भिलाई, 28 जुलाई 2025: दुर्ग राज यादव ठेठवार समाज और प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ की एक महत्वपूर्ण बैठक आज कोसानगर, भिलाई स्थित गौरी गौरा चौक में संपन्न हुई। इस बैठक में समाज के प्रतिष्ठित सदस्यों और युवाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श किया।
कार्यक्रम का संचालन और स्वागत उद्बोधन प्रदेश महासचिव श्री नरोत्तम यादव द्वारा किया गया। उन्होंने प्रांतीय प्रकोष्ठ द्वारा किए जा रहे रचनात्मक कार्यों की विस्तृत जानकारी दी और भगवान श्री कृष्ण की अष्टधातु मूर्ति के निर्माण के उद्देश्य तथा सामाजिक समरसता के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस पुनीत कार्य के लिए समाज द्वारा आर्थिक सहयोग किया जा रहा है और शताब्दी वर्ष में भगवान श्री कृष्ण की अष्टधातु से निर्मित मूर्ति राजिम महासभा में स्थापित की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस पहल का उद्देश्य मौजूदा मंदिर को तोड़ना नहीं है, बल्कि पुराना मंदिर यथावत रहेगा।
बैठक में सामाजिक हित में अनेक विचार व्यक्त किए गए। मंच आमंत्रण दुर्ग राज के कोषाध्यक्ष श्री जनक यादव ने किया।
प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष श्री परमानंद यादव ने युवाओं की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि “युवा देश का भविष्य हैं और समाज को गतिशीलता प्रदान करने के लिए उनका आगे आना नितांत आवश्यक है।” उन्होंने सामाजिक समरसता और एकता को समाज की ताकत बताया और कहा कि आपसी चर्चा से हर समस्या का समाधान संभव है। उन्होंने अष्टधातु मूर्ति निर्माण और शताब्दी वर्ष समारोह के लिए सभी के आशीर्वाद और सहयोग की अपील की। उन्होंने यह भी बताया कि युवा प्रकोष्ठ मूर्ति निर्माण की जिम्मेदारी लेगा, जबकि स्थापना की प्रक्रिया समाज द्वारा तय की जाएगी।

दुर्ग राज के अध्यक्ष श्री राजकुमार यादव ने भगवान श्री कृष्ण की अष्टधातु मूर्ति निर्माण के लिए समाज के प्रमुख होने के नाते पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। भूतपूर्व सैनिक श्री मन्नू लाल अहीर (ओडिशा) ने यादव वंशजों को गीता के श्लोक और आरती का ज्ञान मौखिक रूप से याद रखने का आह्वान किया। गंडई राज के सचिव श्री विष्णु यादव ने अष्टधातु संकलन में सहयोग की सहमति प्रदान की। श्री राम जीवन यदु ने सामाजिक एकता पर एक प्रेरक कविता पाठ किया, वहीं महानगर इकाई रायपुर के अध्यक्ष श्री हरिराम यदु ने महानगर में सामाजिक संगठन की जानकारी देते हुए समाज के लोगों को जोड़ने का आग्रह किया।
प्रदेश उपाध्यक्ष श्री नागेश यादव (राजनांदगांव) ने संगठन को सभी समस्याओं का समाधान बताया और समाज को संगठित करने में सबकी सहभागिता को अनिवार्य बताया। उन्होंने अष्टधातु निर्माण के लिए समाज के सभी वर्गों की सहमति को आवश्यक बताया और कहा कि यादव समाज का केंद्र बिंदु राजिम महासभा में मूर्ति निर्माण से होगा।
बैठक में सर्वसम्मति से राजिम में भव्य श्री कृष्ण की अष्टधातु की मूर्ति स्थापित करने का प्रस्ताव रखा गया।
प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री शशिकांत यदु ने भी बैठक में अपने विचार रखते हुए अष्टधातु मूर्ति निर्माण, आगामी युवा अधिवेशन और ओडिशा सामाजिक समरसता यात्रा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने अष्टधातु से मूर्ति के निर्माण, स्थापना और पूजन-आराधना के शास्त्रीय और वैज्ञानिक महत्व को विस्तार से समझाया। इसी कड़ी में, उन्होंने यादव समाज के सभी सदस्यों से एकता और अखंडता के प्रतीक इस कार्य में तन, मन, धन से सहयोग करने का आह्वान किया।

प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ द्वारा किए जा रहे अन्य रचनात्मक कार्यों की भी जानकारी दी गई, जिनमें भंडारा कार्यक्रम, स्वास्थ्य शिविर, रक्तदान शिविर, श्री कृष्ण जन्मोत्सव सप्ताह का आयोजन, विपत्तिकाल में जरूरतमंदों को आर्थिक सहयोग प्रदान करना और आगामी दिसंबर माह में प्रदेश के युवाओं के लिए दो दिवसीय युवा अधिवेशन का आयोजन शामिल है। अधिवेशन में कम से कम दस युवाओं की उपस्थिति सुनिश्चित करने की बात कही गई। सामाजिक समरसता और भाईचारे को बढ़ावा देने के उद्देश्य से चतुर्थ सामाजिक समरसता ओडिशा यात्रा की जानकारी भी प्रदान की गई।
बैठक में मुख्य रूप से राज अध्यक्ष श्री राजकुमार यादव, सचिव श्री हरिशंकर यादव, कोषाध्यक्ष श्री जनक यादव, प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष श्री परमानंद यादव, प्रदेश महासचिव श्री नरोत्तम यदु, प्रदेश उपाध्यक्ष श्री नागेश यादव, प्रदेश संगठन मंत्री श्री बसंत यादव, प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री शशिकांत यादव, प्रदेश संयुक्त सचिव श्री अभिषेक यादव, श्री रामजीवन यादव, श्री हरिराम यदु (अध्यक्ष महानगर इकाई रायपुर), श्री मोतीराम यादव, श्री कृष्ण कुमार यादव, श्री मन्नू लाल अहीर (ओडिशा), श्री संतुलाल यादव, श्री रामखेलावन यादव (अध्यक्ष गंडई राज), श्री विष्णु यादव (सचिव गंडई), श्री साधुराम यादव (अध्यक्ष धमधा राज), श्री राजेश यादव, श्री रामकुमार यादव, श्री राजेंद्र, श्री रोहित, श्री पवन, श्री भूपेन्द्र, श्री राकेश, श्री दिलहरण, श्री मनोज, श्री अशोक, श्री शत्रुघ्न, श्री संतराम, श्री मनीराम, श्री सोनीपत, श्री गोविंद, श्री महेंद्र, श्री शेखर, श्री सुखदेव, श्री रमेश, श्री महेश ठेठवार, श्री मायाराम, श्री गोविंद, श्री लखन यादव और श्री जीवराखन, श्री हरप्रसाद यादव सहित बड़ी संख्या में सामाजिक जन उपस्थित थे।
