सावन सुंदरी* और *शहीद मदनलाल ढींगरा के शहीदी दिवस* पर अंतराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा 17 अगस्त 2021 मंगलवार को गूगल मीट पर ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

*सावन सुंदरी* और *शहीद मदनलाल ढींगरा के शहीदी

दिवस* पर अंतराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा 17 अगस्त 2021 मंगलवार को गूगल मीट पर ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का संचालन *उमा बंसल महासचिव* कोरबा ने किया उन्होंने हंसी ठिठोली करते हुए कविता सुनाई।

*पूर्वा अग्रवाल* ने मुख्यातिथि व निर्णायक के रूप में उपस्थित रही *सावन सुंदरी* प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमे *प्रथम* उषा कलानौरिया रही इन्हे *सावन सुंदरी* की उपाधि से सम्मानित किया गया। *द्वितीय स्थान पर पुष्पा अग्रवाल जिन्हें हरित कर्णप्रीय और बबली अग्रवाल जिन्हें हरित मुस्कान से सम्मानित किया गया* *तृतीय स्थान पर सुलोचना धनावत हरियाली परी और डिंपल अग्रवाल हरित प्रिय उपाधि से पुरस्कृत किया गया* सभी *विजेताओं* को हार्दिक शुभकामनाएं बधाई प्रेषित कर *प्रशस्ति पत्र* द्वारा पुरस्कृत किया गया।
सम्मेलन की कार्यक्रम में उपस्थित *हरे परिधान* में सदस्य उषा कलानौरिया, पुष्पा अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, पूनम गोयल, कुसुम अग्रवाल, बबली अग्रवाल, सुलोचना धनावत ने *भजन गाने के बाद* राष्ट्र को समर्पित सोच मदनलाल ढींगरा शहीद के जीवन पर अपनी अपनी अभिव्यक्ति प्रस्तुत की।
*अध्यक्ष डॉ अनीता अग्रवाल* ने बताया शहीद मदनलाल ढींगरा के लैपटॉप डिजिटल चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। और अपने उद्बोधन में बताया भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के अप्रतिम क्रान्तिकारी भारतीय स्वतंत्रता की चिनगारी को अग्नि में बदलने का श्रेय महान प्रचण्ड राष्ट्रवादी देशभक्ति के रंग में रंगे हुए शहीद मदनलाल ढींगरा को जाता है। वे इंग्लैण्ड में अध्ययन करते समय अमानवीय ब्रिटिश शासन से भारत को मुक्त कराने के लिए अपनी भूमिका निभाई और विलियम हट कर्जन वायली नामक एक ब्रिटिश अधिकारी की गोली मारकर हत्या कर दी जिसके लिए इनको ब्रिटिश जेल में 17 अगस्त 1909 को फांसी पर लटकाया गया। उन्होंने आगे कहा इन शहीदी के सपनो सोच को हमे अनुसरण कर *राष्ट्र हित को सर्वोपरी* मानना चाहिए।

*प्रेमलता गोयल* उपाध्यक्ष ने आज का इतिहास बताया।उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य के नए जिलों ए ढींगरा जी के बारे में जानकारी दी।
*आभार प्रदर्शन कर राष्ट्र तरक्की खुशहाली* की भावना से शांति पाठ कर *जीते जी रक्त दान जाते जाते नेत्र दान और देह दान* नारे द्वारा कार्यक्रम का समापन किया गया।