथ कुछ लक्ष्यों और उद्देश्यों को ध्यान में रखकर लोगों के बीच अधिक प्रभावशाली बनाने के लिये मनाया जाता है। यह लोगों के बीच जीवन के हर क्षेत्र में ऊर्जा संरक्षण के महत्व का संदेश भेजने के लिए मनाया जाता है। ऊर्जा संरक्षण की प्रक्रिया को बढावा देने के लिये वाद-विवाद प्रतियोगिताओं का आयोजन कर अत्यधिक और फालतू ऊर्जा के उपयोग के स्थान पर कम ऊर्जा के प्रयोग के लिये लोगों को प्रोत्साहित करने का आहवान किया।ऊर्जा की खपत में कमी और कुशलता पूर्वक उपयोग करने के लिये लोगों को प्रोत्साहित करना।
*मुख्य अतिथि नंदिनी चौधरी सिंगापुर* ने *राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया ऊर्जा संरक्षण का सही अर्थ ऊर्जा के अनावश्यक उपयोग से बचते हुए कम-से-कम ऊर्जा का उपयोग करना है ताकि भविष्य में उपयोग हेतु ऊर्जा के स्रोतों को बचाया जा सके| ऊर्जा संरक्षण की योजना को अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए हर इंसान को अपने व्यवहार में ऊर्जा संरक्षण को शामिल करना चाहिए|
पूरे भारत में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण के अभियान को और प्रभावशाली और विशेष बनाने के लिये संरक्षण के उपाय बताए।
*विशिष्ट अतिथि सुशीला अग्रवाल शांतिनिकेतन* ने *अखिल भारतीय हस्तशिल्प सप्ताह (08-14 दिसम्बर)* पर अपने उद्बोधन में बताया ये देश के सभी राज्यों में लोगों के बीच हस्तशिल्प के बारे में समाज में जागरुकता, सहयोग और इसके महत्व को बढ़ाने के लिये बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।सभी जिला उद्योग प्रोत्साहन केंद्र के अधिकारी और कर्मचारी हस्तशिल्पियों के बीच जाकर हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए चल रही योजनाओं की जानकारी देंगे।
विशिष्ट अतिथि *रंजना गर्ग गांधीग्राम* ने *संजय गांधी जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया संजय गांधी भारतीय राजनीतिज्ञ और इंदिरा गांधी और फिरोज गांधी के छोटे बेटे थे । वह संसद , लोकसभा और नेहरू-गांधी परिवार के सदस्य थे । अपने जीवनकाल के दौरान, उन्हें व्यापक रूप से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख के रूप में अपनी मां के सफल होने की उम्मीद थी , लेकिन एक विमान दुर्घटना में उनकी प्रारंभिक मृत्यु के बाद उनके बड़े भाई राजीव उनकी मां के राजनीतिक उत्तराधिकारी बन गए और उनकी मां की हत्या के बाद भारत के प्रधान मंत्री के रूप में सफल हुए। . उनकी पत्नी मेनका गांधी और बेटावरुण गांधी भारतीय जनता पार्टी के राजनेता हैं ।
विशिष्ट अतिथि *विजया डालमिया हैदराबाद* ने *राज कपूर जन्म तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति मे बताया हिन्दी सिनेमा के प्रसिद्ध अभिनेता, निर्माता एवं निर्देशक थे। नेहरूवादी समाजवाद से प्रेरित अपनी शुरूआती फ़िल्मों से लेकर प्रेम कहानियों को मादक अंदाज से परदे पर पेश करके उन्होंने हिंदी फ़िल्मों के लिए जो रास्ता तय किया, इस पर उनके बाद कई फ़िल्मकार चले। भारत में अपने समय के सबसे बड़े ‘शोमैन’ थे। सोवियत संघ और मध्य-पूर्व में राज कपूर की लोकप्रियता दंतकथा बन चुकी है। उनकी फ़िल्मों खासकर श्री ४२० में बंबई की जो मूल तस्वीर पेश की गई है, वह फ़िल्म निर्माताओं को अभी भी आकर्षित करती है। राज कपूर की फ़िल्मों की कहानियां आमतौर पर उनके जीवन से जुड़ी होती थीं और अपनी ज्यादातर फ़िल्मों के मुख्य नायक वे खुद होते थे।
विशिष्ट अतिथि *प्रीति मोदी कोरबा* ने *उपेन्द्रनाथ अश्क* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया कवि, लेखक
मुख्य रचनाएँ उपन्यास गिरती दीवारे, गर्मराख, सितारों के खेल; नाटक- लौटता हुआ दिन, बड़े खिलाड़ी, जयपराजय; कहानी संग्रह- सत्तर श्रेष्ठ कहानियां, जुदाई की शाम के गीत, काले साहब, पिंजरा आदि।उर्दू के सफल लेखक उपेन्द्रनाथ *अश्क* ने मुंशी प्रेमचंद की सलाह पर हिन्दी में लिखना आरम्भ किया। 1933 में प्रकाशित उनके दूसरे कहानी संग्रह ‘औरत की फितरत’ की भूमिका मुंशी प्रेमचन्द ने ही लिखी थी।उन्हे 1972 ई. में ‘सोवियत लैन्ड नेहरू पुरस्कार’, 1965 में ‘संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार’।
कोरबा इकाई की अध्यक्षा *भगवती अग्रवाल* ने मंगसीर माह की एकादशी का महात्म बता पौराणिक कथा सुनाई।उन्होंने भजन प्रस्तुति पेश की।
वरिष्ट सदस्य *सुलोचना धनावत* ने मंगलवार का महात्म बता हनुमान भगवान के कई प्रसंग बता, भजन सुना सामूहिक कीर्तन और *ओम हनुमाये नमः* मंत्र का जाप करवाया।
*उमा बंसल महासचिव* ने आज के मुख्य समाचार पर प्रकाश सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न भेट कर सम्मानित किया। सभी सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित कर विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया।
*सम्मेलन के सभी* सदस्य सुलोचना धनावत, भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, गिरिजा गोयल, कुसुम अग्रवाल, उषा कलानौरिया, उमा बंसल, नंदिनी चौधरी, पुष्पा अग्रवाल, सरिता अग्रवाल, पूनम गोयल,विजया डालमिया,रंजना गर्ग,मंजू गोयल, प्रीति मोदी ने भजन प्रस्तुति से भक्तिमय वातावरण बना सभी सदस्यों को झूमने गाने के लिए प्रेरित किया। अपनी अपनी अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।
