बिलासपुर —-आज 27 जून को पंचशील बौद्ध विहार टिकरापारा में आयोजित राजर्शी छत्रपति शाहू जी महाराज की जयंती मनाई गई जिसमें मुख्य अतिथि आनंद गुप्ता जी उपस्थित रहे तथा पंचशील बौद्ध विहार के सदस्य उपासक आयुष्मान अशोक ठाकरे योगेश मानवतकर अनामिका पाटिल चेतन तमाने ललिता वाहने उज्जवला रंगारी लोकेश ऊके मुकेश गोंडाने एवं बच्चे निशुल्क फूल पाठशाला उपस्थित रहे मुख्य अतिथि मुख्य अतिथि आनंद गुप्ता जी के द्वारा राजर्षी शाहू जी महाराज के जीवनी पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया तथा यह बताया कि आज की सरकारी जो काम नहीं कर पाई वह काम राजर्षी शाहू जी महाराज ने अपने शासनकाल में कोल्हापुर में कर दिखाया। निशुल्क शाला प्रारंभ बाल विवाह जैसी प्रथा पर रोक विधवा विवाह इससे बढ़कर सामाजिक न्याय की व्यवस्था राजर्षी शाहू जी महाराज के शासनकाल में अपने बनाए गए नियमों से परिलक्षित होती रही है जिसका प्रावधान डॉ बाबासाहेब अंबेडकर ने अपने संविधान में लागू किया और आज यह देश इस संविधान के आधार पर प्रगति के पथ पर है हमें अपने इतिहास की तरफ देखना होगा हमारे भारतवर्ष में महापुरुष हुए हैं जिनके विषय में पाठ्यक्रमों में यह शामिल नहीं किया गया है और जिसकी वजह से हम जनमानस को इस बात का ज्ञान ही नहीं है कि हमारी पुरानी सामाजिक न्याय की व्यवस्था कितनी विकसित थी जिसे लागू नहीं किया गया आज भी सरकारी व्यवस्था सामाजिक न्याय समता वादी विचारधारा को पूर्ण नहीं कर पा रही है जिसके कारण देश उतनी गति से विकसित नहीं हो पा रहा है जितनी गति से उसे हो जाना चाहिए राजर्शी शाहू जी महाराज को आरक्षण का जनक इसीलिए कहा जाता है उनके शासनकाल में व्यवस्था सुदृढ़ थी डॉ बाबासाहेब अंबेडकर को शाहू जी महाराज मूकनायक पत्रिका का संचालन करने के लिए आर्थिक मदद की थी जिसकी वजह से मुक नायक पत्रिका का जगह-जगह वितरण हो सका और लोगों ने इस देश की जातिवादी व्यवस्था को जाना और इस व्यवस्था से कैसे मुक्ति हो इस पर चर्चाएं हुई। राजर्षि साउथ जी महाराज से आज भी सरकारें सामाजिक परिवर्तन कैसे हो इसका ज्ञान ले सकती है।तत्पश्चात कार्यक्रम का समापन किया गया बच्चों को कॉपी एवं पेन मुकेश गोंडाने परिवार तथा आदरणीय अशोक ठाकरे जी के द्वारा वितरित किया गया कार्यक्रम का तथा आभार प्रदर्शन करते हुए करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया।
