भूतपूर्व सैनिकों के कोटे में कटौती का विरोध, अनिश्चितकालीन धरना जारी

बिलासपुर । सिपाही संगठन के बैनर तले भूतपूर्व सैनिक अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सीएमडी चौक के पास अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ हुए है। यह प्रदर्शन प्रतिदिन पूरे 24 घंटे का यानी लगातार जारी रहता है ।

उनकी प्रमुख मांगों में सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद मिलने वाली दूसरी नौकरी में मिलने वाले कोटे में की जा रही कटौती को समाप्त करने समेत अन्य मांगें शामिल की गई है इस संगठन में लगभग आठ सौ सदस्य हैं। जो इस प्रदर्शन में शामिल हो रहे हैं।

धरना दे रहे भूतपूर्व सैनिकों ने बताया कि सेवानिवृत्त सैनिकों को अन्य नौकरियों में 10 प्रतिशत का आरक्षण होता है। लेकिन इसमें कटौती कर इसे पांच प्रतिशत कर दिया गया है। लेकिन अन्य राज्यों में ऐसा नहीं है। जितना कोटा होता उसके आधार पर ही नौकरी मिलती है भूतपूर्व सैनिकों की मांग है कि किसी कारण से कोटा पूरा नहीं होता है तो उसे किसी अन्य को नहीं दिया जाए, बल्कि सैनिकों के लिए ही आरक्षित रखें। यदि कोई सैनिक दोबारा पुलिस की नौकरी करना चाहता है तो उसे नियमों के तहत रियायत मिले, जो अभी नहीं मिलती है। इसके साथ ही भूतपूर्व सैनिकों को जमीन का आवंटन भी होता है लेकिन 15-20 सालों से मामला लंबित है। जबकि उनके आवेदन जमा हैं। इसका निपटारा भी जल्द होना चाहिए। वहीं शहीद की विधवाओं को पूरा सम्मान मिले और उन्हें अनुकंपा नियुक्ति भी मिलनी चाहिए। धरना की शुरुआत अमर जवान पर पुष्प अर्पित करने के साथ हुई। वहां तिरंगा भी लगाया गया। साथ ही देशभक्ति गीतों की धुन के साथ वे देशभक्ति का जज्बा भरते रहे। संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि सैनिक देश के लिए अपनी सेवा देता है। ऐसे में जब वह सेना से सेवा पूर्ण कर आता है तो उसे उनका अधिकार मिलना चाहिए। अनशन में सिपाही संगठन के अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह राणा सचिव जितेंद्र सिंह, शिक्षा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष प्रेम सोनी, उपसचिव राधेश्याम कोशले समेत बड़ी संख्या में संगठन के सदस्य अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे है ।

पढ़े ……28/11/20 से अब तक ……..

दिनांक 28/10 /2020 से “सिपाही” केंद्र तथा राज्य सरकारों से मिलने वाली सुविधाएं जो उनको समुचित रूप से नहीं मिल रहे हैं उसके लिए सरकारों का ध्यान आकर्षित करने हेतु लगातार युद्ध स्मारक , अमर जवान (सीएमडी चौक) अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया ।

दिनांक 29/10/ 2020 को श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना प्रदेश इकाई और प्रदेश अध्यक्ष श्री वीरेंद्र सिंह तोमर जी ने संपूर्ण छत्तीसगढ़ में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना का आधिकारिक समर्थन दिया।

दिनांक 30 10 2020

पूर्व सैनिक संगठन जगदलपुर अध्यक्ष तथा कार्यकारिणी ने धरने में सम्मिलित होकर सिपाही को आधिकारिक समर्थन दिया।

31 -10 -2020

सामाजिक संगठन जय वंदे मातरम और प्रदेश संयोजक राजेंद्र सिंह और उनकी कार्यकारिणी सदस्यों ने धरना स्थल पर आकर आंदोलन को अपना आधिकारिक समर्थन दिया।

01.11.2020

राष्ट्रीय पूर्व सैनिक संघ रायपुर दुर्ग भिलाई से “सिपाही” पूर्व सैनिक संगठन बिलासपुर को धरना के लिए समर्थन दिया गया तथा बिलासपुर प्रेस क्लब में समय दोपहर 2:30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया

दिनांक 02.11.2020

“सिपाही” पूर्व सैनिक संगठन , जिला कोरबा, डबरा ब्लॉक से धरना स्थल पे समर्थन दिया गया तथा बिलासपुर रोटी बैंक ने भी यह आ कर समर्थन दिया। आज यहां पर हमारी महिला प्रकोष्ठ की उपदक्ष्य श्रीमती पदमा सोनी ने सिपाही के पूर्व सैनिकों के समस्याएं को अवगत कराया।हमारे राज्य वा पूरे देश से पूर्व सैनिक समर्थन दे रहे है।

दिनांक 03.11.2020

“सिपाही” पूर्व सैनिक संगठन , जिला कवर्धा से धरना स्थल पे समर्थन दिया गया तथा रायपुर से राष्ट्रीय पूर्व सैनिक संघ ने भी यह आ कर समर्थन दिया तथा सभी पूर्व सैनिकों के समस्याएं को अवगत कराया।हमारे राज्य वा पूरे देश से पूर्व सैनिक समर्थन दे रहे है।

04.11.2020

“सिपाही” पूर्व सैनिक संगठन , जिला जांजगीर-चांपा से धरना स्थल पे समर्थन दिया गया तथा बिलासपुर स्वर्ण महासंघ फाउंडेशन, बिलासपुर के वाइस प्रेसिडेंट वा अन्य उनके सदस्यों ने भी यह आ कर समर्थन दिया तथा सभी पूर्व सैनिकों के समस्याएं को अवगत कराया।हमारे राज्य वा पूरे देश से पूर्व सैनिक समर्थन दे रहे है।

दिनांक
05.11.2020

“सिपाही” पूर्व सैनिक संगठन , जिला बिलासपुर के धरना स्थल युद्ध स्मारक, अमर जवान पे श्री किरणपाल सिंह चावलाजी, BNI,रीजनल डायरेक्टर, बिलासपुर, छत्तीसगढ़ साउथ और श्री सुरेंद्रपाल सिंह जी वा उनके 50 सदस्य व्यापारीगण ने यहां धरनास्थल पे समर्थन दिया और शहीद परिवारो के दो बच्चे को कैरियर प्वाइंट वर्ल्ड एजुकेशन ग्रुप में फ्री एजुकेशन देने को बताया। छत्तीसगढ़ एजुकेशन सोसायटी एसोसिएशन के प्रेसिडेंट श्री मनीष जैन ने सभी पूर्व सैनिकों के समस्याएं सुनी वा समर्थन किया।हमारे राज्य वा पूरे देश से पूर्व सैनिक समर्थन दे रहे है।