रायपुर — शहर की ऐतिहासिक धरोहर महाराजबंध तालाब की निरंतर बिगड़ती स्थिति को ध्यान में रखते हुए ग्रीन आर्मी छत्तीसगढ़ द्वारा पिछले एक माह से शासन-प्रशासन को कई बार निवेदन और अनुरोध भेजे गए, जिनमें तालाब की वास्तविक परिस्थिति, बढ़ती गंदगी, जलकुंभी, सीवेज जल, निष्क्रिय एस.टी.पी. और सीमांकन की समस्या को विस्तार से बताया गया था। 08 नवम्बर को जारी प्रेस विज्ञप्ति में भी प्रशासन से तत्काल कार्यवाही का आग्रह किया गया था।
इसके बावजूद आज तक तालाब की सफाई, निरीक्षण या सुधार से संबंधित किसी भी प्रकार की कार्रवाई प्रारंभ नहीं हुई। न कोई विभागीय टीम स्थल पर पहुँची और न ही किसी सुधार कार्य का आरंभ हुआ। रायपुर की यह पवित्र, प्राचीन और पर्यावरणीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण धरोहर लगातार उपेक्षा की शिकार बनी हुई है।
इसी परिस्थिति को देखते हुए ग्रीन आर्मी छत्तीसगढ़ ने यह तय किया है कि 11 दिसम्बर 2025 की सुबह 7. ३० बजे से “महाराजबंध तालाब पुनर्जीवन स्वच्छता अभियान” स्वयं आरंभ किया जाएगा। यह अभियान जन-सहयोग, सामाजिक सहभागिता और सकारात्मक प्रयासों पर आधारित होगा, जिसमें तालाब की सफाई, जलकुंभी हटाने, परिसर को व्यवस्थित करने, गंदे पानी के स्रोत चिन्हित करने और नागरिकों को जागरूक करने जैसे महत्वपूर्ण कार्य किए जाएंगे। यह प्रयास किसी विरोध के रूप में नहीं, बल्कि शहर की धरोहर को बचाने की जिम्मेदारी के रूप में किया जाएगा।
हम रायपुर के समस्त निवासियों से हार्दिक अपील करते हैं कि वे 11 दिसम्बर, गुरुवार की सुबह 7.30 बजे महाराजबंध तालाब परिसर में उपस्थित होकर इस पुनर्जीवन अभियान का हिस्सा बनें। आपका सहयोग न केवल तालाब को नया जीवन देगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और सुंदर पर्यावरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
ग्रीन आर्मी छत्तीसगढ़ का विश्वास है कि जब नागरिक स्वयं आगे आते हैं, तो हर धरोहर फिर जीवित हो उठती है। संगठन यह संकल्प दोहराता है कि हम शहर की जल-धरोहरों को बचाने और उन्हें पुनर्जीवित करने के लिए सतत, प्रतिबद्ध और सकारात्मक प्रयास जारी रखेंगे।
ग्रीन आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष अमिताभ दुबे जी ने बताया कि हमारा यह अभियान एक संदेश है प्रदेश के समस्त तालाबों को बचाने के लिए।

