अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा 11 अक्टूबर 2021 सोमवार को गूगल मीट पर *विश्व प्रवासी पक्षी दिवस ( मई और अक्टूबर के दूसरे शनिवार) अंतराष्ट्रीय बालिका दिवस, , शारदीय नवरात्रि की षष्ठी* पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत साढ़े सात माह से चल रहे नित्य आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 11 अक्टूबर 2021 सोमवार को गूगल मीट पर *विश्व प्रवासी पक्षी दिवस ( मई और अक्टूबर के दूसरे शनिवार) अंतराष्ट्रीय बालिका दिवस, स्वातंत्र्य सैनिक लोकनारायण जयप्रकाश जयंती,पद्मविभूषण नानाजी देशमुख जयंती,भारतीय अध्यात्मिक गुरु चिन्मोय कुमार घोष निर्वाण दिवस, राष्ट्र संत तुकडो जी महाराज निर्वाण दिवस, विश्व मोटापा दिवस, शारदीय नवरात्रि की षष्ठी* पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

कार्यक्रम का श्री गणेश *अध्यक्ष डॉ अनीता अग्रवाल* ने दुर्गा मां के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित आरती पूजा अर्चना कर गणेश वंदना से किया।
अनीता ने बताया आज अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष में सभी सदस्यों के बीच *परिचर्चा रखी गई थी जिसमे उषा कलानौरिया को सर्वोत्तम और पुष्पा अग्रवाल की प्रस्तुति को उत्तम* घोषित किया गया। डॉ अनीता ने *विश्व मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह के अंतिम दिन* समापन समारोह में बताया आज की परम अवश्यकता है की ये दिन रोज मनाया जाना चाहिए जिससे लोग शारीरिक के साथ साथ मानसिक स्वस्थ रहने के लिए प्रयत्नशील रहे जैसे शारीरिक स्वस्थ रहने के लिए जिम,योग सेंटर, ब्यूटी पार्लर जा शरीर की बाहरी सुंदरता पर कार्य करते है,व्रत उपवास रखते है ठीक वैसे ही मानसिक स्वस्थ रखने के लिए पूजा पाठ, ध्यान के साथ साथ मानसिक डाइट रखना होगा यह बहुत सरल है इसके लिए सिर्फ और सिर्फ अच्छा सुनना, अच्छा बोलना, अच्छा देखना, अच्छा पढ़ना, अच्छा करना होगा हर किसी को उपर उठाने सफल बनाने के लिए अपना सहयोग योगदान देने का प्रयत्न करना होगा अगर यह नुस्खा हर व्यक्ति अपने दैनिक जीवन में उतार ले तो जीवन खुशमय, प्रसन्नता पूर्वक हो जाएगा और हम सतयुग निर्माण के सहभागी बन जायेगे।जहा सिर्फ सुख शांति संतोष की गंगा बहेगी।

कार्यक्रमका संचालन *उमा बंसल महासचिव* कोरबा ने किया उन्होंने मुख्य अतिथि का डिजिटल रोली का टीका अक्षय लगा श्री फल मनी प्लांट का पौधा स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। उनका जीवन परिचय दे डिजिटल मंच पर उद्बोधन के लिए आमंत्रित किया।

*प्रेमलता गोयल* ने कविता प्रस्तुति द्वारा उनका स्वागत किया।

कार्यक्रम की *मुख्य अतिथि बेदेही नंदिनी चौधरी सिंगापुर* ने अपने उद्बोधन में बताया *अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस* हर साल 11 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह दिवस बालिकाओं के सामने आने वाली चुनौतियों पर ध्यान दे लड़कियों के सशक्तीकरण और उनके मानवाधिकारों की पूर्ति को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करता है।
उन्होंने बताया कैसे कड़ी मेहनत और समय प्रबंधन से *कोई भी परीक्षा* में सफलता हासिल कर सभी सफलता के नए आयाम आसानी से स्थापित किए जा सकते है।
मंच के माध्यम से उन्हें उनकी इस सफलता के लिए प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम की *विशिष्ट अतिथि हेमलता मित्तल गुड़गांव गुरुग्राम* ने अपने उद्बोधन में बताया कि मानसिक बालक बालिका के बीच अनेकों नई चीज नित्य सीखने को मिलती है। ये तो अल्प बुद्धि से ग्रसित है। परंतु स्वस्थ लोग ज्यादा मानसिक होते जा रहे है तभी अपराध, शारीरिक शोषण, बलात्कार के केस बढ़ रहे है। इन्हे रोकने के लिए *सर्वोपरी मानसिक स्वास्थ को स्वस्थ* रखने पर कार्य करना होगा।

कार्यक्रम की *विशिष्ट अतिथि कमलेश बोंदिया सिमगेडा झारखंड* ने अपने उद्बोधन में भजन प्रस्तुत कर कहा आज शारदीय नवरात्र की षष्ठी माता कात्यानी की पूजा अर्चना करनी चाहिए।सनातन संस्कृति में देवी मां दुर्गा को शक्ति की देवी माना गया है।नौ दिनों तक चलने वाले इस शक्ति की पूजा के पर्व नवरात्रि में देवी के 9 रूपों की पूजा की जाती है। ऐसे में शारदीय नवरात्र की षष्ठी तिथि को मां कात्यायनी की पूजा का विधान है। सभी भक्त की मां आराधना कर उन्हे प्रसन्न करने की पूजा विधि विधान बताया जो फलदायक सिद्ध हो विवाह की सारी दिक्कतों को दूर कर सभी सुखों से परिपूर्ण जीवन साथी प्राप्त करवाता है।

*विशिष्ट अतिथि रंजना गर्ग गांधी ग्राम गुजरात* ने भजन प्रस्तुति के साथ अपने उद्बोधन में पौराणिक मान्यता के अनुसार मां कात्यानी के महिषासुर का वध की कथा सुना पूजा की पूरी विधि सरल शब्दों में सभी को बताई।

*पुष्पा अग्रवाल* ने भजन प्रस्तुत कर अपने उद्बोधन में बताया *विश्व प्रवासी पक्षी दिवस वर्ल्ड माइग्रेटरी बर्ड डे* आधिकारिक तौर पर साल में दो बार मनाया जाता है। सबसे पहले यह मई के दूसरे शनिवार को और फिर अक्टूबर के दूसरे शनिवार को आयोजित किया जाता है।
प्रवासी पक्षियों और उनके आवासों के संरक्षण की आवश्यकता के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए यह दिन मनाया जाता है। उन्होंने विश्व प्रवासी पक्षी दिवस 2021 *सिंग, फ्लाई, सोअर – लाइक ए बर्ड* थीम के बारे में विस्तार से बताया।

*उषा कलानौरिया बाराद्वार से* ने अपनी अभिव्यक्ति में *स्वतंत्रता सेनानी,राजनेता,लोकनायक,समाज सेवी भारत रत्न पुरस्कृत जयप्रकाश नारायण जयंती* पर उन्हे नमन कर बताया आजादी के आंदोलन से हमें ऐसे बहुत से नेता मिले जिनके प्रयासों के कारण ही हमारा देश आज तक स्वतंत्रता की खुली हवा में सांस ले रहा है और उसकी समस्त उपलब्धियां उन्हीं नेताओं की दूरदृष्टि और त्याग का नतीजा है। ऐसे ही नेताओं में जीवनभर संघर्ष करने वाले और इसी संघर्ष की आग में तपकर कुंदन की तरह दमकते हुए समाज के सामने आदर्श बन जाने वाले प्रेरणास्रोत थे लोकनायक जयप्रकाश नारायण, जो अपने त्यागमय जीवन के कारण मृत्यु से पहले ही प्रातः स्मरणीय बन गए थे। अपने जीवन में संतों जैसा प्रभामंडल केवल दो नेताओं ने प्राप्त किया। एक महात्मा गांधी थे तो दूसरे जयप्रकाश नारायण। इसलिए जब सक्रिय राजनीति से दूर रहने के बाद वे 1974 में *सिंहासन खाली करो जनता आती है* के नारे के साथ वे मैदान में उतरे तो सारा देश उनके पीछे चल पड़ा, जैसे किसी संत महात्मा के पीछे चल रहा हो। अब समय है हम इनके त्यागी का अनुसरण कर देश की अखंडता के लिए चट्टान बन खड़े हो जाए।

*राजबाला गर्ग* ने *आधुनिक चाणक्य पद्मविभूषण* से सम्मानित चंडिकादास अमृतराव (नानाजी) देशमुख की जन्म जयंती के अवसर पर अपनी अभिव्यक्ति में उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया जैसे उन्होंने भारतीय राजनीति पर अमिट छाप छोड़ी।विद्यालयों की पढ़ाई तथा संस्कारहीन वातावरण देखकर उन्होंने गोरखपुर में 1950 में पहला ‘सरस्वती शिशु मन्दिर’ स्थापित किया प्रदेश के सभी जिलों में जनसंघ का काम पहुँचने में इनका सक्रिय योगदान रहा। 1967 में वे जनसंघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बनकर दिल्ली आ गये। दीनदयाल जी की हत्या के बाद 1968 में उन्होंने दिल्ली में ‘दीनदयाल शोध संस्थान’ की स्थापना की।1975 में आपातकाल के विरुद्ध बनी ‘लोक संघर्ष समिति’ के वे पहले महासचिव थे। 1978 में नानाजी ने सक्रिय राजनीति छोड़कर *दीनदयाल शोध संस्थान* के माध्यम से गोंडा, नागपुर, बीड़ और अमदाबाद में ग्राम विकास के कार्य किये। 1991 में उन्होंने चित्रकूट में देश का पहला *ग्रामोदय विश्वविद्यालय* स्थापित कर आसपास के 500 गांवों का जन भागीदारी द्वारा सर्वांगीण विकास किया। ऐसे महापुरुष को नमन कर मंच के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

*मधु अग्रवाल बसना से* ने *विश्व मोटापा दिवस* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया मोटापा कई बीमारियों को न्योता देने वाला खतरनाक रोग है।यह अनियमित दिनचर्या, खान पान, बदलती लाईफ स्टाइल, कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल में अधिकाधिक व्यस्त रहना, व्यायाम बाहरी मैदानी खेली की कमी का परिणाम है।मोटापा इन्सान के ऊपर कुदरत का वो कहर है जो अकेला नहीं आता बल्कि डाइबिटीज, ब्लडप्रेशर, हाइपरटेंशन, थाइराइड, घुटनों की परेशानी, एसिडिटी जैसी कई बीमारियां साथ में लाता है।मोटापे पर नियंत्रण लाने के लिए हमे नियमित व्यायाम, संतुलित सादा भोजन, रेशे युक्त अनाज, अंकुरित, सलाद, फल का सेवन कर टहलने की आदत डालनी होगी। इस दिन को मनाने का बस एक ही उद्देश्य है लोगों में मोटापे के प्रति जागरुकता पैदा करना और साथ ही स्वास्थ्य के प्रति सचेत करना।

*प्रेमलता गोयल उपाध्यक्ष अंबिकापुर* ने आज का इतिहास बताया।
1737 में कोलकाता में भीषण तूफान से तीन हजार लोगों की मौत। 1902 में प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी और लोकनायक के नाम से मशहूर जयप्रकाश नारायण का जन्म। 1942 में हिंदी सिनेमा के सुपरस्टार अमिताभ बच्चन का जन्म। 2001 – त्रिनिदाद में जन्में भारतीय मूल के ब्रिटिश लेखक विद्याधर सूरज प्रसाद नॉयपाल को वर्ष 2001 के नोबेल साहित्य पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा।
2002 – नेपाल नरेश ज्ञानेन्द्र ने लोकेन्द्र बहादुर को प्रधानमंत्री नियुक्त किया।

सभी अतिथियों को *स्मृति चिन्ह भेंट* कर सम्मानित किया गया। सभी की उपस्तिथि अभिव्यक्ति को आभार प्रकट कर संपूर्ण ब्रह्मांड के मानसिक स्वस्थ खुश हाली की मंगल कामनाओं के लिए शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया गया।

कार्यक्रम में बबली सतीश अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, मीरा अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, रेखा गर्ग,सरिता, पूनम गोयल, मधु अग्रवाल, मंजू गोयल, गीता गोयल, गिरिजा अग्रवाल,सरिता,पूनम गोयल, नीलिमा गोयल, निमिषा गोयल, लक्ष्मी गोयल, सीमा गुप्ता, सरला लोहिया, भगवती अग्रवाल, राजबाला अग्रवाल, वंदना अग्रवाल व सभी सदस्यों ने अपनी अभिव्यक्ति प्रस्तुत कर कार्यक्रम को सफल बनाया।