शराब बेचने के निर्णय पर पूर्व मंत्री डॉ .बाँधी का सरकार पर हमला कहा ,सरकार स्वयं कर रही कोरोना को आमंत्रित

बिलासपुर. कोरोना वायरस के बचने के लिए देश भर में चल रही जंग के बीच छत्तीसगढ़ में शराब को लेकर सियासत भड़क गई है। लॉकडाउन के दौरान छत्तीसगढ़ में शराब दुकान खोलने का चौतरफा विरोध शुरू हो गया है। इस विरोध की सबसे बड़ी वजह है कि सरकार ने अपने जन घोषणा पत्र में पूर्ण शराबबंदी का वादा किया था। इसे लेकर पूर्व मंत्री व उपनेता प्रतिपक्ष डॉ कृष्णमूर्ति बाँधी ने कहा है कि शराब दुकान खोल कर कांग्रेस ने स्वयं छत्तीसगढ़ की जनता को मौत के मुंह मे धकेल दिया है । छत्तीसगढ़ में हर जिले से शराब बिक्री के दौरान शोसल डिस्टेंसिंग का पालन न करने और भीड़ द्वारा नियम कानून की धज्जियां उड़ाने का मामले सामने आ रहे है जो चिंता जनक है । यदि जल्द ही शराब दुकाने बंद नहीं कि गई तो वो दिन दूर नही जब यहाँ भी कोरोना का संक्रमण फैलने लगेगा।
छत्तीसगढ़ सरकार शराब की ऑनलाइन डिलीवरी कर
लोगों को शराब पीने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. सब जरूरी सेवाएं बंद हैं, लेकिन शराब दुकान खोल दिया गया है. इससे हालात और बिगड़ सकते हैं.
डॉ बाँधी ने कहा कि कोरोना की वजह से लागू हुआ लाकडाउन पूर्ण शराबबंदी के लिए सरकार के सामने एक बड़ा अवसर था. चुनाव के पहले कांग्रेस ने अपने जन घोषणा पत्र से यह वादा किया था कि सत्ता में आने के बाद राज्य में बिहार, गुजरात की तर्ज पर पूर्ण शराबबंदी लागू की जाएगी, लेकिन सत्ता में आने के बाद इसके लिए कमेटी बना दी. जबकि इस कमेटी की कोई आवश्यकता नहीं है. कांग्रेस सरकार का वादा है, तो पूरा उन्हें ही करना चाहिए. इसके लिए राजनीतिक कमेटी की जरूरत क्या है?