अन्तर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत चौदह माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में  8-3-2022 मंगलवार को महिला दिवस पर आयोजित आनलाईन कार्यक्रम।

*बिजली जब चमकती है आकाश बदल देती है नारी जब गरजती है इतिहास बदल देती है _शालू पाहवा प्रचार्च जे एन यू महाविद्यालय शक्ति*

*महिलाओं को रिजर्वेशन नही बल्कि इज्जत दीजिए _श्रीमती नव्या सिंघानिया रायपुर*

अन्तर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत चौदह माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 8-3-2022 मंगलवार को महिला दिवस पर आयोजित आनलाईन कार्यक्रम।

कार्यक्रम का श्रीगणेश डॉ अनीता अग्रवाल ने अपने निवास पर भगवान गणेश के छायाचित्र पर रोली अक्षत का तिलक लगा श्रीफल चढ़ा माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित कर पूजा अर्चना आराधना से किया।

पुजा अग्रवाल बैंगलोर ने गणेश वंदना, पुष्पा अग्रवाल रायपुर ने पितर महाराज की वंदना, मधु मित्तल रायपुर ने गुरु वंदना, प्रतिमा गुप्ता ने हनुमान भजन प्रस्तुत किया।

*अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस* पर *मुख्य अतिथि सक्ती जेनयू कालेज की प्रिंसिपल श्रीमती शालू पाहवा* व *विशिष्ट अतिथि नव्या सिंघानिया रायपुर* उपस्थित रही।

पूजा अग्रवाल बैंगलोर ने शालू पाहवा का संक्षिप्त जीवन परिचय प्रस्तुत किया।

मधु मित्तल व डिंपल अग्रवाल ने श्री फल और तुलसी पौधा भेंट कर स्वागत गीत प्रस्तुत कर अतिथि का स्वागत किया।

*मुख्य अतिथि शालू पाहवा* ने अपनी अभिव्यक्ति मे कहा कि हमे केवल आज के दिन ही नही हर रोज महिलाओं का सम्मान करना चाहिए । छोटी उम्र से ही लड़कियां घर मे सेवा कार्य प्रारंभ कर देती हैं पहले प्रथा थी कि महिला घर संभालती थी पुरुष वर्ग बाहर काम करते थे समय के साथ यह व्यवस्था बदलती चली गई आज महिलाएं घर के साथ ही आर्थिक स्थिति मे सहयोग करने बाहर निकलने लगी है । लेकिन वहां भी उनके साथ दुर्व्यवहार होता है इसे रोकने महिलाओं को अपने अधिकार व कानूनी जानकारी रखनी होगी जब तक वो स्वयं जागरुक नहीं होगी तब तक उनकी स्थिति नही सुधरेगी।
उन्होने कहा कि कोरोना काल ने हमे बहुत कुछ सिखाया है। आनलाईन रहने से,देश दुनिया की जानकारी हमे तुरंत मिल जाती है इनसे वो आत्मनिर्भर भी बन रही है उन्होने बताया गांवों में महिलाएं छोटे छोटे स्व सहायता समूह का गठन कर लघु उद्योग की स्थापना करते हुए आगे बढ़ रही हैं ।
विवेकानंद जी ने कहा था कि महिलाओं को स्वतंत्र छोड़ दो वह स्वयं अपनी समस्या का समाधान कर लेंगी। शालू पाहवा जी ने कहा
*बिजली जब चमकती है आकाश बदल देती है नारी जब गरजती है इतिहास बदल देती है* उन्होने अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई मंच का धन्यवाद देते हुए आगे भी मंच की यथा सम्भव योगदान देने का आश्वासन दिया।

*विशिष्ट अतिथि श्रीमती नव्या सिंघानिया* ने महिला दिवस पर कहा कि महिलाओं को रिजर्वेशन नही बल्कि इज्जत दीजिए हमारे समाज मे आज भी लड़कियों को पढ़ने से रोक दिया जाता है जबकि एक शिक्षित महिला दो परिवार को शिक्षित करती है व अपने बच्चो की पढ़ाई से लेकर हर फील्ड मे काम कर परिवार का नाम रोशन करती है आज घरो में रहने वाली महिलाओं को यह ताने दिए जाते हैं कि तुम हाउस वाईफ हो लेकिन वो नहीं जानते कि घर का मैनेजमेंट संभालना बहुत बड़ी जिम्मेदारी है अगर हम उनकी सैलरी देंगे तो हमारी पूरी तनख्वाह भी कम पड़ेगी।
नव्या ने बताया कि 2022 महिला दिवस की थीम “वूमेन्स आफ टूमारो” के बारे मे बताया आज वे नया सीखेंगी व आगे सिखाते रहेगी। उन्होने कहा कि महिलाएं इमोश्नली रुप से मजबूत होती है अगर वो ठान लें तो बहुत कुछ कर सकती हैं।

*पुष्पा अग्रवाल और उषा कलानोरिया* ने अतिथियों के स्मृति चिह्न भेंट कर उन्हें सम्मानित किया।

*उमा बंसल महासचिव* ने सभी अतिथियों और सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित कर विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया।

कार्यक्रम में सुलोचना धनावत, भगवती अग्रवाल, डिम्पल अग्रवाल, तारा अग्रवाल , अंशु अग्रवाल,नंदिनी सिंगापुर, हेमलता मित्तल, पुष्पा अग्रवाल, राजकुमारी गुप्ता, कीर्ति अग्रवाल मधु मित्तल, कुसुम अग्रवाल, कृष्णा अग्रवाल मंजु गोयल, सबिता अग्रवाल, शीतल लाठ, निमिषा गोयल, निशा गोयल, गिरिजा गोयल, लता मोदी, लाता नायक, नेहा अग्रवाल, पार्बती अग्रवाल, सबिता अग्रवाल, वंदना अग्रवाल, राजकुमारी गुप्ता, अंशु अग्रवाल, निशा गोयल, गिरिजा गोयल, कृष्णा अग्रवाल, मधु मित्तल ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर अपनी अभिव्यक्ति से कार्यक्रम को सफल बनाया।