अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत साढ़े चौदह माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में  25/4/2022 सोमवार को *विश्व मलेरिया दिवस,अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि दिवस, विश्व पंचायती राज दिवस, जैफ कोएत्ज़ी दक्षिण अफ्रीका के टेनिस खिलाड़ी जन्म तारीख, स्वामी रंगनाथानन्द भारतीय संत का निर्वाण दिवस* पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

*विश्व मलेरिया दिवस पर डॉक्टर राजेश अग्रवाल पेडियाट्रिक शक्ति, डॉक्टर सीताराम अग्रवाल जनरल प्रैक्शनर बिलासपुर, प्रमिला कैवर्त्या नर्स हेड सिम्स हॉस्पिटल बिलासपुर द्वारा त्रिवेणी जागरूकता अभियान*

*भारती बंसल सिलीगुड़ी द्वारा रेकी पर वक्तत्व*

अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत साढ़े चौदह माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 25/4/2022 सोमवार को *विश्व मलेरिया दिवस,अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि दिवस, विश्व पंचायती राज दिवस, जैफ कोएत्ज़ी दक्षिण अफ्रीका के टेनिस खिलाड़ी जन्म तारीख, स्वामी रंगनाथानन्द भारतीय संत का निर्वाण दिवस* पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

कार्यक्रम का श्री गणेश डॉ अनीता अग्रवाल ने अपने निवास स्थान पर भगवान शंकर पार्वती के छाया चित्र पर रोली अक्षत का तिलक लगा श्री फल और पुष्प अर्पित कर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित कर किया।
*पुष्पा अग्रवाल* अध्यक्ष रायपुर इकाई ने गणेश वंदना, *उषा कलानोरिया* अध्यक्ष बाराद्वार इकाई कार्यक्रम संयोजिका ने पितरों जी की स्तुति, *मंजू गोयल* अध्यक्ष अंबिकापुर इकाई ने गुरु वंदना प्रस्तुत किया।

*डिंपल अग्रवाल* अध्यक्ष सरिया इकाई ने संचालन करते हुए सभी अतिथियों का संक्षिप्त जीवन परिचय प्रस्तुत कर बारी बारी से सभी को उनके उद्बोधन के लिए आमंत्रित किया।
*हेमलता मित्तल* ने पुष्प गुच्छ भेट कर स्वागत गीत से सभी का स्वागत किया।

विशिष्ट अतिथि *भारती बंसल पत्नी शैलेश बंसल आर्मी में कर्नल सिलीगुड़ी* से ने अपनी अभिव्यक्ति में *रेकी* के बारे में मंच में उपस्थित सभी सदस्यो को बताया एक आध्यात्मिक अभ्यास पद्धति है। जिसका विकास १९२२ में मिकाओ उसुई ने किया था। यह तनाव और उपचार संबंधी एक जापानी विधि है।जो काफी कुछ योग जैसी है। मान्यता अनुसार रेकी का असली उदगम स्थल भारत है। सहस्रों वर्ष पूर्व भारत में स्पर्श चिकित्सा का ज्ञान था।इसकी विचारधारा अनुसार ऊर्जा जीवित प्राणियों से ही प्रवाहित होती है। रेकी के विशेषज्ञों का मानना है कि अदृश्य ऊर्जा को जीवन ऊर्जा या की कहा जाता है और यह जीवन की प्राण शक्ति होती है। विशेषज्ञ कहते हैं कि हमारे आस-पास ही है और उसे मस्तिष्क द्वारा ग्रहण किया जा सकता है।किस तरह हम की पद्धति के द्वारा अपने आप को तन मन से पूर्णता स्वस्थ रख सकते हैं, रेकी पद्धति के द्वारा हम बहुत सी बीमारियों को ठीक कर सकते हैं, इससे हम स्वयं का ही नहीं बल्कि दूसरों का भी इलाज कर सकते हैं यह पद्धति कोई नई नहीं है सालों बरसों से अपना ही जा रही है, इस पद्धति में स्वयं की ऊर्जा को पहचान कर उसे एकत्रित कर और शुद्ध मन से हीलिंग की जाती है उसी स्थान पर उस उर्जा को प्रवाहित कर हाथों के द्वारा उस परेशानी या बीमारी को ठीक किया जा सकता है, रेकी पद्धति से हम अपने शरीर में समस्त चक्रों को शुद्ध करके उस बीमारी की जड़ तक पहुंच कर उसे समाप्त कर सकते हैं, रेकी हीलिंग बहुत ही प्राचीन पद्धति है, इसे 21 दिन तक लगातार स्वयं पर या किसी और पर करने से जिस विषय पर की जाए उनकी परेशानी हल हो जाती है सिर्फ इसमें मनोभाव बिल्कुल शुद्ध होने चाहिए और अच्छाई के लिए की जाने वाली ऊर्जा से यह संपन्न होती है अन्यथा इसका प्रभाव नहीं होता। यह एक जापानी पद्धति है और री और की शब्द से मिलकर बना है जिसका अर्थ है सर्वव्यापी, अर्थात उर्जा तो सर्वव्यापी ही सब तरफ विद्यमान होती है उसी ऊर्जा को एकत्रित करके हम इस पद्धति को शुरू करते हैं डायरेक्ट हम ब्रह्मांड से जुड़ जाते है।

मुख्य अतिथि *डॉक्टर राजेश अग्रवाल पेडियाट्रिक शक्ति* ने विश्व मलेरिया दिवस में बताया बच्चो को 25 अप्रैल 2016 को पूरे विश्व में ‘विश्व मलेरिया दिवस’ मनाया गया. ‘मलेरिया’ जैसी गम्भीर बीमारी की ओर लोगों का ध्यान आकृष्ट करने के लिए इस दिवस को मनाया जाता है। विश्व मलेरिया दिवस’ पहली बार ’25 अप्रैल 2008′ को मनाया गया था।यूनिसेफ़ द्वारा इस दिन को मनाने का उद्देश्य मलेरिया जैसे ख़तरनाक रोग पर जनता का ध्यान केंद्रित करना था, जिससे हर साल लाखों लोग मरते हैं।उन्होंने अपने उद्बोधन में बताया बच्चो के लिए मच्छर दानी का उपयोग सबसे कारगर रक्षात्मक उपाय है।

कार्यक्रम अध्यक्ष *डॉक्टर सीताराम अग्रवाल* जनरल प्रैक्शनर जोहरापारा सुगम नर्सिंग होम ने *विश्व मलेरिया दिवस* पर अपने उद्बोधन में बताया मलेरिया से बचने के लिए सर्वप्रथम अपने घर आज पास के परिसर को स्वच्छ साफ सुथरा रखना चाहिए कही भी पानी का रुकाव नही होना चाहिए।

मुख्य वक्ता *प्रमिला कैवार्त्य* नर्स की हेड सिम्स हॉस्पिटल बिलासपुर ने *विश्व मलेरिया दिवस* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया ‘मलेरिया’ यह एक प्रकार का बुखार है, जिसमें बुखार ठण्ड (कंपकपी) के साथ आता है. यह बुखार मुख्यत: संक्रमित मादा एनाफ़िलीज मच्छ र द्वारा काटने पर होता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया में हर वर्ष क़रीब 50 करोड़ लोग मलेरिया से पीड़ित होते हैं; जिनमें क़रीब 27 लाख रोगी जीवित नहीं बच पाते, जिनमें से आधे पाँच साल से कम के बच्चे होते हैं।मलेरिया रोग के बारे में जागरूकता बढ़ाने, इसे कैसे नियंत्रित किया जाए और इसे पूरी तरह से कैसे मिटाया जाए, इसके बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हमे व्यक्तिगत प्रयासो द्वारा, स्वच्छता रख सभी को प्रेरित किया जा सकता है।
उन्होंने मलेरिया के कारण, लक्षण, प्रकार, बचाव के प्रकार के बारे में बताया।
अगर कंपकंपी के साथ बुखार आता है तब तत्काल डॉक्टर परामर्श ले सही इलाज द्वारा ब्रेन फीवर होने से बचा जा सकता है।

विशिष्ट अतिथि *बिमला अग्रवाल* कोरबा ने अपने उद्बोधन में बताया हर साल 25 अप्रैल को विश्व स्तर पर *इंटरनेशनल डेलीगेट्स डे यानि अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि दिवस* मनाया जाता है। यह दिवस संयुक्त राष्ट्र में सदस्य राष्ट्रों के प्रतिनिधियों की भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।
सैन फ्रांसिस्को में 25 अप्रैल 1945 को पहली बार 50 देशों के प्रतिनिधि इकठ्ठा हुए थे। यह सम्मेलन द्वितीय विश्व युद्ध की तबाही के बाद आयोजित किया गया था। जिसका उद्देश्य प्रतिनिधियों द्वारा एक संगठन स्थापित करना था, जो विश्व में शांति बहाल करे और युद्ध के बाद के विश्व व्यवस्था पर नियम निर्धारित करे। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2 अप्रैल 2019 को, दुनिया भर में 25 अप्रैल को अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि दिवस के रूप में मनाए जाने के लिए घोषित किया था।

विशिष्ट अतिथि *ओमलता अग्रवाल* बिलादपुर ने अपने उद्बोधन में बताया *नेशनल पंचायती राज डे*
भारत में हर साल 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस मनाया जाता है। 2010 में पहला राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस मनाया गया था।

*शीतल लाठ* अध्यक्ष बिलासपुर इकाई ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर धन्यवाद ज्ञापित किया।

विशिष्ट अतिथि *निधि अग्रवाल* ने *स्वामी रंगनाथानन्द भारतीय संत का निर्वाण दिवस* पर अपनी अभिव्यक्ति में उनके जीवन पर प्रकाश डाला।

*भगवती अग्रवाल* अध्यक्ष कोरबा इकाई ने *कीर्ति अग्रवाल कोरबा* को उनके वैवाहिक वर्षगांठ की हार्दिक शुभ कामनाएं प्रेषित की उन्होंने चुंदड़ी उड़ा सम्मानित किया। *सभी उपस्थित सदस्यो* ने एक एक कर बधाई गा कर दी साथ में गुलदस्ता दिया।
*सुलोचना धनावत* प्रचार प्रसार प्रभारी ने कविता के माध्यम से शब संदेश प्रेषित किया

*पूजा अग्रवाल बैंगलोर* के *ससुर उमेश अग्रवाल* आजीवन संस्थापक सदस्य के स्वर्गलोक गमन पर सभी ने श्रद्धांजलि अर्पित कर मौन रख परमात्मा से प्रार्थना की कि मृत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान कर सभी को इस गहन दुख को सहने की क्षमता प्रदान करे।

*डॉक्टर अनीता अग्रवाल* ने सभी अतिथियों और सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित कर विश्व कल्याण की मंगल कामना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया।

कार्यक्रम में भर्ती बंसल, डॉक्टर राजेश अग्रवाल, डॉक्टर सीताराम अग्रवाल, प्रमिला कैवर्त्य, नंदिनी चौधरी, उषा कलानोरिया, भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, बिमला अग्रवाल, ओमलता अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, रंजना गर्ग, पुष्पा अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, भगवती अग्रवाल, शारदा वसवातिया, शैली अग्रवाल, कीर्ति अग्रवाल, वंदना अग्रवाल, सिया अग्रवाल, सुलोचना धनावत, शीतल लाठ, अंशु अग्रवाल, निशा गोयल, निमिषा गोयल, लक्ष्मी अग्रवाल, मंजू अग्रवाल, निधि अग्रवाल, रेखा गर्ग, राजकुमारी गुप्ता, यशोदा गुप्ता, भारती बंसल ने अपनी अपनी अभिव्यक्ति और प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।