खाटू श्याम प्राकट्योत्सव दिवस पर भजन कीर्तन से झूमा मंच
शनिवार को 51 हनुमान चालीसा, भजन, कीर्तन, सत्संग
अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत ईक्काईस माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 5 नवंबर 2022 शनिवार को दोपहर तीन बजे से गूगल मीट पर चतुर्मास, कार्तिक मास, अंतराष्ट्रीय रेड क्रॉस दिवस सप्ताह,विश्व सुनामी जागरूकता दिवस,भगवान अरनाथ ज्ञान कल्याणक, श्री बनारसी दास गुप्ता, श्री अर्जुन सिंह, श्री चितरंजन दास जयंती, विराट कोहली जन्मदिन, सुहास पांडुरंगब सुखात्मे, चित्तरंजन दास – महान् स्वतंत्रता सेनानी, बनारसी दास गुप्ता – हरियाणा के भूतपूर्व मुख्यमंत्री तथा स्वतंत्रता सेनानी, उदयराजसिंह – हिन्दी के प्रसिद्ध साहित्यकार, विभूति नारायण सिंह भारतीय स्वतंत्रता पूर्व काशी राज्य के अंतिम काशी नरेश की जन्म तारीख और फिरोज़शाह मेहता – भारतीय राजनेता तथा बंबई नगरपालिका के संविधान (चार्टर) के निर्माता, फैय्याज खान – ध्रुपद तथा ख़याल गायन शैली के श्रेष्ठतम गायक, नागार्जुन रगतिवादी विचारधारा के लेखक और कवि, बलदेव राज चोपड़ा- हिन्दी फ़िल्म निर्माता-निर्देशक, भूपेन हज़ारिका भारत के ऐसे विलक्षण कलाकार, विजयदेव नारायण साही, प्रसिद्ध कवि एवं आलोचक, प्रभाष जोशी हिन्दी पत्रकारिता के आधार स्तंभों में से एक,विजय देव नारायण साही, बी आर चोपड़ा,परमानंद श्रीवास्तव,एन वी बालासुब्रमणियम की स्मृति दिवस पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।
कार्यक्रम का श्री गणेश डॉ अनीता अग्रवाल ने अपने निवास स्थान पर भगवान दरबार में फोटो पर रोली अक्षत का तिलक लगा मोली चढ़ा पुष्पार्पण, माल्यार्पण कर श्री फल प्रसाद चढ़ा मंत्रोचार से दीप प्रज्वलित कर राष्ट्रगान से किया।
लक्ष्मी अग्रवाल ने गणेश वंदना, पुष्पा अग्रवाल ने पितरों जी की स्तुति, तारा बेरीवाल ने गुरु वंदना प्रस्तुत की।अनीता, कुसुम, किरण, सबिता सभी उपस्थित सदस्यो ने हनुमान चालीसा का पाठ किया।डिंपल, निमिषा, किरण, प्रीति, मधु, कीर्ती, डिंपल, तारा, रजनी, पार्वती, सबिता, अंशु, मोनिका, श्वेता ने भजनों की माला गूथ भक्तिमय वातावरण को सुगंधित किया।
सुलोचना धनावत प्रचार प्रसार प्रभारी कार्यक्रम संयोजिका ने अपने आतिथ्य उद्बोधन में उन्होंने सभी अतिथियों और सदस्यों का स्वागत किया सभी को कार्तिक पुण्य माह, द्वादसी, खाटू श्याम प्राकट्योत्सव दिवस की बधाई प्रेषित कर अतिथियों का संक्षिप्त जीवन परिचय प्रस्तुत कर सभी को उनके उद्बोधन के लिए बारी बारी से आमंत्रित किया।
कार्यक्रम अध्यक्ष नंदिनी चौधरी सिंगापुर ने अपने उद्बोधन में बताया
हर साल 5 नवंबर को विश्व सुनामी जागरूकता दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य भविष्य में आने वाली आपदाओं को लेकर पहले से ही तैयारी की सके की जा सके ताकि ज्यादा से ज्यादा जान बचाई जा सके और जनधन की हानि ना हो। इस विषय में इस दिन जागरूकता के प्रचार प्रसार को बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। सुनामी दिवस के दिन सभी को सुनामी से होने वाले खतरे एवं इसके बचाव के उपाय के बारे में बताया जाता है। इस दिन प्राकृतिक आपदा सुनामी के बारे में लोगों को जागरूक किया जाता है और ऐसी स्थिति में कैसे निपटा जाए इसके विषय में जानकारी दी जाती है। विश्व में ऐसे कई देश है जहां हर साल सुनामी आती है।
मुख्य वक्ता कमलेश बोंदिया सिमगेड़ा झारखंड ने अपने उद्बोधन में बताया कार्तिक मास, खाटू श्याम प्राकट्योत्सव का महात्म बताया उन्होंने इस दौरान सुनी जाने वाली पौराणिक कहानियां सुनाई।
मुख्य अतिथि सबिता अग्रवाल सन पुर ओडिसा ने अपने उद्बोधन में बताया देशबन्धु चित्तरंजन दास (1870-1925 ई.) सुप्रसिद्ध भारतीय नेता, राजनीतिज्ञ, वकील, कवि, पत्रकार तथा भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन के प्रमुख नेता थे। उन्होंने कई बड़े स्वतंत्रता सेनानियों के मुकद्दमे भी लड़े।
विशिष्ट अतिथि पार्वती अग्रवाल लाऊ मुंडा ओडिसा ने अपने उद्बोधन में बताया बनारसी दास गुप्ता (जन्म- 5 नवम्बर 1917, हरियाणा; मृत्यु- 29 अगस्त 2007) एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, राजनीतिज्ञ, और समाज सेवी थे। वे 1 दिसम्बर 1975 से 30 अप्रैल 1977 तक तथा पुनः 22 मई 1990 से 12 जुलाई 1990 तक हरियाणा राज्य के मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी होते हुए सामाजिक, राजनीतिक एवं सार्वजनिक जीवन को अपने अंदाज में जिया। बनारसी दास गुप्ता हिन्दी भाषा के पक्षधर और यथार्थवादी आदर्श जननायक थे। उन्होंने राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता को मजबूत बनाकर हरियाणा की प्रगति में अपना बहुमूल्य योगदान दिया था।
विशिष्ट अतिथि पूजा अग्रवाल बैंगलोर ने अपने उद्बोधन में डॉ॰विभूति नारायण सिंह (१९२७-२०००) भारतीय स्वतंत्रता पूर्व काशी राज्य के अंतिम काशी नरेश थे। इसके बाद १५ अक्टूबर, १९४८ को राज्य भारतीय संघ में मिल गया। २००० में इनकी मृत्यु उपरांत इन नरेश हैं और इस परंपरा के वाहक हैं।
विशेष अतिथि रंजना गर्ग गुजरात ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया
भूपेन हाजरिका (8 सितंबर, 1926- ५ नवम्बर २०११) भारत के पूर्वोत्तर राज्य असम से एक बहुमुखी प्रतिभा के गीतकार, संगीतकार और गायक थे। इसके अलावा वे असमिया भाषा के कवि, फिल्म निर्माता, लेखक और असम की संस्कृति और संगीत के अच्छे जानकार भी रहे थे।
पुष्पा अग्रवाल प्रांतीय उपाध्यक्ष कार्यक्रम संचालिका ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया और सभी अतिथियों और सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और प्रस्तुति के धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
संपूर्ण विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया गया।
कार्यक्रम में शामिल मीना गोयल, नंदनी चौधरी, पूजा अग्रवाल, रंजना गर्ग, सबिता अग्रवाल, पार्बती अग्रवाल, कमलेश बोंदिया, अंशु अग्रवाल, राजबाला गर्ग, आशा बेरीवाल, मीना अग्रवाल, लक्ष्मी अग्रवाल, ललिता अग्रवाल भागलपुर, वंदना अग्रवाल, प्रीति अग्रवाल, भगवती अग्रवाल, तारा बेरीवाल, सुलोचना धनावत, पुष्पा अग्रवाल, प्रतिमा गुप्ता, राजकुमारी गुप्ता, कीर्ति अग्रवाल, मोनिका अग्रवाल, भगवती अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, उषा कलानोरिया, डिंपल अग्रवाल, मंजू गोयल, हेमलता मित्तल, निमिषा गोयल, निशा गोयल, मधु अग्रवाल, प्रीति अग्रवाल, मोनिका अग्रवाल, रजनी जिंदल, श्वेता अग्रवाल, रेखा गर्ग, मधु मित्तल, शीतल लाठ, सरला लोहिया, सुरेश लोहिया ने अपनी अभिव्यक्ति और प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।
