1 अगस्त सोमवार को मोहनलाल सुखड़िया विश्वविद्यालय,
उदयपुर में मोहनलाल सुखड़िया स्मृति व्याख्यान आयोजित
होगा। जिसमें अटल बिहारी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अरुण दिवाकर नाथ वाजपेयी बतौर मुख्य वक्ता आध्यात्मिक राजनीति पर अपना वक्तव्य देंगे। प्रो. वाजपेयी का आध्यात्म विषय पर विशद अध्ययन है। जो उनकी किताबों और उनके वक्तव्यों में भी झलकता है। प्रो. वाजपेयी आध्यात्मिक राष्ट्रवाद और उसके विभिन्न आयामों पर किताब लेखन का कार्य भी कर चुके हैं। प्रो. वाजपेयी कहते हैं कि भारतवर्ष की समस्त पूंजी उसकी आध्यात्मिक संपदा है। आत्मा की विशेषताओं को जीवन में लाने अथवा आचरण में लाने की प्रक्रिया ही आध्यात्मिकता है। इसके लिए जरूरी है कि व्यक्ति आत्मा की सत्ता पर ही नहीं, बल्कि उसके आयामों पर भी विश्वास करें। जीवन में प्रदर्शन, नाटक और आडंबर व्यक्ति को आध्यात्मिकता से दूर लेकर जाते हैं।
मोहनलाल सुखड़िया स्मृति व्याख्यान कार्यक्रम में राजस्थान स्टेट हायर एजुकेशन काउंसिल, जयपुर के वॉइस चेयरमैन प्रो. दरियांव सिंह चुण्डावत मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे तो वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता मोहनलाल सुखड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर के कुलपति प्रो. आई.वी. त्रिवेदी करेंगे। कार्यक्रम मोहनलाल सुखड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर के बप्पा रावल स्वर्ण जयंती अतिथि गृह के संगोष्ठी सभागार में सोमवार, पूर्वाह्न 11 बजे आयोजित होगी।
मोहनलाल सुखड़िया के प्रतिष्ठित व्याख्यान में मुख्य वक्ता होंगे कुलपति प्रो. एडीएन वाजपेयी
