अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा 17/10/2021 रविवार को गूगल मीट पर *विश्व आघात दिवस,अंतर्राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस, विश्व एनेस्थीसिया दिवस, द्वादसी* पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़

प्रांत द्वारा विगत आठ माह से आयोजित नित्य वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 17/10/2021 रविवार को गूगल मीट पर *विश्व आघात दिवस,अंतर्राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस, विश्व एनेस्थीसिया दिवस, द्वादसी* पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

कार्यक्रम की *अध्यक्षा डॉ अनीता अग्रवाल* ने श्री कृष्ण भगवान की फोटो पर माल्यार्पण, दीप प्रज्वलित, पूजा अर्चना आरती आराधना कर गणेश वंदना, पितरों की स्तुति, राम राम, श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी का सामूहिक कीर्तन कर कार्यक्रम का श्री गणेश किया।
उन्होंने अपने उद्बोधन में बताया *विश्व आघात दिवस* मनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि लोगो को सुरक्षा संबंधी नियमों के प्रति जागरूक करना है।।आघात का अर्थ है शारीरिक या मानसिक वह चोट जिससे जान जाने की संभावना बढ़ जाती है। यह आघात के अंतर्गत पानी में डूबना आग से जलना गिर जाना आदि भी सम्मिलित किया जाता है भारतवर्ष में सड़क नियमों की अनदेखी के कारण अक्सर दुर्घटनाएं हो जाती हैं लोगों को इससे बचने के लिए यातायात विभाग द्वारा सुझाए गए नियमों का पालन करना चाहिए सड़क दुर्घटना में अधिकांश मौते ऑक्सीजन की कमी के कारण होती है जिससे दुर्घटना ग्रस्त व्यक्ति की जान चले जाती है विश्वा आघात दिवस पर हम यातायात के नियमों का पालन करते हुए दूसरों को भी इसके प्रति जागरुक और प्रोत्साहित करना होगा।

कार्यक्रम की *मुख्य अतिथि मुख्य वक्ता बेदेहि नंदिनी चौधरी सिंगापुर* ने बताया *विश्व एनेस्थीसिया दिवस* जिसे ईथर दिवस या राष्ट्रीय संज्ञाहरण दिवस भी कहते है यह दिवस 16 अक्टूबर को एनेस्थीसिया के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए और एनेस्थीसिया के महत्व और भूमिका के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए मनाया जाता है। एनेस्थीसिया की खोज मेडिकल इतिहास में मील का पत्थर साबित हुआ। 16 अक्टूबर, इतिहास के पन्नों में उस वक्त दर्ज हो गया जब विलियम थॉमस ग्रीन मॉर्टन ने ईथर एनेस्थीसिया की पहली बार खोज की. 1846 को उन्होंने बोस्टन,यूएसए के मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल में ईथर एनेस्थीसिया का सफल प्रदर्शन किया. जिसके बाद *रोगियों को सर्जरी से बिना दर्द के गुजारने में मदद मिली*

कार्यक्म की *विशिष्ट अतिथि कमलेश बोंदिया सिमगेड़ झारखंड* ने अपने उद्बोधन में द्वादसी का महत्व, पूजा की विधि, संदर्भित पौराणिक कथा का रस पान करवाया। उन्होंने अपने भजन प्रस्तुति से पूरे मंच को भक्तिमय बना दिया।

कार्यक्रम की *विशिष्ट अतिथि संतोषी चौधरी ओडिसा* ने *अंतर्राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया यह दिन मानने का उद्देश्य दुनिया भर में, विशेष रूप से विकासशील देशों में गरीबी और उन्मूलन की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।यह दिवस गरीबी में रह रहे लोगों के संघर्ष को जानने-समझने और उनकी कठिनाइयों को दूर करने के प्रयासों का मौका देता है।

*डिंपल अग्रवाल* ने अपने उद्बोधन में बताया गरीबी हटाने के लिए हमे स्वदेशी वस्तुओ को अपनाना चाहिए, घरेलू बनी चीजे इस्तेमाल करने को प्राथमिकता देनी होगी, लघु उद्योग से बनी वस्तु को उपयोग में लाना दैनिक जीवन की आदत बनानी होगी, भारतीय तीरथ, सौंदर्य स्थल पर घूमने जाना चाहिए, दूसरो को न सुधारकर अपने से ही प्रयास कर स्वयं आगे आए तभी गरीब को जड़ से हटाया जा सकता है।

*उषा कलानौरिया* ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया यह दिवस मनाने का मुख्य उद्देश विकासशीक देशों में निर्धनता को दूर करना है। गरीबी से गरीब लोगो को बहार ला सामान्य जीवन जीने के लिए प्रेरित करना होगा।केवल आमदानी ही गरीब का कारण नहीं है, इसके अलावा कमजोर कृषि, जातिवाद, अशिक्षा, अत्याचार, बेरोजगारी, महंगाई आदि भी गरीबी का कारण है।हम सभी को एकजुट हो लोकल व्यापारी से ही समान खरीदिए जीवन यापन के उपयोगी वस्तुएं भी उन्ही से ले तभी लोकल मदद से गरीबी दूर कर सकने में सहयोग दे सकते हैं।

*उमा बंसल महासचिव* कोरबा ने मंच संचालन करते हुए आहवान किया दीपावली के लिए स्वदेशी ग्रामीण लोगो से , कुटीर उद्योग, लघु उद्योग, लोकल लोगो द्वारा ही वस्तु खरीदे जिससे वे भी अपने घर दिवाली माना सके। उन्होंने प्रधानमंत्री जी के कौशल विकास और लोकल इस वोकल स्कीम के बारे में सरल शब्दों में विस्तार से बताया।

*प्रेमलता गोयल उपाध्यक्ष* ने आज का इतिहास बता लोगो के सामान्य ज्ञान को बढ़ाने का सफल प्रयास किया।
सभी की अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुति के लिए आभार व्यक्त कर विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा विधिवत कार्यक्रम का समापन किया गया।

कार्यक्रम में डिंपल अग्रवाल, रंजना गर्ग, मधु अग्रवाल, गिरिजा गोयल, प्रेमलता गोयल, पुष्पा अग्रवाल, कमलेश बोंदिया, सरिता गोयल, पूनम गोयल, सरला लोहिया, उषा कलानौरिया, वंदना अग्रवाल, बेदेही नंदिनी चौधरी, पूजा अग्रवाल, भगवती अग्रवाल,पूनम खेतान ने अपने अपने भजन और अभिव्यक्ति द्वारा कार्यक्रम को सफल बनाया।