पूर्व मंत्री डॉ. बांधी ने गंगा स्नान के बाद द्वादश ज्योतिर्लिंग की यात्रा प्रारंभ की है। यात्रा के प्रथम चरण में उन्होंने केदारनाथ ज्योतिर्लिंग के दर्शन किए।
द्वादश ज्योतिर्लिंग के नाम
1. सोमनाथ – गुजरात
2. मल्लिकार्जुन – आंध्र प्रदेश
3. महाकालेश्वर – मध्य प्रदेश
4. ओंकारेश्वर – मध्य प्रदेश
5. केदारनाथ – उत्तराखंड
6. भीमाशंकर – महाराष्ट्र
7. काशी विश्वनाथ – उत्तर प्रदेश
8. त्र्यंबकेश्वर – महाराष्ट्र
9. वैद्यनाथ – झारखंड
10. नागेश्वर – गुजरात
11. रामेश्वरम – तमिलनाडु
12. घृष्णेश्वर – महाराष्ट्र
केदारनाथ ज्योतिर्लिंग के बारे में विवरण
केदारनाथ मंदिर उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और यह 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। समुद्र तल से 3,583 मीटर (11,755 फीट) की ऊंचाई पर स्थित, यह मंदिर हिमालय की गोद में स्थित है और यह गंगा नदी की प्रमुख धारा मन्दाकिनी के किनारे पर स्थित है।
केदारनाथ का इतिहास
केदारनाथ मंदिर का निर्माण 8वीं शताब्दी में आदि शंकराचार्य द्वारा किया गया था। किंवदंती के अनुसार, महाभारत के युद्ध के बाद पांडवों ने भगवान शिव के दर्शन के लिए हिमालय की यात्रा की। भगवान शिव ने पांडवों से मिलने से इनकार कर दिया और केदारनाथ में एक बैल का रूप धारण कर लिया। जब पांडवों ने भगवान शिव को पहचान लिया, तो भगवान शिव ने उन्हें दर्शन दिए और उनके पापों का निवारण किया।
मंदिर की विशेषताएं
केदारनाथ मंदिर पत्थरों से निर्मित है और इसमें भगवान शिव के त्रिकोणीय आकार के पिंड की पूजा की जाती है। इस मंदिर का प्रांगण बहुत विस्तृत है और यहां से हिमालय की चोटियों का मनोरम दृश्य देखा जा सकता है। मंदिर के गर्भगृह में एक स्वयम्भू लिंग है।
यात्रा और दर्शन
केदारनाथ मंदिर तक पहुंचने के लिए यात्री ऋषिकेश या हरिद्वार से गौरीकुंड तक सड़क मार्ग से जा सकते हैं। गौरीकुंड से केदारनाथ मंदिर तक की यात्रा पैदल, खच्चर या हेलीकॉप्टर द्वारा की जा सकती है। यात्रा के दौरान यात्रियों को कई प्राकृतिक दृश्य और धार्मिक स्थल देखने को मिलते हैं।
डॉ. बांधी ने अपनी यात्रा के प्रथम चरण में केदारनाथ के दर्शन कर अपनी यात्रा की शुरुआत की। उन्होंने गंगा स्नान के बाद केदारनाथ पहुंचकर भगवान शिव की पूजा की और अपनी यात्रा को सफल बनाने की कामना की। उनकी इस यात्रा का उद्देश्य धार्मिक और आध्यात्मिकता की ओर उनका आस्था प्रदर्शित करता है।
इस यात्रा के दौरान डॉ. बांधी ने कहा कि ज्योतिर्लिंगों की यात्रा करने से उन्हें आत्मिक शांति और सुकून मिलता है। उन्होंने केदारनाथ में आने वाले सभी भक्तों के लिए सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना की।
यह यात्रा 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन तक जारी रहेगी, जिसमें वे विभिन्न राज्यों में स्थित ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करेंगे और भगवान शिव की आराधना करेंगे।
