विज्ञान और धर्म दोनों ही मानव समाज के अनिवार्य अंग व जीवन के लिए आवश्यक है डॉ पीयूष श्रीवास्तव

विज्ञान और धर्म दोनों ही मानव समाज के अनिवार्य अंग व जीवन के लिए आवश्यक है
डॉ पीयूष श्रीवास्तव
अटल बिहारी वाजपेई विश्व विद्यालय बिलासपुर में आज दिनांक 01/03/2023 को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम का समापन हुआ।इस समापन समारोह के मुख्य अतिथि डॉ विजय लक्ष्मी सक्सेना अध्यक्ष इंडियन साइंस कांग्रेस एसोसिएशन और विशिष्ट अतिथि डॉ वी जी सिंह कुलपति सुंदर लाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय बिलासपुर और डॉ आर पी दुबे सी वीं रमन विश्व विद्यालय कोटा बिलासपुर थे। मुख्य वक्ता डॉ पीयूष श्रीवास्तव सर्जन मेडिकल कॉलेज रीवा मध्य प्रदेश थे और कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय कुलपति आचार्य अरूण दिवाकर नाथ बाजपेई जी ने किया। सर्वप्रथम अतिथियों ने मां सरस्वती को दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। स्वागत भाषण देते हुए डॉ एच एस होता ने तीन दिवसीय कार्यक्रम की रूपरेखा रखीं और विभिन्न कार्यक्रम की जानकारी दी। मुख्य अतिथि डॉ विजय लक्ष्मी सक्सेना ने विज्ञान के आधुनिक समाज में महत्व को रेखांकित किया। मुख्य वक्ता डॉ पीयूष श्रीवास्तव ने अपने उद्बोधन में धर्म और विज्ञान दोनों को मानव समाज का अभिन्न अंग मानते हुए दोनों को मानव विकास और प्रगति के लिए महत्वपूर्ण माना। अध्यक्षता कर रहे माननीय कुलपति आचार्य अरूण दिवाकर नाथ बाजपेई जी ने अपने उद्बोधन में विज्ञान मांडल प्रदर्शनी, शोध पत्र प्रस्तुति पर प्रतिभागी सम्मिलित होने पर बधाई दिया साथ ही उन्हें विज्ञान के क्षेत्र में शोध कार्य करने के लिए प्रेरित किया। इंडियन साइंस कांग्रेस एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ विजय लक्ष्मी सक्सेना जी ने विभिन्न विधाओं में चयनित प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया तथा प्रत्येक महाविद्यालय से श्रेष्ठ पांच प्रतिभागी को कोलकाता आमंत्रित किया। कार्यक्रम के अंत में विभिन्न प्रदर्शनी में प्रत्येक टेर्क से तीन प्रतिभागी को पुरस्कृत किया गया। आभार प्रदर्शन डॉ लतिका भाटिया ने और कार्यक्रम का संचालन डॉ रश्मि गुप्ता ने किया।इस अवसर पर कुलसचिव श्री शैलेन्द्र दुबे, उपकुलसचिव श्रीमती नेहा राठिया, नेहा यादव, डॉ सीमा बेरोलकर, डॉ श्रीया साहु, डॉ पूजा पांडेय, डॉ स्वाति रोज़ टोप्पो, डॉ रेवा कुलश्रेष्ठ, डॉ हामिद अब्दुल्ला, डॉ गौरव साहू, डॉ यशवंत पटेल, डॉ कलाधर, डॉ जितेन्द्र गुप्ता डॉ हैरी जार्ज, डॉ धर्मेंद्र कश्यप, डॉ मनोज सिन्हा सहित विश्व विद्यालय के समस्त अधिकारी, प्राध्यापक कर्मचारी और विद्यार्थी गण उपस्थित थे।