मीराबाई ने रचा इतिहास- भारोत्तोलन में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय ओलंपियन _टोक्यो ओलंपिक में देश का पहला मेडल

मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए रजत पदक जीत लिया है मीराबाई चानू से इस स्पर्धा में मेडल की उम्मीद

थी जिस पर वह खरी उतरी उन्होंने 49 किलोग्राम केटेगरी में 87 किलो जबकि क्लीन एंड जर्क में 115 किलोग्राम वजन का भार उठाया इस तरह उन्होंने कुल मिलाकर 202 किलोग्राम भार उठाया भारोत्तोलन में भारत की तरफ से यह अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है इससे पहले साल 2000 में सिडनी ओलंपिक में कर्णम मल्लेश्वरी ने वेटलिफ्टिंग में देश को कांस्य पदक दिलाया था उस समय कर्णम मल्लेश्वरी ने कुल मिलाकर 240 किलोग्राम भार उठाया था ओलंपिक में पदक जीतने पर

उनकी इस उपलब्धि पर देश में जश्न का माहौल है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मीराबाई चानू को ओलंपिक में रजत पदक जीतने पर बधाई दी अपने बधाई संदेश में पीएम मोदी ने कहा इससे अच्छी शुरुआत नहीं हो सकती भारत उनके शानदार प्रदर्शन से उत्साहित है उनकी सफलता हर भारतीय को प्रेरित करती है मालूम हो कि टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए 49 किलोग्राम कैटेगरी की वेट लिफ्टिंग प्रतियोगिता में मीराबाई चानू ने सिल्वर मेडल जीत लिया यह भारत की तरफ से टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली भारत की पहली खिलाड़ी बन गई है मीराबाई चानू का जन्म मणिपुर के इंफाल में हुआ इनका जन्म 8 अगस्त 1994 हुआ मीराबाई चानू की उम्र 23 साल है इसी साल भारत सरकार ने भी मीराबाई चानू को पद्मश्री से भी सम्मानित किया है जो कि एक बहुत बड़ा सम्मान है मीराबाई चानू का पूरा नाम साइखोम मीराबाई चानू है तो वही वेटलिफ्टिंग में मीराबाई की कोच कुंजरानी देवी है जो खुद भी वेटलिफ्टिंग में एक भारतीय खिलाड़ी है मीराबाई ने मात्र 24 वर्ष की उम्र में कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं