तीसरा दिन भी ग्रीन आर्मी का जोश बरकरार — महाराजबंध तालाब से हटाए गए 25+ दुर्गा और गणेश की झांकियों के अवशेष।

(डिप्टी कमिश्नर पांडेय जी की मौजूदगी से अभियान को मिला नया सहयोग)

रायपुर। शहर की ऐतिहासिक धरोहर महाराजबंध तालाब में ग्रीन आर्मी छत्तीसगढ़ का स्वच्छता अभियान तीसरे दिन भी पूरे जोश और ऊर्जा के साथ जारी रहा। सुबह 7:30 बजे से ही सदस्य भारी संख्या में तालाब परिसर पहुँचे और श्रमदान के तहत तालाब में जमा प्लास्टिक, पॉलीथिन, जलकुंभी तथा विसर्जन सामग्री को बाहर निकाला। आज भी कई झांकियों के ढांचे और भारी मात्रा में कचरा तालाब से हटाया गया।

अभियान में दिशा कॉलेज के छात्र–छात्राओं की निरंतर उपस्थिति विशेष रूप से सराहनीय रही। युवा वर्ग का यह लगातार सहयोग अभियान में नई ऊर्जा भर रहा है और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्रेरणादायक उदाहरण बन रहा है।

ग्रीन आर्मी द्वारा रोज़ पंपलेट वितरित किए जा रहे हैं, ताकि अधिक से अधिक नागरिक अभियान से जुड़ें। मंदिर परिसर में लगे माइक से श्रद्धालुओं और राहगीरों को पर्यावरण और स्वच्छता के महत्व के बारे में जानकारी दी जा रही है, जबकि आसपास के निवासियों के घरों में जाकर भी उन्हें तालाब संरक्षण में सहयोग देने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है।

अभियान को देखते हुए नगर निगम के डिप्टी कमिश्नर श्री पांडेय जी स्वयं स्थल पर पहुँचे और अपनी टीम के साथ सफाई कार्य में सहयोग दिया। उनकी पहल पर घाटों से JCB मशीन द्वारा भी मलबा निकाला गया। उन्होंने ग्रीन आर्मी की जनता को साथ लेकर चलने की इस पहल की सराहना करते हुए निगम की ओर से हर संभव सहयोग का भरोसा दिया।

अभियान में शामिल महिलाओं की उत्साही भागीदारी ने मुहिम को अत्यंत मजबूत बनाया। सुबह–सुबह बड़ी संख्या में महिलाओं का तालाब पहुँचकर श्रमदान करना समाज के लिए प्रेरणादायक संदेश बन गया है।

प्रदेश अध्यक्ष श्री अमिताभ दुबे ने कहा—
“ग्रीन आर्मी का यह अभियान केवल सफाई नहीं, बल्कि पर्यावरण बचाने का संकल्प है। हम तालाब को उसकी मूल सुंदरता तक वापस ले जाएंगे और इसकी जानकारी पार्षद से लेकर मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री तक पहुँचाई जाएगी।”

रायपुर जिला अध्यक्ष श्री गुरदीप टुटेजा ने कहा—
“महाराजबंध तालाब हमारी पहचान है। इसे बचाना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। जितना अधिक जन-सहयोग मिलेगा, उतना जल्दी तालाब अपनी पुरानी चमक में लौटेगा।”

ग्रीन आर्मी ने नागरिकों, युवाओं, महिलाओं, संस्थाओं और समाजसेवी संगठनों से अपील की है कि वे इस ऐतिहासिक तालाब को बचाने की मुहिम से जुड़ें और आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ पर्यावरण का निर्माण करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *