अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा 6 अक्टूबर 2021 बुधवार को *वर्ल्ड वाइल्ड लाईफ डे, महालया,सर्वपितृ विसर्जनी अमावस्या* पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

*दो विदेश और राष्ट्र के चार राज्यों* की अग्रवाल बहनों ने प्रतियोगिता में भाग लिया।

अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा 6 अक्टूबर 2021 बुधवार को *वर्ल्ड वाइल्ड लाईफ डे, महालया,सर्वपितृ विसर्जनी अमावस्या* पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

कार्यक्रम की अध्यक्षा *डॉ अनीता अग्रवाल* ने कार्यक्रम की शुरुआत मां रानी सती दादी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने बताया अग्रसेन जयंती के उपलक्ष में विगत दो सप्ताह से नित्य अलग अलग प्रतियोगिताओ का ऑनलाइन आयोजन किया जा रहा है।आज पितरों के भजन गायन, संवाद लेखन और संवाद प्रस्तुति, प्रतियोगिता विषय भगवान श्री कृष्ण द्वारा अग्रसेन महाराज को गले लगाना पर आयोजित की गई। जिसमे दो विदेश और राष्ट्र के चार राज्यों की अग्रवाल बहनों ने भाग लिया निर्णायक ने निर्णय कर परिणाम घोषित किए जिसमे *प्रथम सरला लोहिया और रंजना गर्ग* *द्वितीय हेमलता मित्तल और नंदिनी चौधरी* *तृतीय पुष्पा अग्रवाल और सिया अग्रवाल* *संतावना कमलेश बोंदिया, मधु अग्रवाल, मंजू गोयल, रेखा गर्ग* रही। सभी प्रतिभागियों और विजेताओं को प्रशस्ति पत्र दे सम्मानित पुरस्कृत किया गया।

कार्यक्रम का संचालन *उमा बंसल महासचिव* ने किया उन्होंने मुख्य अतिथि मुख्य वक्ता का पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका जीवन परिचय बता उन्हे उनके वक्तत्व के लिए डिजिटल मंच पर आमंत्रित किया।

मुख्य अतिथि मुख्य वक्ता बेदेहि नंदिनी चौधरी ने भजन प्रस्तुति के बाद महालया, सर्वपितृ अमावस्या पर अपने उद्बोधन में बताया सनातन धर्म में श्राद्ध का व‍िशेष महत्‍व है। लेक‍िन अगर क‍िसी को अपने प‍ितरों की पुण्‍य त‍िथ‍ि याद न हो तो इस स्थिति में सर्व प‍ितृ श्राद्ध अमावस्‍या के द‍िन उन प‍ितरों का श्राद्ध क‍िया जा सकता है। मान्‍यता है क‍ि इस द‍िन श्राद्ध क‍िए जाने से प‍ितरों की आत्‍मा को शांत‍ि म‍िलती है।
आज के दिन सभी पितर अपने धाम की ओर प्रस्थान करते है।
हमे उनके मोक्ष के लिए सभी समुचित कार्य पूर्ण विधि विधान से करने चाहिए।

कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि गांधीग्राम गुजरात से *रंजीता गर्ग* ने अपने उद्बोधन में *विश्व वन्यजीव दिवस* पर अपने उद्बोधन में इस दिवस को मानने का मुख्य उद्देश्य बताया। विश्वभर में वन्यजीवों की सुरक्षा तथा वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों के प्रति लोगों को जागरूक करना है। इस बात को भली-भांति समझ लेना होगा कि पृथ्वी पर जैव विविधता को बनाए रखने के लिए सबसे जरूरी और महत्वपूर्ण यही है कि हम धरती के पर्यावरण संबंधित स्थिति के तालमेल को बनाए रखें।

कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि *कमलेश बोंदिया* सिमगेड़ा झारखंड ने अपनी अभिव्यक्ति में महाराजा अग्रसेन के सिद्धांतो पर प्रकाश डाला।

*वरिष्ट सदस्य सुलोचना धनावत* ने भजन सत्संग कर पितरों की महिमा को महिमा मंडित कर साक्षात पर्चे के वाक्य बताए।

*प्रेमलता गोयल उपाध्यक्ष* ने आज का इतिहास बताया।
सभी सदस्यों, अतिथियों, निर्णायक की उपस्तिथि और अभिव्यक्ति का आभार व्यक्त कर विश्व कल्याण की कामना से कार्यक्रम का विधिवत समापन किया गया।

कार्यक्रम में बबली अग्रवाल, भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, सरला लोहिया, मीरा अग्रवाल, मधु अग्रवाल, मंजू गोयल, पुष्पा अग्रवाल, रेखा गर्ग, गिरिजा गोयल, नीलिमा गोयल, राजबाला गर्ग, पूनम अग्रवाल, हेमलता मित्तल, सिया अग्रवाल, सुलोचना धनावत, उषा कलानौरिया व सभी सदस्यों ने अपनी अभिव्यक्ति प्रस्तुत कर , शैलेंद्र अग्निहोत्री के सहयोग से कार्यक्रम सफल रहा।