तुलसीदास जयंती पर उनके दोहे पढ़ दी श्रद्धांजलि
डॉक्टर मार्टिन फिजियोथेरपिस्ट ने जोड़ो के दर्द के निवारण के उपाय बताए

तुलसीदास जयंती पर उनके दोहे पढ़ दी श्रद्धांजलि
डॉक्टर मार्टिन फिजियोथेरपिस्ट ने जोड़ो के दर्द के निवारण के उपाय बताए

अंतराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत

द्वारा विगत सत्रह माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 4/8/2022 गुरुवार को चतुर्मास, श्रावण मास, प्रसिद्व भारतीय वकील और सामाजिक कार्यकर्ता फिरोजशाह मेरवानजी मेहता, साहित्यकार इन्दु प्रकाश पाण्डेय, किशोर कुमार भारतीय सिनेमा के मशहूर अभिनेता एवं पार्श्वगायक, बराक ओबामा संयुक्त राज्य अमेरिका के 44वें राष्ट्रपति एवं नोबेल पुरस्कार विजेता की जन्म तारीख और उड़ीसा की महिला मुख्यमंत्री तथा लेखिका नंदिनी सत्पथी की निधन तारीख पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

कार्यक्रम का श्री गणेश डॉ अनीता अग्रवाल अध्यक्ष ने अपने निज निवास पर भगवान के छाया चित्र पर रोली अक्षत का तिलक लगा पुष्पार्पण, माल्यार्पण कर मंत्रोचार से दीप प्रज्वलित किया।
शीतल लाठ ने राष्ट्रगान, पूजा अग्रवाल ने गणेश वंदना, कीर्ति अग्रवाल ने पितरों जी की स्तुति, सुलोचना धनावत ने गुरु वंदना प्रस्तुति दी।
लीला देई ने ॐ नमः शिवाय मंत्र पढ़ संपूर्ण विश्व की मंगल कामना की।

उषा कलानोरिया अध्यक्ष बारादवार इकाई कार्यक्रम ने श्रावण पवित्र मास का महात्म बताया।

कार्यक्रम अध्यक्ष नंदिनी चौधरी सिंगापुर ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया बराक हुसैन ओबामा (जन्म: ४ अगस्त, १९६१) अमरीका के ४४वें राष्ट्रपति रहे हैं। वे इस देश के प्रथम अश्वेत (अफ्रीकी अमरीकन) राष्ट्रपति हैं। उन्होंने २० जनवरी, २००९ को राष्ट्रपति पद की शपथ ली। ओबामा इलिनॉय प्रांत से कनिष्ठ सेनेटर तथा २००८ में अमरीका के राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रैटिक पार्टी के उम्मीदवार थे।

मुख्य अतिथि पार्बती अग्रवाल लाऊ मुंडा उड़ीसा ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया किशोर कुमार (जन्म: 4 अगस्त, 1929 खण्डवा मध्यप्रदेश निधन: 13 अक्टूबर, 1987) भारतीय सिनेमा के मशहूर पार्श्वगायक समुदाय में से एक रहे हैं। वे एक अच्छे अभिनेता के रूप में भी जाने जाते हैं। हिन्दी फ़िल्म उद्योग में उन्होंने बंगाली, हिन्दी, मराठी, असमी, गुजराती, कन्नड़, भोजपुरी, मलयालम, उड़िया और उर्दू सहित कई भारतीय भाषाओं में गाया था। उन्होंने सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक के लिए 8 फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार जीते और उस श्रेणी में सबसे ज्यादा फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार जीतने का रिकॉर्ड बनाया है। उसी साल उन्हें मध्यप्रदेश सरकार द्वारा लता मंगेशकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उस वर्ष के बाद से मध्यप्रदेश सरकार ने “किशोर कुमार पुरस्कार”(एक नया पुरस्कार) हिंदी सिनेमा में योगदान के लिए चालु कर दिया था।

विशिष्ट अतिथि सबिता अग्रवाल सन पुर ओडिसा ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया प्रकाश पाण्डेय (जन्म: 4 अगस्त, 1924) हिन्दी के समकालीन साहित्यकार हैं। इन्दु प्रकाश पाण्डेय जर्मनी के फ्रैंकफुर्त नगर में स्थित जॉन वौल्‍फ़गॉग गोएटे विश्‍वविद्यालय के भारतीय भाषा विभाग से 1989 में अवकाश प्राप्‍त प्राध्‍यापक हैं। 90 वर्ष की आयु में भी डॉ. पाण्‍डेय की सक्रियता में कोई कमी नहीं है। वर्तमान में वे ‘नागरी प्रचारिणी सभा’ तथा ‘भारतीय पी.ई.एन.’ के स्‍थाई सदस्‍य हैं।

विशिष्ट अतिथि पूजा अग्रवाल बैंगलोर ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया डॉ. इन्‍दु प्रकाश पाण्‍डेय का जन्‍म 4 अगस्त, 1924 को उत्तर प्रदेश के ज़िला रायबरेली में ग्राम गेगासों शिवपुरी के पं. शम्‍भू रतन पाण्‍डेय तथा शुभद्रा पाण्‍डेय के घर हुआ। गाँव की पाठशाला से प्रारम्भिक शिक्षा प्राप्‍त करने के बाद बालक इन्‍दु प्रकाश परिवार के साथ कासगंज, अजमेर, माउंट आबू और रायबरेली रहे और इन्‍हीं स्‍थानों पर रह कर माध्‍यमिक शिक्षा प्राप्‍त की। रायबरेली से 1943 में हाईस्‍कूल की परीक्षा उत्‍तीर्ण की। इसी साल महात्मा गाँधी द्वारा शुरू किए गए भारत छोड़ो आन्दोलन में सक्रिय भाग लिया और गिरफ्तार होकर जेल में रहे। यही वर्ष इन्‍दु प्रकाश के जीवन में भारी मोड़ लाने वाला वर्ष था, जब परिवार के दबाब में उन्‍हें अनिच्‍छापूर्वक विवाह करना पडा। हाइडी पांडेय ने धर्मपत्‍नी के रूप में उनके जीवन में प्रवेश लिया जो कालान्‍तर में उनके तीन बेटों पुरुषोत्‍तम, कैलाश और अविनाश की माँ बनीं। विवाह के बाद इन्‍दुजी इण्‍टरमीडिएट की शिक्षा के लिए कानपुर गए और बी.एन.एस.डी. कॉलेज से 1945 में इण्‍टरमीडिएट की परीक्षा पास की। फिर वे उच्‍च शिक्षा के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय में प्रविष्‍ट हुए। वहाँ से 1947 में बी.ए. की उपाधि हिन्‍दी व अंग्रेज़ी साहित्य तथा राजनीति शास्‍त्र विषय लेकर प्राप्‍त की। 1949 में उन्‍होंने इलाहाबाद विश्‍वविद्यालय से ही हिन्‍दी साहित्‍य में एम. ए. की उपाधि प्राप्‍त की।

विशिष्ट अतिथि रंजना गर्ग गुजरात ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया सर फिरोजशाह मेहता (४ अगस्त १८४५ – ५ नवम्बर १९१५) भारत एक स्वतंत्रा सेनानी, न्यायविद तथा पत्रकार थे। वे एक उदार राजनीतिज्ञ थे जिनका प्रयास था कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पर कट्टरपंथियों का अधिकार न हो सके। वे बहुत-से संस्थानों के जन्मदाता थे। मुंबई नगर पालिका के सदस्य होने के साथ ही वे नगर पालिका अध्यक्ष भी रहे और इस संस्था के सुधार के लिए उन्होंने बहुत से कार्य किये। वे बॉम्बे प्रेजीडेंसी एसोसिएशन में सक्रिय होने के साथ-साथ इसके अध्यक्ष भी रहे। वे मुंबई के एडवोकेट जनरल और इंपिरियल लेजिसलेटिव काउंसिल के सदस्य थे। वे मुम्बई विश्वविद्यालय से जुड़े रहे और एक दैनिक समाचार पत्र- ‘दि बॉम्बे क्रॉनिकल’ की स्थापना की।

शीतल लाठ कार्यक्रम संचालिका संयोजिका प्रान्तीय योग प्रभारी ने राष्ट्र गान किया । मुख्य वक्ता डॉक्टर मार्टिन ज़ोन फिजीथरेपिसट का परिचय वा स्वागत सुलोचना अग्रवाल ने किया।
मुख्य वक्ता कार्यक्रम अध्यक्ष डॉक्टर मार्टिन महिलाओं को होने वाली यूरीन की समस्या व जोड़ो के दर्द की समस्या के बारे में विस्तार से जानकारी दी जो की बहुत ही लाभदायक थी हम किसी को बता नहीं पाते वो सारी चीजें उन्होंने हमें समझाई ।
सभी बहनो के प्रश्नो के जवाब दिए मार्टिन जी ने एवं समाधान भी बताया।
मधु मित्तल ने स्मृति चिन्ह देकर आभार व्यक्त किया ।
तुलसीदास के दोहे भी गाए ग़ए ।
शीतल लाठ ,पुष्पा अग्रवाल,निमिषा गोयल ,सुलोचना धनवत ने दोहे पढ़े ।
शांति मंत्र द्वारा सुलोचना जी ने कार्यक्रम का समापन किया ।

तारा बेरीवाल अध्यक्ष रायगढ़ इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया भारत के इतिहास में 4 अगस्त को कौन सी मुख्य घटनाएं घटित हुई।

मधु मित्तल ने अपनी अभिव्यक्ति में गुरुवार का महात्म बताते हुए पौराणिक कथा सुनाई।

भगवती अग्रवाल अध्यक्ष कोरबा इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया श्रावण मास और चतुर्मास का महात्म।

पुष्पा अग्रवाल रायपुर इकाई की अध्यक्ष ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर आभार प्रदर्शन कर उनके उद्बोधन को ज्ञानवर्धक बताया।

उपमा अग्रवाल प्रांतीय संयोजक बेटी मेरी शान ने सभी अतिथियों और सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।

सुलोचना धनावत प्रचार प्रसार प्रभारी ने संपूर्ण विश्व कल्याण की भावना से कल्याण मंत्र द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया।

कार्यक्रम में नंदिनी चौधरी, मीना गोयल, रजनी जिंदल, पूजा अग्रवाल, सबिता अग्रवाल, तारा बेरीवाल, सरला लोहिया, पार्बती अग्रवाल, सपना सराफ, उषा कलानोरिया, प्रतिमा गुप्ता, राजकुमारी गुप्ता, यशोदा गुप्ता, कीर्ति अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, मधु मित्तल, निशा गोयल, निमिषा गोयल, लक्ष्मी गोयल, रजनी, किरण अग्रवाल, लक्ष्मी अग्रवाल, वंदना अग्रवाल, पूजा अग्रवाल, उपमा अग्रवाल, हेमलता बंसल, हेमलता मित्तल, शीतल लाठ, भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, सुलोचना धनावत ने अपनी अभिव्यक्ति और प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।