अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत 14 माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में  22 मार्च 2022 मंगलवार को दोपहर 3:00 बजे से गूगल मीट पर *विश्व जल दिवस बिहार दिवस, रंगपंचमी, हनुमान प्रसाद पोद्दार पुण्य तिथि* के उपलक्ष में आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

*जल संरक्षण को दैनिक जीवन का अभिन्न अंग बना स्वच्छ पीने के पानी का महत्व समझना नितांत आवश्यक है। जल की महत्ता बता आने वाले सम में जल संकट के कारण होने वाली समस्याओं के बारे में आगाह किया।_ डॉ एम एल अग्रवाल प्राचार्य इंजीनियरिंग कॉलेज*

अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत 14 माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 22 मार्च 2022 मंगलवार को दोपहर 3:00 बजे से गूगल मीट पर *विश्व जल दिवस बिहार दिवस, रंगपंचमी, हनुमान प्रसाद पोद्दार पुण्य तिथि* के उपलक्ष में आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

कार्यक्रम का श्रीगणेश अध्यक्ष *डॉ अनीता अग्रवाल* ने अपने निवास स्थान पर हनुमान जी के छायाचित्र के सामने सिंदूर श्रीफल पुष्प अर्पण कर मंत्रोचार से दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने सभी अतिथियों और सदस्यों का स्वागत कर प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम का महत्व बताया।

*कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ एम एल अग्रवाल* प्राचार्य शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालया, मीट, पीएचडी एनवायरनमेंटल इंजीनियरिंग आईआईटी कानपुर आईआईटी खड़गपुर ने *विश्व जल दिवस* पर अपने उद्बोधन में बताया जल जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है जल है तो जीवन हैं भगवान में न शब्द ही नीर जल है। आज के समय हमे स्वच्छ पीने के पानी का संरक्षण करना अति अनिवार्य है उसे जीवन का अभिन्न अंग मानना होगा। उन्होंने बताया विश्व जल दिवस 22 मार्च को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य विश्व के सभी देशों में स्वच्छ एवं सुरक्षित जल की उपलब्धता सुनिश्चित करवाना है साथ ही जल संरक्षण के महत्व पर भी ध्यान केंद्रित करना है। पानी की बचत आज की सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता है।वैश्विक जल संरक्षण के वास्तविक क्रियाकलापों को प्रोत्साहन करना दैनिक जीवन का अभिन्न अंग बनाना ही प्राथमिक उद्देश होना चाहिए। केवल पानी की कमी पानी के अनावश्यक उपयोग के कारण है। बढ़ती आबादी और इसके परिणामस्वरूप बढ़ते औद्योगिकीकरण के कारण, शहरी माँग में वृद्धि हुई है और पानी की खपत बड़ी तेजी से बढ़ रही है परिणाम स्वरूप जल की जमीनी सतह, जलभृत, जलदाई स्तर हमसे काफी दूर होती जा रही है।
हमे अपनी भोगविलास्ता की जीवन शैली बदल आने वाली पीढ़ी के लिए पानी बचाना होगा। जब हम छोटे थे पानी नदी नाले लबालब भरे देखते थे, आज हम बॉटल बंद पानी पर आ गए है आने वाले भविष्य में पानी की त्राही त्राही न हो उसके लिए अभी जागरूक हो जल संरक्षण का महत्व साफ पीने के पानी की उपलब्धता समझ जल संरक्षण का संकल्प लेना होगा ।उन्होंने जल की महत्ता बता आने वाले समय में जल संकट के कारण होने वाली समस्याओं के बारे में आगाह किया।

मुख्य अतिथि *नंदिनी चौधरी* सिंगापुर ने *बिहार दिवस* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया वे बिहार की बेटी है जो अभी सिंगापुर में निवासरत है।बिहार दिवस हर साल 22 मार्च को मनाया जाता है। यह बिहार राज्य के गठन को चिह्नित करता है। इसी दिन अंग्रेजों ने 1912 में बंगाल से बिहार को अलग कर एक राज्य बनाया था।

विशिष्ट अतिथि *रंजना गर्ग* गुजरात ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया कोरोना वायरस से निपटने के लिए पूरे भारत में 1 दिन का जनता कर्फ्यू लागू किया गया।माल गाड़ियों को छोड़कर सभी रेलगाड़ियों का परिचालन 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया। कोरोना वायरस से निजात के लिए लगे कर्मियों का उत्साह बढ़ाने के लिए शाम के 5:00 बजे सभी भारत वासियों ने एक साथ ताली बजाई।

विशिष्ट अतिथि *कमलेश बोंदिया* सिमगेड़ झारखंड ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया *हनुमान प्रसाद पोद्दार* (1892 ई – २२ मार्च १९७१) का नाम गीता प्रेस स्थापित करने के लिये भारत व विश्व में प्रसिद्ध है। गीता प्रेस उत्तर प्रदेश के गोरखपुर नगर में स्थित है। उनको प्यार से भाई जी कहकर भी बुलाते हैं।

कार्यक्रम संयोजिका संचालिका *भगवती अग्रवाल* अध्यक्ष कोरबा इकाई ने मुख्य वक्ता का संक्षिप्त जीवन परिचय सभी के सम्मुख प्रस्तुत किया।
*कीर्ति अग्रवाल* ने पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत गीत गा मुख्य वक्ता का स्वागत कर उन्हे उनके डिमॉन्सट्रेशन प्रस्तुतिकरण के लिए डिजिटल मंच पर आमंत्रित किया।

*मुख्य वक्ता नैंसी बालोदिया बारगढ़ ओडिसा* ने ऑनलाइन त्रिदिवसीय योग प्रशिक्षण शिविर में आज दूसरे दिन जुंबा का महत्व बता विभिन्न प्रकार के जुंबा स्टेप, स्ट्रेचिंग कर के बताए।उन्होंने नियमित आधा घंटे जुंबा करने के कई फायदे बारीकी से विस्तार में बताए।

*राजकुमारी गुप्ता* रायपुर ने रंगपंचमी की सभी को बधाई दे रंगपंचमी का महत्व बता गीत प्रस्तुत किया।सभी सदस्यो ने गुलाल का टीका दिखा रंग पंचमी को हर्षोल्लास से मनाया।

*उषा कलानोरिया* अध्यक्ष बाराद्वार इकाई ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।

*उमा बंसल* महासचिव ने सभी अतिथियों और सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित कर विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम समापन की विधिवत घोषणा की।

कार्यक्रम में डॉक्टर एम एल अग्रवाल, नैंसी बालोदिया, नंदिनी चौधरी, रंजना गर्ग, प्रतिमा गुप्ता, राजकुमारी गुप्ता, यशोदा गुप्ता, शिखा गुप्ता, भावना गुप्ता, भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, गिरिजा गोयल, रेखा गर्ग, रंजना गर्ग, अंशु अग्रवाल, निशा गोयल, निमिषा गोयल, पुष्पा अग्रवाल, उषा कलानोरिया, उमा बंसल, भावना अग्रवाल, मधु मित्तल, कीर्ति अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, शालू अग्रवाल, लक्ष्मी अग्रवाल, पार्बती अग्रवाल, सबिता अग्रवाल, रूपेश अग्रवाल, सरिता अग्रवाल, पूनम गोयल, शीतल लाठ, तारा बेरीवाल, वंदना अग्रवाल, कमलेश बोंदिया, एकांश गुप्ता ने अपनी अभिव्यक्ति और प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।