अंतराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़
प्रांत द्वारा विगत साढ़े ग्यारह माह से प्रतिदिन आयोजित कार्यक्रम की श्रृंखला में 11/1/2022 मंगलवार को गूगल मीट पर *नोबेल शान्ति पुरस्कृत प्रकाश सत्यार्थी, बाबूलाल मरांडी, शिबू सोरेन, लुइस प्रोतो बार्बोसा, श्रीघरपाठक, विलियम जेम्स,राहुल द्रविड़,अंजू महेंद्रू, हुकूम सिंह, जन्म तिथि और पंडित राम चतुर मल्लिक, दूध नाथ सिंह, एरियल शेरान, सर एडमंड हिलेरी, लालबहादुर शास्त्री पुण्य तिथि* पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।
कार्यक्रम की संयोजिका और संचालन कर्ता *भगवती अग्रवाल और डिंपल अग्रवाल* ने कार्यक्रम का श्री गणेश अपने निवास स्थान पर हनुमान भगवान, राम दरबार के छायाचित्र पर रोली अक्षत का तिलक लगा, माल्यार्पण, दीप प्रज्वलित, पूजा अर्चना आरती आराधना से किया। उषा कलानौरिया ने गणेश वंदना और पुष्पा अग्रवाल ने पितरों जी की स्तुति से किया।
कोरबा इकाई की अध्यक्षा *श्रीमती भगवती अग्रवाल* ने बजरंग बाण का सामूहिक पाठ किया।
सरिया इकाई की अध्यक्षा *डिंपल अग्रवाल* ने मंगलवार का महत्व बता हनुमान चालीसा का पाठ प्रस्तुत किया।
*हनुमान जी से संबंधित प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम* का आयोजन किया।
*पहला प्रश्न* बजरंगबली जी का जन्म किनके रूप में और कहा हुआ *इसका उत्तर* कीर्ति ने अनजन गांव झारखंड में शंकर जी के रूप में प्रथम मां अंजनी जी की कोख से हुआ।
*दूसरा प्रश्न* बजरंगबली के पिता और उनकी माता का नाम क्या है।
*संगीता ने उत्तर दिया* माता का नाम अंजनी वानर राज पवन
*तीसरा प्रश्न* क्या हुआ हनुमान जी के बालकाल का वो किस्सा जब भूख लगी तो उन्होंने फल समझ खा लिया।
*निशा गोयल पत्थलगांव* ने बताया सूरज भगवान को फल समझ खा लिया तो पूरे ब्रह्मांड में अंधेरा हो गया था त्राहि त्राहि मच गई थी।
*चौथा प्रश्न* सूरज देव को फल समाज खा लिया तब किस देवता ने प्रहार किया जिससे फिर से सूरज जी बाहर निकल गए और
*निमिषा गोयल ने उत्तर* दिया इंद्र देवता ने प्रहार किया।
*पांचवा प्रश्न* हनुमान जी की जन्म स्थली कहा है और क्या नाम है।
इसका *उत्तर कीर्ति अग्रवाल* झारखंड के आंजन गांव गुफा का नाम अनजान गुफा अनजान धाम कहा जाने लगा।
*सातवा प्रश्न* बालाजी का राजस्थान में एक मात्र मंदिर जो दो पहाड़ी के बीच स्तिथ है कौन सही।
*कमलेश जी* ने उत्तर दिया *मेंहदीपुर के बालाजी*
*आठवां प्रश्न* राजस्थान में बालाजी के मंदिर का नाम क्या है।
*सुलोचना धनावत* ने बताया सालासर धाम।
*नवमा प्रश्न* गुरु गोरखनाथ ने हनुमान जी को बंधी क्यों बनाया था।
*उत्तर डिंपल ने बताया* त्रियक राज जी गोरखनाथ जी के गुरु को हनुमान जी ने रखा था इसलिए उनसे मंत्रोच्चार युद्ध कर गुरु को छुड़ाया।
*दसवा प्रश्न* हनुमान जी के पांच नाम बताना है। *हेमलता मित्तल* ने *उत्तर दिया* बालाजी, हनुमान जी, मारुती , महावीर, केसरी नंदन, अंजनी पुत्र, रामेश, महाबल बताए।
*ग्यारहवा प्रश्न* हनुमान जी को लाल रंग क्यों पसंद है।
*कमलेश बोंदीया* ने बताया सीता जी सिंदूर लगा रही थी देख हनुमान जी ने पूछा उन्होंने बताया ये राम को अति प्रिय है उनकी उम्र लंबी होगी ऐसा सुन हनुमान ने पूरे शरीर में लगा लिया।
*बारवा प्रश्न* महाभारत के कारण की पत्नी का नाम क्या है।
*उषा* ने *सुप्रिया* बताया
*तेरवा प्रश्न* एक बार राज्य सभा में स्त मां ने हनुमान जी को कौन सा दिव्य उपहार दिया और उन्होंने उस उपहार का क्या किया।
*उत्तर यशोदा ने दिया* मोती की माला दिया उन्होंने माला को तोड़ा हनुमान ने बताया इस मोती में राम नाम नही इसलिए मेरे कोई काम की नही उन्होंने विभूषण के कहने पर सीना फाड़ सीता राम की फोटो दिखाया।
*चोदवाह प्रश्न* हनुमान जी की पत्नी का नाम क्या था।
*उत्तर उषा* ने *वर्चला* बताया
*पंदरवाह प्रश्न* हनुमान जी ने पंचमुखी रूप क्यों धारण किया।
*उत्तर* प्रतिमा जी ने बताया राम लक्ष्मण ने अहिरावण ने अपहरण कर लिया था और पाताल लोक ले गए तब विभीषण ने हनुमान जी को राम लक्ष्मण को लाने कहा।वहा 5 दीपक चास रहे थे उन्हें एक साथ बुझाना था इसलिए पांच मुखी रूप धारण किया।
*सोलहवा प्रश्न* हनुमान जी के कितने भाई थे। *पुष्पा* ने बताया 5 भाई थे। इस तरह ज्ञानवर्धक प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम समाप्त हुआ।
बाराद्वार इकाई की अध्यक्षा *उषा कलानौरिया* ने पितरों की कृपा के बारे में बता पितरों जी महाराज का भजन कर उनका आशीर्वाद की कामना की।
रायपुर इकाई की अध्यक्षा *पुष्पा अग्रवाल* ने सभी अतिथियों को तिलक लगा श्री फल और तुलसी मां का पौधा भेट कर स्वागत किया।
*डॉ अनीता अग्रवाल* ने *कैलाश सत्यार्थी जन्मदिन* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया कैलाश सत्यार्थी (जन्म: 11 जनवरी 1954) एक भारतीय बाल अधिकार कार्यकर्ता और बाल-श्रम के विरुद्ध पक्षधर हैं। उन्होंने १९८० में बचपन बचाओ आन्दोलन की स्थापना की जिसके बाद से वे विश्व भर के १४४ देशों के ८३,००० से अधिक बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए कार्य कर चुके हैं। सत्यार्थी के कार्यों के कारण ही वर्ष १९९९ में अंतरराष्ट्रीय श्रम संघ द्वारा बाल श्रम की निकृष्टतम श्रेणियों पर संधि सं॰ १८२ को अंगीकृत किया गया, जो अब दुनियाभर की सरकारों के लिए इस क्षेत्र में एक प्रमुख मार्गनिर्देशक है।इन्हे
दी अचेनर अंतर्राष्ट्रीय शान्ति पुरस्कार, जर्मनी (१९९४), रोबर्ट एफ॰ कैनेडी मानवाधिकार पुरस्कार (१९९५), इतालवी सीनेट का पदक (२००७), अल्फोंसो कोमिन अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार (२००८), लोकतंत्र के रक्षक पुरस्कार (२००९), नोबेल शान्ति पुरस्कार (२०१४) पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
*विशिष्ट अतिथि नंदिनी चौधरी सिंगापुर* ने *बाबूलाल मराण्डी जन्मदिन* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया बाबूलाल मराण्डी (जन्म 11 जनवरी 1958) झारखण्ड प्रान्त के पहले मुख्यमन्त्री थे। इन्होंने 2006 में भारतीय जनता पार्टी को छोड़कर झारखण्ड विकास मोर्चा की स्थापना की। ये कोडरमा से लोकसभा सांसद थे।
*विशिष्ट अतिथि सुशीला अग्रवाल शांतिनिकेतन कोलकाता* ने *शिबू सोरेन जन्मदिन* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया शिबू सोरेन (जन्म ११ जनवरी, १९४४) एक भारतीय राजनेता है। वे झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष है। २००४ में मनमोहन सिंह की सरकार में वे कोयला मंत्री बने लेकिन चिरूडीह कांड जिसमें 11 लोगों की ह्त्या हुई थी के सिलसिले में गिरफ़्तारी का वारंट जारी होने के बाद उन्हें केन्द्रीय मंत्रीमंडल से 24 जुलाई 2004 को इस्तीफ़ा देना पड़ा। वे झारखंड के दुमका लोकसभा सीट से छठी बार सांसद चुने गये हैं।
*विशिष्ट अतिथि विजया डालमिया हैदराबाद**लुइस प्रोतो बार्बोसा जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया लुइस प्रोतो बार्बोसा (जन्म- 11 जनवरी, 1927; मृत्यु- 6 अक्टूबर, 2011) भारतीय राजनीतिज्ञ थे, जिनका सम्बंध राजनीतिक दल ‘प्रोग्रेसिव डेमोक्रेटिक फ्रंट (गोवा)’ से था। लुइस प्रोतो बार्बोसा गोवा के भूतपूर्व पाँचवें मुख्यमंत्री रहे। वह 14 अप्रॅल, 1990 से 14 दिसंबर, 1990 तक गोवा के मुख्यमंत्री रहे।
*विशिष्ट अतिथि पूजा अग्रवाल बैंगलोर* ने *श्रीधर पाठक जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया श्रीधर (११ जनवरी १८५८ – १३ सितंबर १९२८) प्राकृतिक सौंदर्य, स्वदेश प्रेम तथा समाजसुधार की भावनाओ के हिन्दी कवि थे। वे प्रकृतिप्रेमी, सरल, उदार, नम्र, सहृदय, स्वच्छंद तथा विनोदी थे। वे हिंदी साहित्य सम्मेलन के पाँचवें अधिवेशन (1915, लखनऊ) के सभापति हुए और ‘कविभूषण’ की उपाधि से विभूषित भी।
विशिष्ट अतिथि *कमलेश बोंदिया झारखंड* ने *विलियम जेम्स जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया विलियम्स अमेरिकी दार्शनिक एवं मनोवैज्ञानिक थे जिन्होने चिकित्सक के रूप में भी प्रशिक्षण पाया था। इन्होंने मनोविज्ञान को दर्शनशास्त्र से पृथक किया था, इसलिए इन्हें मनोविज्ञान का जनक भी माना जाता है। विलियम जेम्स ने आकर्षक लेखनशैली और अभिव्यक्ति की कुशलता के लिये जेम्स विख्यात हैं।मनोविज्ञान के अध्ययन हेतु एक पुस्तक लिखी जिसका नाम “प्रिंसिपल्स ऑफ़ साइकोलॉजी” है। इसका भाई हेनरी जेम्स प्रख्यात उपन्यासकार था।
*विशिष्ट अतिथि लता मोदी साकोली महाराष्ट्र* ने *हुकूम सिंह जन्म दिन* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया हुकुम सिंह (५ अप्रैल १९३८ – ३ फ़रवरी २०१८) भारत की सोलहवीं लोकसभा के सांसद थे। २०१४ के चुनावों में वे उत्तर प्रदेश की कैराना सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़कर निर्वाचित हुए।हुकुम सिंह उत्तर प्रदेश की कांग्रेस एवंं भाजपा सरकार में मंत्री रहे थे। हुकुम सिंह पश्चिम उत्तर प्रदेश केेेे कद्दावर नेता थे। हुकुम सिंह का जन्म शामली जिले के कंडेेेेला गांव में हुआ था। हुकुम सिंह सक्रिय राजनीति में आने से पहले भारतीय सेना में एक सैैनिक थे।
*विशिष्ट अतिथि यशोदा गुप्ता ओडिसा* ने *राहुल द्रविड़ जन्मदिन* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया राहुल शरद द्रविड़ (जन्म – 11 जनवरी 1973) भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से एक हैं, 1996 से वे इसके नियमित सदस्य रहें हैं। अक्टूबर 2005 में वे भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान के रूप में नियुक्त किये गए और सितम्बर 2007 में उन्होंने अपने इस पद से इस्तीफा दे दिया। १६ साल तक भारत का प्रतिनिधित्व करते रहने के बाद उन्होंने वर्ष २०१२ के मार्च में अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मैट से सन्यास ले लिया।
*निशा गोयल पत्थलगांव* ने *अंजू महेंद्रू जन्मदिन* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया अंजू महेन्द्रू एक भारतीय अभिनेत्री हैं। इनका जन्म 11 जनवरी को हुआ था।इन्होंने जय फिल्म में अपनी कला का प्रदर्शन किया।
*वरिष्ट सदस्या सुलोचना धनावत* ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया *लाल बहादुर शास्त्री पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया लालबहादुर शास्त्री (जन्म: 2 अक्टूबर 1904 मुगलसराय (वाराणसी) : मृत्यु: 11 जनवरी 1966 ताशकन्द, सोवियत संघ रूस), भारत के दूसरे प्रधानमन्त्री थे। वह 9 जून 1964 से 11 जनवरी 1966 को अपनी मृत्यु तक लगभग अठारह महीने भारत के प्रधानमन्त्री रहे। इस प्रमुख पद पर उनका कार्यकाल अद्वितीय रहा। शास्त्री जी ने काशी विद्यापीठ से शास्त्री की उपाधि प्राप्त की। भारत की स्वतन्त्रता के पश्चात शास्त्रीजी को उत्तर प्रदेश के संसदीय सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था। गोविंद बल्लभ पंत के मन्त्रिमण्डल में उन्हें पुलिस एवं परिवहन मन्त्रालय सौंपा गया। परिवहन मन्त्री के कार्यकाल में उन्होंने प्रथम बार महिला संवाहकों (कण्डक्टर्स) की नियुक्ति की थी। पुलिस मंत्री होने के बाद उन्होंने भीड़ को नियन्त्रण में रखने के लिये लाठी की जगह पानी की बौछार का प्रयोग प्रारम्भ कराया। 1951 में, जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में वह अखिल भारत कांग्रेस कमेटी के महासचिव नियुक्त किये गये। उन्होंने 1952, 1957 व 1962 के चुनावों में कांग्रेस पार्टी को भारी बहुमत से जिताने के लिये बहुत परिश्रम किया।
*प्रतिमा गुप्ता भाटापारा* ने *पंडित राम चतुर मल्लिक पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया पंडित राम चतुर मल्लिक ( जन्म- 5 अक्टूबर, 1902, बिहार; मृत्यु- 11 जनवरी, 1990) ‘भारतीय शास्त्रीय संगीत’ की ध्रुपद-धमार शैली के प्रसिद्ध गायक थे। इन्होंने ध्रुपद-धमार गायन शैली में सिर्फ़ भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी ख्याति प्राप्त की थी और देश का नाम रोशन किया। मल्लिक जी ध्रुपद, खयाल, ठुमरी और मैथिली लोकगीतों के अनुपम गायक थे।
*राजकुमारी गुप्ता रायपुर* ने **दूधनाथ सिंह पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया दूधनाथ सिंह (जन्म:१७ अक्टूबर, १९३६ एवं निधन १२ जनवरी, २०१८) हिन्दी के आलोचक, सम्पादक एवं कथाकार थे। उन्होने अपनी कहानियों के माध्यम से साठोत्तरी भारत के पारिवारिक, सामाजिक, आर्थिक, नैतिक एवं मानसिक सभी क्षेत्रों में उत्पन्न विसंगतियों को चुनौती दी।
*रायपुर इकाई की अध्यक्षा पुष्पा अग्रवाल रायपुर* ने *एरियल शेरॉन पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया (26 फ़रवरी 1928 – 11 जनवरी 2014) इजरायल के राजनेता तथा जनरल थे। वे इसरायल के ११वें प्रधानमंत्री रहे। वे ‘बुलडोज़र’ के नाम से जाने जाते थे। अरियल शेरॉन 1948 में इसराइल के गठन के बाद हुए सभी युद्धों में शामिल रहे थे और कई इसराइली उन्हें एक महान सैन्य नेता मानते हैं। दूसरी ओर फ़लस्तीनियों की राय उनके बारे में अच्छी नहीं थी।
*कुसुम अग्रवाल* ने **सर एडमंड हिलेरी पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया एडमंड हिलेरी ने पहली बार एवरेस्ट फतह करके वहाँ जाने वालों के सपनों को उडा़न और हौसला दिया उनके बाद एवरेस्ट पर जाने वाले भी उसी सम्मान के पात्र हैं जिसके हकदार एडमंड हिलेरी रहे। ‘सर’ एंडमंड हिलेरी और नेपाल के पर्वतारोही शेरपा तेनजिंग नॉर्गे ने 29 मई 1953 में मांउट एवरेस्ट पर विजय प्राप्त की थी।
*उमा बंसल महासचिव कोरबा और प्रेमलता गोयल उपाध्यक्ष* अंबिकापुर ने आज के इतिहास की मुख्य घटनाओं पर प्रकाश डाला।
1613 : जहाँगीर ने ईस्ट इंडिया कम्पनी को सूरत में कारख़ाना लगाने की अनुमति दी।
1955 : भारत के अख़बारी काग़ज़ का उत्पादन प्रारम्भ हुआ।
2008 : सर एडमंड हिलेरी, शेरपा तेनज़िंग के साथ माउन्ट एवरेस्ट के प्रथम आरोहनकर्ता और समाजसेवी।
*बिलासपुर इकाई की अध्यक्षा शीतल लाठ* ने सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न भेट कर सम्मानित किया
*हेमलता बंसल कोषाध्यक्ष* ने सभी सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित कर विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया गया।
नंदिनी चौधरी, लाता मोदी, कमलेश बोंदिया, निमिषा गोयल, निशा गोयल, शारदा वस्तावतिया, शालू, उपमा अग्रवाल, भगवती अग्रवाल, गिरिजा गोयल, उषा कलानौरिया, कुसुम अग्रवाल, उमा बंसल, सुलोचना धनावत, डिंपल अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल,रेखा गर्ग, राखी गर्ग, सुशीला अग्रवाल, विजया डालमिया, हेमलता बंसल, प्रतिमा गुप्ता, राजकुमारी गुप्ता, यशोदा गुप्ता, प्रेमलता गोयल, हेमलता मित्तल, कीर्ति अग्रवाल, ने भजन प्रस्तुति से भक्तिमय वातावरण बना सभी सदस्यों को झूमने गाने के लिए प्रेरित किया। अपनी अपनी अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।
