कोरोना काल में बिजली महंगा करने का निर्णय जनविरोधी निर्णय- छत्तीसगढ़ में भी बिजली हुई महंगी

बिजली बिल दर औसत 6 % वृद्धि निर्णय वापस नहीं लेने पर जन आंदोलन करेगी, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश महासचिव अश्वनी यदु ने छत्तीसगढ़ राज्य नियामक आयोग के द्वारा राज्य में बिजली की औसत दरों में 6% , प्रति यूनिट औसत 48 पैसे बढ़ाने के निर्णय को जनविरोधी फैसला करार देते हुए कहा एक तरफ तो कोरोना काल में छत्तीसगढ़ की जनता महंगी पेट्रोल और डीजल से पहले ही परेशान है, वही केंद्र और राज्य सरकार को टैक्स कम करते हुए पेट्रोल डीजल को सस्ता कर जनता को राहत देने के बजाय अब छत्तीसगढ़ में बिजली की दरों को भी बढ़ा दिया गया है। महंगाई के दौर में जनता के ऊपर एक और नया बोझ लादकर जनता की जेब काटने की तैयारी की जा रही है।अश्वनी यदु ने कहा बीते 2 वर्षों से भयंकर कोरोना त्रासदी के कारण आम जनता की नौकरी चाकरी में वेतन वृद्धि के बजाय वेतन में कटौती हो रही है नौकरी में छटनी हो रही है, लोग नौकरी छोड़कर छोटे मोटे काम करने को मजबूर है, लोगों का रोजगार ठप्प हो गया है ऊपर से महंगाई और अब बिजली बिल भी बढ़ा देना जनता के साथ कुठाराघात है।अश्वनी यदु ने कहा कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में किसान का कर्जा माफ और बिजली बिल हाफ का नारा देकर सरकार बनाई थी लेकिन सरकार वादाखिलाफी करते हुए अपने वादे को भूल गई है और जनविरोधी निर्णय ले रही है जिसका जनता कांग्रेस हर स्तर पर विरोध करती है। सरकार यदि बिजली बिल की बढ़ी हुई दरों को वापस नहीं लेती है तो जनता काँग्रेस जनांदोलन करेगी।