बिलासपुर___बिलासपुर नगर निगम में 70 वार्ड आते हैं और प्रदेश सरकार के द्वारा बिलासपुर नगर निगम को विकास और निर्माण कार्य के लिए पचास करोड़ रुपए दिए गए हैं सभी वार्डों में सड़क और पानी निकासी समेत अनेक कार्य रुके हुए हैं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पचास करोड़ रुपए बिलासपुर नगर निगम को दे कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया है क्योंकि प्रदेश शासन को नगर निगम बिलासपुर के द्वारा 150 करोड़ रुपए देने का प्रस्ताव भेजा गया था समस्या उन वार्डों में है जो अभी हाल फिलहाल में नगर निगम से जुड़े हैं इन नए नवेले वार्डों में पिछले 2 सालों से विकास की रफ्तार धीमी पड़ी है ऐसा ही एक वार्ड है वार्ड क्रमांक 42 चंद्रशेखर आजाद नगर वार्ड ,जहां के विधायक प्रतिनिधि बी पी सिंह का मानना है की निगम से जुड़े इस नए वार्ड में विकास के कोई कार्य नहीं हो रहे हैं आइए नजर डालते हैं देवरीखुर्द की आम समस्याओं पर
सड़क का अभाव
छाबड़ा पैलेस मेन रोड से जैसे ही आप वार्ड नंबर 42 के लिए आएंगे तो आपको उबड खाबड सड़क मेन रोड पर ही मिल जाएगी वार्ड नंबर 42 में यदि आप भूल से भी अंदरूनी हिस्से में चले गए तो वहां सड़कों का पता ही नहीं है विधायक प्रतिनिधि बी पी सिंह का कहना है की सड़क विकास का प्रथम चरण है सड़क होने से आवागमन में सुविधा होती है परंतु छत्तीसगढ़ की सरकार ने गांवों को वार्ड में तो शामिल कर लिए परंतु इनमें विकास का कोई कार्य अब तक पूरा नहीं किया है
पानी की समस्या
देवरीखुर्द वार्ड नंबर 42 चंद्रशेखर आजाद नगर में पानी की समस्या सबसे विकराल समस्या है ठंड और बरसात तो जैसे तैसे लोग काट लेते हैं परंतु गर्मी आते ही पानी की समस्या से लोगों को जूझना पड़ता है बिलासपुर में पडने वाली गर्मी से आने वाले नगर निगम के टैंकर भी वार्ड नंबर 42 चंद्रशेखर आजाद नगर के वार्ड वासियों की प्यास नहीं बुझा पाते हैं नौबत यहां तक आती है कि पानी के लिए हर रोज मारामारी होती है नगर निगम को इस बारे में भी सोचना चाहिए कि यदि पानी नहीं होगा तो वहा की जनता पानी के बगैर कैसे काम करेगी परंतु इस दिशा में नगर निगम मूक दर्शक बनकर बैठी है
स्ट्रीट लाइट की कमी
देवरीखुर्द वार्ड नंबर 42 शहीद चंद्रशेखर आजाद नगर में केवल मेन रोड में या यूं कहें केवल गदा चौक तक ही स्ट्रीट लाइट है वार्ड के अंदर वार्ड वासी अंधेरे में रहने को मजबूर है ना तो यहा खंभे हैं और ना ही यहां लाइट की कोई उचित व्यवस्था है जिसकी वजह से यहां आए दिन चोरी, छेड़खानी, लूट आदि की वारदातें होती रहती है पूरे वार्ड में लाईट की व्यवस्था नगर निगम को करनी चाहिए
सिटी बस की कमी
देवरीखुर्द वार्ड नंबर 42 में सिटी बस का ना चलना यह भी समझ से परे है नगर निगम ने शुरू में यह व्यवस्था की थी परंतु पिछले 2 सालों से सिटी बसों को बंद कर दिया गया है जबकि वार्ड से अधिकांश लोग सिटी में काम के लिए आते जाते रहते हैं यहां तक की रेलवे स्टेशन जाने के लिए भी सिटी बस का देवरी खुद से ना चलना समझ से परे है जो यह दर्शाता है कि नगर निगम ने देवरीखुर्द के विकास के लिए आंखें मूंद ली है
तालाबों का सूखना
वार्ड नंबर 42 चंद्रशेखर आजाद नगर में 2_3 तालाब है जो पूरी तरह से सूखे पड़े हैं यदि निगम इन तालाबों पर ध्यान देता तो वार्ड की जनता प्यासी नहीं मरती और गर्मी के दिनो मे लोगों को पानी के लिए परेशान नहीं होना पड़ता
पानी की टंकी का ना होना
देवरीखुर्द वार्ड नंबर 42 में एक भी पानी की टंकी नहीं है जिससे पानी की समस्या बनी रहती है ले देकर एक पानी की टंकी जयसवाल किराना स्टोर के सामने है परंतु वह भी क्षतिग्रस्त है जिसकी वजह से उसका उपयोग जल भंडारण के लिए नहीं किया जा सकता
बिन सुविधा टैक्स क्यों
देवरीखुर्द वार्ड नंबर 42 चंद्रशेखर आजाद नगर में रहने वाली आबादी में अधिकांश लोग गरीब तबके के हैं जो रोजी मजदूरी करके अपने घर का पेट पालते हैं परंतु जब से देवरीखुर्द नये वार्ड के रूप में नगर निगम में शामिल हुआ है तब से वार्ड की जनता टैक्स से परेशान है उनका कहना है कि नगर निगम की तरफ से ना ही उन्हें समय पर पानी दिया जाता है न ही सड़कों पर लाइट की व्यवस्था है और ना ही अन्य सुविधाएं हैं परंतु हर बार टैक्स के लिए बोला जाता है गरीबों का कहना है कि वह टैक्स कहां से भरेंगे इस विषय पर भी सरकार और नगर निगम को सोचना चाहिए
व्यवस्थित मार्केट का ना होना
देवरीखुर्द वार्ड नंबर 42 चंद्रशेखर आजाद नगर में एक व्यवस्थित बाजार भी नहीं है यह सभी समस्याएं वार्ड नंबर 42 चंद्रशेखर आजाद नगर में व्याप्त है और सरकार कहती है कि बिलासपुर के सभी वार्डों में विकास हो रहा है नगर निगम को नये जुड़े वार्डों की तरफ ध्यान देना चाहिए जिससे जनता सुविधा के साथ रह सके
