संतान की दीर्घायु के लिए पूरे प्रदेश भर में
आजकमरछठ की पूजा की गई माताओं ने पुत्र की लंबी आयु एवं स्वस्थ रहने हेतु कमर छठ की पूजा की इस पूजा में आंगन में तालाब बना कर फिर उसे पानी से भरा जाता है जिसे कास और अन्य पत्तियों से सजाया जाता है सभी माताएं पूजन सामग्री के साथ इस तालाब के पास एकत्र होती हैं और पुत्र की लंबी आयु के लिए यह पूजा करती है कमर छठ की पूजा में पसहर चावल का उपयोग होता है क्योंकि यह चावल खेतों में बिना हलचलाएं पैदा होता है साथ ही छुई मिट्टी में कपड़े का पोता बनाकर बच्चों की पीठ पर लगाने से कहते हैं सारे रोग नष्ट होते हैं और बच्चे निरोगी रहते हैं यह कमर छठ की पूजा दोपहर के वक्त की जाती है पुराणों में ऐसी मान्यता है कि इस पूजा को करते समय ज्यादा भीड़ भाड़ नहीं होनी चाहिए इसलिए महिलाएं इस पूजा को दोपहर के समय संपन्न करती है आज यानी शनिवार को महिलाओं ने कमर छठ की पूजा अर्चना की और दिन भर उपवास रह कर बच्चों के दीर्घायु की कामना की छत्तीसगढ़ सहित बिलासपुर के देवरीखुर्द वार्ड नंबर 42 में भी महिलाओं ने कमर छठ की पूजा की एवं छठी माता से बच्चों की दीर्घायु की कामना की
