महाराजबंध तालाब में ग्रीन आर्मी की बड़ी मुहिम — जैसा कहा था, वैसा किया

रायपुर। शहर की शान और आत्मा कहे जाने वाले महाराजबंध तालाब को बचाने की दिशा में आज ग्रीन आर्मी छत्तीसगढ़ ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। वर्षों से गंदगी, पॉलीथिन, कचरे और लापरवाही से जूझ रहे इस तालाब की सफाई की शुरुआत ठीक उसी दिन की गई, जिसकी घोषणा ग्रीन आर्मी ने पहले की थी। आज 11 दिसम्बर की सुबह तालाब परिसर में नया जोश और नई ऊर्जा के साथ सफाई अभियान की शुरुआत हुई।

ग्रीन आर्मी के सदस्य सुबह-सुबह तालाब पहुँचे और बिना किसी विलंब के सफाई में जुट गए। तालाब की सतह पर तैर रही पॉलीथिन, प्लास्टिक, जलकुंभी और गंदगी को हटाते हुए टीम लगातार काम करती रही। सफाई के दौरान इतनी अधिक मात्रा में कचरा निकला कि लगभग एक पूरा ट्रैक्टर भरकर कचरा बाहर ले जाया गया। लंबे समय से जमा गंदगी हटने के बाद तालाब का असली स्वरूप दिखाई देने लगा और वातावरण में भी काफी सुधार महसूस हुआ।

इस अभियान में ग्रीन आर्मी के लगभग 50 सदस्य शामिल हुए। सबने मिलकर एकजुटता के साथ काम किया। तालाब के किनारों पर जमी गंदगी, झाड़ियाँ और अपशिष्ट को हटाने में युवा टीम ने विशेष मेहनत की। सफाई में लगे सदस्यों की लगन और उत्साह देखने लायक था। इसी दौरान क्षेत्र के स्थानीय पार्षद भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने इस प्रयास को सराहते हुए आगे भी निरंतर सहयोग देने का आश्वासन दिया।

तालाब के आसपास रहने वाले नागरिकों ने भी ग्रीन आर्मी के इस कदम की सराहना की और कई लोगों ने भविष्य में ऐसे अभियानों में शामिल होने की इच्छा जताई। सफाई करते समय ग्रीन आर्मी के सदस्यों ने आसपास के लोगों से यह भी अनुरोध किया कि तालाब को गंदगी से मुक्त रखने में सब साथ दें, क्योंकि तालाब किसी एक संस्था का नहीं, बल्कि पूरे शहर का है।

ग्रीन आर्मी के सदस्यों का कहना है कि यह सिर्फ शुरुआत है। तालाब को सही स्वरूप में लौटाने के लिए आने वाले दिनों में और भी बड़े स्तर पर काम किया जाएगा। लोगों का विश्वास है कि यदि प्रयास इसी तरह जारी रहे, तो महाराजबंध तालाब एक बार फिर अपनी पुरानी सुंदरता को हासिल करेगा।

आज का दिन इस बात का प्रमाण रहा कि इच्छा शक्ति और टीम भावना हो तो कोई भी बड़ा काम शुरू किया जा सकता है। ग्रीन आर्मी का यह कदम आने वाली कार्यवाही के लिए आधार बनेगा और तालाब को बचाने की मुहिम को और गति देगा। संगठन का स्पष्ट कहना है कि महाराजबंध तालाब रायपुर की धरोहर है और इसे बचाने के लिए वे हर स्तर पर प्रयास जारी रखेंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *