*विगत लगभग डेढ़ साल से हिंदुत्व जागरण सनातन हिंदू पद्धति, संस्कृति, धर्म को प्रवाहित करने में संलग्न अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन*
अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत सवा पंद्रह माह से प्रतिदिन आयोजित कर कार्यक्रम की श्रृंखला में दोपहर तीन बजे से गूगल मीट पर 14 -5-2022 शनिवार को *नरसिंह जयंती, छिन्नमस्ता जयंती, शनभाजी जन्म तिथि, अरुण चंद्र गुहा, अल्लादी कृष्णस्वामी अय्यर, मृणाल सेन, प्रणव मिस्त्री जन्म तारीख, हनुमान चालीसा व हनुमान भजन* का आयोजन किया गया ।
सर्वप्रथम डॉ अनीता अग्रवाल ने अपने निवास पर हनुमान दरबार में मंत्रों द्वारा दीप प्रज्वलन किया । अपने आतिथ्य उद्बोधन में उन्होंने सभी अतिथियों और सदस्यों का डिजिटल मंच पर स्वागत वंदन कर नरसिंह जयंती की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं बधाई प्रेषित की। तत्पश्चात गणेश वंदना निशा गोयल पितर वंदना कीर्ति अग्रवाल व गुरु वंदना अंशु अग्रवाल पत्थलगांव ने किया ।
मुख्य अतिथि *नंदिनी चौधरी* सिंगापुर ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया नरसिंह देवता भगवान विष्णु के चौथे अवतार हैं। इस पावन दिन नरसिंह भगवान की पूजा- अर्चना करने से सभी तरह के संकटों से मुक्ति मिल जाती है। हर साल वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को नरसिंह जयंती का पावन त्योहार मनाया जाता है। इस साल यह पर्व 14 मई 2022, शनिवार को है।
विशिष्ट अतिथि *पूजा अग्रवाल* ने अपने उद्बोधन में बताया छिन्नमस्ता या ‘छिन्नमस्तिका’ या ‘प्रचण्ड चण्डिका’ दस महाविद्यायों में से एक हैं। छिन्नमस्ता देवी के हाथ में अपना ही कटा हुआ सिर है तथा दूसरे हाथ में खड्क है।
मान्यता है कि छिन्नमस्ता महाविद्या सकल चिंताओं का अंत करती है और मन में चिन्तित हर कामना को पूरा करती हैं। इसलिए उन्हें चिंतपुरणी भी कहा जाता है। चिंतपुरणी मंदिर हिमाचल प्रदेश मे है देवी छिन्नमस्ता का एक प्रसिद्ध मंदिर रजरप्पा मे है सहारनपुर की शिवालिक पहाडियों के मध्य प्राचीन शाकम्भरी देवी शक्तिपीठ मे भी छिन्नमस्ता देवी का एक भव्य मंदिर है।
*सुलोचना धनावत* ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया शम्भाजी / शंभू राजे / शम्भुजी (जन्म: 14 मई, 1657; मृत्यु: 11 मार्च, 1689) शिवाजी के ज्येष्ठ पुत्र और उत्तराधिकारी थे, जिसने 1680 से 1689 ई. तक राज्य किया। शम्भुजी आरम्भ से ही अभिमानी, क्रोधी एवं भोग विलासी हो गया था। अपनी मृत्यु के समय शिवाजी ने उसे पन्हाला के क़िले में क़ैद कर रखा था। शम्भुजी में अपने पिता की कर्मठता और दृढ़ संकल्प का अभाव था। वह विलास-प्रेमी था, किन्तु उसमें शौर्य की कमी न थी। 4 अप्रैल, 1680 ई. को शिवाजी की मृत्योपरान्त उनकी पत्नी सूर्याबाई ने अपने दस वर्षीय पुत्र राजाराम का अप्रैल, 1680 ई. में रायगढ़ महाराष्ट्र में राज्याभिषेक कर दिया, किन्तु शम्भुजी ने मराठा सेनापति हमीरराव मोहिते को अपने पक्ष में करके आक्रमण कर दिया। उसने सूर्याबाई एवं राजाराम को क़ैद कर लिया और रायगढ़ पर अधिकार करके 30 जुलाई, 1680 ई. को अपना राज्याभिषेक करवाया।
*उषा अग्रवाल* ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया अरुण चन्द्र गुहा (भारत के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी और राजनीतिक कार्यकर्ता थे। क़ानूनी शिक्षा प्राप्त करने के दौरान ही वह क्रांतिकारी गतिविधियों में सक्रिय हो गए थे। रामकृष्ण परमहंस और स्वामी विवेकानन्द के विचारों से अरुण चन्द्र बहुत प्रभावित थे। भारत की आज़ादी के बाद अरुण चन्द्र गुहा संविधान परिषद के सदस्य भी चुने गए थे। वे तीन बार वर्ष 1952, 1957 और 1962 में लोकसभा के लिए भी निर्वाचित हुए। एक प्रसिद्ध लेखक के रूप में भी अरुण गुहा जाने जाते थे।
*अंशु अग्रवाल* ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया अल्लादि कृष्णास्वामी अय्यर (जन्म- 14 मई, 1883, मद्रास; मृत्यु- 3 अक्टूबर, 1953) प्रसिद्ध न्यायविद, अधिवक्ता और शिक्षाशास्त्री थे। वे उदारवादी दृष्टिकोण के व्यक्ति थे। देश की आज़ादी के बाद वे संविधान सभा के सदस्य भी चुने गए थे।
*डिंपल अग्रवाल* ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया मृणाल सेन (जन्म १४ मई, मृत्यु:30 दिसम्बर 2018, कोलकाता ) भारतीय फ़िल्मों के प्रसिद्ध निर्माता व निर्देशक हैं। इनकी अधिकतर फ़िल्में बांग्ला भाषा में हैं। बंगाली, उड़िया, तेलुगु और हिंदी फ़िल्मों में समान रूप से सक्रिय रहे मृणाल सेन भारत में समानांतार सिनेमा आंदोलन के अग्रणी माने जाते हैं।
*भगवती अग्रवाल* ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया 1981 – प्रणव मिस्त्री का जन्म (भारतीय आविष्कारक और कम्पयूटर वैज्ञानिक) 1984 – फेसबुक के जनक मार्क एलियट जुकरबर्ग का जन्म हुआ ।
*उषा कलानोरिया* अध्यक्ष बारदवार इकाई कार्यक्रम संयोजिका संचालिका ने शनिवार को हनुमान दिवस के रूप में यादगार बनाने के लिए हनुमान चालीसा के पाठ का आयोजन किया।
हनुमान चालीसा का पाठ डॉ अनीता अग्रवाल, उमा बंसल, कीर्ति अग्रवाल, निशा गोयल, राज कुमारी गुप्ता द्वारा भक्ति भाव से पढ़ा गया ।
हनुमान चालीसा के पाठ के बाद कुसुम अग्रवाल द्वारा हनुमान अष्टक का पाठ किया गया ।उसके बाद बजरंग बाण का पाठ अंशु अग्रवाल के द्वारा किया गया श्री रामचंद्र की स्तुति गान डिंपल अग्रवाल के द्वारा की गई ।
उसके बाद मंच पर हनुमान भजन का आयोजन किया गया जिसमें उषा अग्रवाल रायपुर द्वारा भावपूर्ण हनुमान भजन प्रस्तुत किया गया निमिषा गोयल ने भी भजन प्रस्तुत किया भगवती अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ी भाषा में हनुमान जी का भजन गाया व अंत में श्रीमती लक्ष्मी गोयल द्वारा मारवाड़ी भाषा में सालासर बालाजी का भजन गाया गया।पूरा मंच हनुमान की भक्ति के रस में डूब थिरकने लगा था।
आज के कार्यक्रम में उषा कलानोरिया, कीर्ति अग्रवाल, निशा गोयल, अंशु अग्रवाल ,राज कुमारी गुप्ता, उमा बंसल, कुसुम अग्रवाल,सुलोचना धनावत, डिंपल अग्रवाल, भगवती अग्रवाल, निमिषा गोयल,लक्ष्मी गोयल, गिरजा गोयल,उषा अग्रवाल रायपुर पुष्पा अग्रवाल ने उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाया
