अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत पौने बारह माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 17 जनवरी 2022 सोमवार को दोपहर 3 बजे से गूगल मीट पर *करोना से बचाव, सिल्पी दिवस, राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह का अंतिम दिन,10 दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म समारोह दिवस, छत्तीसगढ़ का पारंपरिक त्योहार छेर छैरा, र्कोस्तेतिन स्तानिस्लावस्की,बाबू गुलाबराय, एल वी प्रसाद, मोहमद अली, नाजिम हिकमत, रांगे राघव, बेट्टी मैरियन व्हाइट लड्डन, एम जी रामचंद्रन, महावीर सरन जैन, जावेद अख्तर, अरविंद कुमारकमाल अमरोही, डी आर कापरेकर जन्म तिथि* और *बापू नादकर्णी, ज्योति बसु, सुचित्रा सेन, ज्योति प्रसाद अग्रवाल, गौहरखान पुण्य तिथि* *बिरजू महाराज के देहावसान* पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।
*डॉ अनीता अग्रवाल* ने कार्यक्रम का श्री गणेश अपने निवास स्थान पर शंकर पार्वती भगवान के छायाचित्र पर रोली अक्षत का तिलक लगा श्री फल चढ़ा माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित कर गणेश वंदना मंत्रोचार से दीप प्रज्वलित किया *कुसुम अग्रवाल, नंदिनी चौधरी* ने गणेश भजन, *उषा कलानोरिया* ने पितरों की वंदना, *सुलोचना धनावत* ने गुरु वंदना प्रस्तुत किया *डिंपल अग्रवाल* ने अतिथियों को तिलक लगा, श्री फल और तुलसी पौध भेट कर स्वागत गीत गया *पूजा अग्रवाल* ने अतिथि का संक्षिप्त जीवन परिचय सभी के सम्मुख प्रेषित कर अतिथि को उनके उद्बोधन के लिए बुलाया। *पुष्पा अग्रवाल* ने आभार व्यक्त कर अतिथि को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
डॉक्टर स्मृति अग्रवाल ने करोना महाकाल के समय इम्यून सिस्टम के बारे में बताया ।कैसे सेल ऑर्गन से मिल रोग से लड़ने में मदद मिलती है उसे रोग प्रतिरोधक क्षमता कहते है यह अंदर की शक्ति ही है जो बीमारियों से लड़ने में सहायता करती है।
वैक्सीन लगाना अति अनिवार्य है ये शरीर में जाकर एंटीबॉडी का निर्माण करते है और ये रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा रिकवरी रेट बढ़ता है।
उन्होंने डब्लू एच ओ की गाइडलाइन का पालन करने कहा जिससे इम्यून सिस्टम भी मजबूत होगा।
इसके लिए बैलेंस डाइट लेना चाहिए जो हर उम्र ,अलग अलग कार्य करने वाली के लिए अलग अलग होता है।हमारी रोज की भोजन थाली में सभी पोषक तत्व का समावेश होना चाहिए।कार्बोहाइड्रेट जियो ऊर्जा देती है।प्रोटीन क्षति ग्रस्त कोशिकाओं को दूर कर उनकी रिकवरी नए सेल्ला निर्माण करती है।फट सैचुरेटेड अनसैचुरेटेड होती है ये बाद कोलेस्ट्रॉल को दूर कर अच्छे कोलेस्ट्रॉल को स्टोर करता है।दिमाग, हार्ट को मजबूती प्रदान करता है।हर प्रकार की सूजन को दूर करता है।
विटामिन, फल, सब्जी, वाले ग्रेन ,फाइबर लेना चाहिए ये वजन को नियंत्रित रखता है, एसिडिटी, कंस्टीप को दूर करता है, इम्यून सिस्टम बढ़ाता है।रोज नट्स चार बादाम, दो अखरोट, दो अंजीर भीगा कर रोज खाना चाहिए और दो बार नींबू कुनकुने पानी में कला नमक, काली मिर्च पाउडर, जीरा पाउडर डाल लेना चाहिए इससे विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में रहेगा। दो बार काढ़ा अदरक, ५ तुलसी पत्ता ४ कालीमिर्च डाल एक ग्लास पानी को आधा उबाल पीना चाहिए। हर २० किलो में १ लीटर पानी पीना चाहिए।
शरीर को हाइड्रेटेड रखना चाहिए।१० से १२ ग्लास पानी नियमित पीने से शरीर के टॉक्सिन बाहर निकलते है,यूरीन इन्फेक्शन होने से रोकता है।हर सेल एक्टिव हो ऊर्जा देता है।वजन नियंत्रित रहता है और पूरा दिन तरोताजा रहता है।
तीसरा मुख्य स्टेप नियमित दिन चर्या का पालन करना होता है नियमित एक्सरसाइज, योग, एरोबिक, सुंबा, वॉकिंग करने से शरीर का स्टैमिना बढ़ते है, ऊर्जा भरपूर रहती है।
मानसिक तंदुरुस्ती के लिए प्राणायाम, मेडिटेशन करना चाहिए।७ से ८ घंटे की नींद लेनी चाहिए इससे शरीर की रिकवरी होती है।
हमेशा घर का ताजा पाका भोजन करना चाहिए इससे इम्यूनिटी बढ़ती है बाजार के डब्बा बंद में सोडियम ज्यादा रहता है जिससे शरीर का वजन बढ़ता है।
उन्होंने आहवान किया सैनिटाइजर का उपयोग, मास्क का इस्तेमाल, सोशल डिस्टेंस के नियम का पालन करना चाहिए।
ये नियम का पालन करने से सभी सुरक्षित रहेंगे।
*डॉ अनीता अग्रवाल* ने *छत्तीसगढ़ का एक मुख्य त्योहार छेरछेरा त्योहार* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया यह उत्सव कृषि प्रधान संस्कृति में दानशीलता की परंपरा को याद दिलाता है। उत्सवधर्मिता से जुड़ा छत्तीसगढ़ का मानस लोकपर्व के माध्यम से सामाजिक समरसता को सुदृढ़ करने के लिए आदिकाल से संकल्पित रहा है। इस दौरान लोग घर-घर जाकर अन्न का दान मांगते हैं। वहीं गांव के युवक घर-घर जाकर डंडा नृत्य करते हैं।लोकपर्व छेरछेरा धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। यह पर्व पौष पूर्णिमा के दिन खास तौर पर मनाया जाता है। यह अन्न दान का महापर्व है। छत्तीसगढ़ में यह पर्व नई फसल के खलिहान से घर आ जाने के बाद मनाया जाता है।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि *नंदिनी चौधरी सिंगापुर* ने *छत्तीसगढ़ के पारंपरिक त्योहार छेर छेरा* पर अपनी अभिव्यक्ति पर बताता लोक परंपरा के अनुसार पौष महीने की पूर्णिमा को प्रतिवर्ष छेरछेरा का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन सुबह से ही बच्चे, युवक व युवतियां हाथ में टोकरी, बोरी आदि लेकर घर-घर छेरछेरा मांगते हैं। वहीं युवकों की टोलियां डंडा नृत्य कर घर-घर पहुंचती हैं। धान मिंसाई हो जाने के चलते गांव में घर-घर धान का भंडार होता है, जिसके चलते लोग छेर छेरा मांगने वालों को दान करते हैं। इन्हें हर घर से धान, चावल व नकद राशि मिलती है। इस त्योहार के दस दिन पहले ही डंडा नृत्य करने वाले लोग आसपास के गांवों में नृत्य करने जाते हैं।
विशिष्ट अतिथि *पूजा अग्रवाल बैंगलोर* ने *आधुनिक रंगमंच को अपनी यथार्थवादी शैली से नया रूप देने वाले महान् रूसी रंगकर्मी ‘कोंस्तेंतिन स्तानिस्लावस्की’ की जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया कॉन्स्टेंटिन सर्गेयेविच स्टैनिस्लावस्की ( ने अलेक्सेयेव 17 जनवरी 1863 – 7 अगस्त 1938) एक मौलिक सोवियत और रूसी थिएटर व्यवसायी थे । उन्हें एक उत्कृष्ट चरित्र अभिनेता के रूप में व्यापक रूप से पहचाना गया और उनके द्वारा निर्देशित कई प्रस्तुतियों ने उन्हें अपनी पीढ़ी के प्रमुख थिएटर निर्देशकों में से एक के रूप में ख्याति दिलाई। उनकी प्रमुख प्रसिद्धि और प्रभाव, हालांकि, अभिनेता प्रशिक्षण, तैयारी और पूर्वाभ्यास तकनीक की उनकी ‘प्रणाली’ पर टिकी हुई है।
विशिष्ट अतिथि *कमलेश बोंदिया सिमगेड़ा झारखंड* ने *भारत के प्रसिद्ध साहित्यकार, निबन्धकार और व्यंग्यकार बाबू गुलाबराय जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया बाबू गुलाबराय (१७ जनवरी १८८८ – १३ अप्रैल १९६३) हिन्दी के आलोचक तथा निबन्धकार थे।।अपने प्रारंभिक काम के दार्शनिक अधिकांश इस श्रेणी में आता है। वह शिक्षा के साथ-साथ पेशे से एक दार्शनिक के रूप में वह उन्हें किया जा रहा है राजा के ‘दार्शनिक साथी’ में से एक में विभिन्न पदों पर छतरपुर के महाराजा की अदालत में काम किया।
साहित्यिक निबंध -वह द्विवेदी और शुक्ल युग के सबसे प्रमुख हिंदी आलोचक में से एक है। 20 वीं सदी के प्रारंभिक आधा हिन्दी साहित्य के स्वर्ण युग था। उन्होंने कहा कि ‘महावीर प्रसाद द्विवेदी’, ‘आचार्य रामचंद्र शुक्ल’ आदि थे।
हास्य व्यंग्य – इनमें उनके कार्यों में सबसे प्रसिद्ध शामिल हैं जो उनके जीवन के बाद के हिस्से में आए थे। उनकी आत्मकथा किसी भी भाषा में स्व-व्यंग्य के बेहतरीन उदाहरणों में से एक है।
विशिष्ट अतिथि *सुशीला अग्रवाल शांतिनिकेतन कोलकाता* ने *भारतीय सिनेमा के सफल फ़िल्मकार, निर्माता-निर्देशक और अभिनेता एल. वी. प्रसाद जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया एल॰ वी॰ प्रसाद (अक्किनेनि लक्ष्मी वर प्रसाद राव, 1908-1994) दक्षिण भारत के साथ-साथ उत्तर भारत के सिनेमा जगत में भी समान रूप से ख्याति प्राप्त व्यक्ति थे। एक अभिनेता, निर्देशक और निर्माता के रूप में मद्रास, हैदराबाद और मुम्बई तीनों क्षेत्रों के फिल्म संसार में उनकी विशिष्ट पहचान और प्रतिष्ठा थी। उन्हीं के नाम पर ‘एल वी प्रसाद आई इंस्टीट्यूट’ और ‘प्रसाद आईमैक्स’ जैसे विख्यात संस्थान हैं। सिनेमा के क्षेत्र में उनके विशिष्ट योगदान के लिए सन् 1982 में भारत सरकार के द्वारा उन्हें दादा साहब फाल्के सम्मान से सम्मानित किया गया।
विशिष्ट अतिथि *विजया डालमिया* ने *मुहम्मद अली जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया मुहम्मद अली (जन्म :कैसियस मर्सलास क्ले, जूनियर; 17 जनवरी, 1942 – 3 जून, 2016) पूर्व अमेरिकी पेशेवर मुक्केबाज थे, जिन्हें खेल इतिहास में दुनिया का सबसे बड़ा हेवीवेट मुक्केबाज कहा जाता है। अली 3 बार हेवीवेट चैम्पियन रहे हैं।उन्हें बीबीसी से स्पोर्ट्स पर्सनैलिटी ऑफ द सेंचुरी तथा स्पोर्ट्स इलस्ट्रेटेड द्वारा स्पोर्ट्समैन ऑफ द सेंचुरी का सम्मान मिल चुका है।अखाड़े में अली अपने फुटवर्क और मुक्के के लिए जाने जाते थे।
विशिष्ट अतिथि *लाता मोदी साकोली महाराष्ट्र* ने *तुर्की के क्रांतिकारी कवि ‘नाजिम हिकमत’ जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया नाज़ीम हिकमत रान (15 जनवरी 1902 – 3 जून 1963) जिसे आमतौर पर नाज़ीम हिकमत ( तुर्की: [नाज़ीम हिकमेट] ( सुनो )ऑडियो स्पीकर आइकन ) के नाम से जाना जाता है, एक तुर्की कवि, नाटककार, उपन्यासकार, पटकथा लेखक, निर्देशक और संस्मरणकार थे। उन्हें “उनके बयानों के गीतात्मक प्रवाह” के लिए प्रशंसित किया गया था।एक “रोमांटिक कम्युनिस्ट” और “रोमांटिक क्रांतिकारी” के रूप में वर्णित, उन्हें उनके राजनीतिक विश्वासों के लिए बार-बार गिरफ्तार किया गया और उन्होंने अपने वयस्क जीवन का अधिकांश समय जेल या निर्वासन में बिताया। उनकी कविताओं का पचास से अधिक भाषाओं में अनुवाद किया गया है।
विशिष्ट अतिथि *यशोदा गुप्ता कटनी मध्यप्रदेश* ने *रांगेय राघव हिन्दी साहित्यकार जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया रांगेय राघव (१७ जनवरी, १९२३ – १२ सितंबर, १९६२) हिंदी के उन विशिष्ट और बहुमुखी प्रतिभावाले रचनाकारों में से हैं जो बहुत ही कम उम्र लेकर इस संसार में आए, लेकिन जिन्होंने अल्पायु में ही एक साथ उपन्यासकार, कहानीकार, निबंधकार, आलोचक, नाटककार, कवि, इतिहासवेत्ता तथा रिपोर्ताज लेखक के रूप में स्वंय को प्रतिस्थापित कर दिया, साथ ही अपने रचनात्मक कौशल से हिंदी की महान सृजनशीलता के दर्शन करा दिए।आगरा में जन्मे रांगेय राघव ने हिंदीतर भाषी होते हुए भी हिंदी साहित्य के विभिन्न धरातलों पर युगीन सत्य से उपजा महत्त्वपूर्ण साहित्य उपलब्ध कराया। ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि पर जीवनीपरक उपन्यासों का ढेर लगा दिया। कहानी के पारंपरिक ढाँचे में बदलाव लाते हुए नवीन कथा प्रयोगों द्वारा उसे मौलिक कलेवर में विस्तृत आयाम दिया। रिपोर्ताज लेखन, जीवनचरितात्मक उपन्यास और महायात्रा गाथा की परंपरा डाली। विशिष्ट कथाकार के रूप में उनकी सृजनात्मक संपन्नता प्रेमचंदोत्तर रचनाकारों के लिए बड़ी चुनौती बनी।
*विशिष्ट अतिथि पार्वती अग्रवाल ओडिसा* ने *बेट्टी मैरियन व्हाइट लड्डन जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया बेट्टी मैरियन व्हाइट लड्डन ( नी व्हाइट, जन्म 17 जनवरी, 1922 – 31 दिसम्बर 2021) एक अमेरिकी अभिनेत्री और कॉमेडियन हैं, जिनका कैरियर, एक मनोरंजनकर्ता के रूप में सबसे लंबा टीवी कैरियर रहा जो 80 वर्षों से भी अधिक वर्षों तक फैला हुआ है।टेलीविज़न के शुरूआती दिनों में, वह कैमरे के सामने और उसके पीछे नियंत्रण स्थापित करने वाली पहली महिलाओं में से एक थीं। उन्हें एक हास्य धारावाहिक का निर्माण करने वाली पहली महिला के रूप में पहचान मिली (लाईफ विद एलिज़ाबेथ ) । इसने उन्हें1955 में मेयर ऑफ़ हॉलीवुड की मानद उपाधि प्राप्त करने में योगदान दिया.
*पुष्पा अग्रवाल अध्यक्ष रायपुर इकाई* ने *अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म समारोह दिवस (10 दिवसीय)* पर सभी कलाकारों की अदा पर प्रकाश डाला और *एम जी रामचंन्द्रन राजनेता एवं अभिनेता जन्म तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया मारुदुर गोपालन रामचन्द्रन (17 जनवरी 1917 – 24 दिसम्बर 1987), तमिल फिल्मों के अभिनेता और राजनीतिज्ञ थे। वे एम जी आर के नाम से भी लोकप्रिय थे। वे वर्ष 1977 से लेकर 1987 तक मृत्युपर्यन्त भारत के तमिलनाडु राज्य के मुख्यमंत्री रहे। उनका जन्म कैन्डी, श्रीलंका में हुआ था। वह एक सांस्कृतिक आइकन हैं। राज्य और तमिल फिल्म उद्योग के सबसे प्रभावशाली अभिनेताओं में से एक माना जाता है । उन्हें “मक्कल थिलागम” (पीपल्स किंग) के नाम से जाना जाता था क्योंकि वे जनता के बीच लोकप्रिय थे। वह एक परोपकारी और मानवतावादी आइकन थे। 1988 में, एम.जी.आर. भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया गया, भारत रत्न, मरणोपरांत।
*डिंपल अग्रवाल अध्यक्ष सरिया इकाई* ने *महावीर सरन जैन, प्रसिद्ध लेखक जन्म तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया प्रोफ़ेसर महावीर सरन जैन (जन्म: 17 जनवरी, 1941 बुलन्दशहर, उत्तर प्रदेश) भाषाविद् एवं लेखक हैं।प्रोफेसर महावीर सरन जैन ने भारत सरकार के केन्द्रीय हिन्दी संस्थान के निदेशक, रोमानिया के बुकारेस्त विश्वविद्यालय के हिन्दी के विजिटिंग प्रोफेसर तथा जबलपुर के विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर हिन्दी एवं भाषा विज्ञान विभाग के लैक्चरर, रीडर तथा प्रोफेसर एवम् अध्यक्ष के रूप में सन् 1964 से 2001 तक हिन्दी के अध्ययन, अध्यापन एवं अनुसंधान तथा हिन्दी के प्रचार-प्रसार-विकास के क्षेत्रों में भारत एवं विश्व स्तर पर कार्य किया है। प्रोफेसर जैन ने भारत सरकार के योजना आयोग के शिक्षा प्रभाग के सदस्य के रूप में कार्य किया। महावीर सरन जैन ने भारत सरकार के अनेक मंत्रालयों की राजभाषा सलाहकार समितियों के सदस्य के रूप में कार्य करते हुए मंत्रालयों में राजभाषा हिन्दी के व्यवहार के लिए अनेक सुझाव दिए तथा राजभाषा हिन्दी के कार्यान्वयन के लिए अपनी भूमिका का निर्वाह किया। प्रोफेसर जैन ने भारत के अनेक विश्वविद्यालयों की विद्वत-परिषद, कला संकाय तथा चयन समिति के सदस्य के रूप में भी कार्य किया। भारत के 25 से अधिक विश्वविद्यालयों के पी-एच. डी. एवं डी. लिट्. उपाधियों के लिए प्रस्तुत शताधिक शोध-प्रबंधों का परीक्षण-कार्य किया तथा अनेक संस्थाओं की विभिन्न समितियों में परामर्शदाता की भूमिका का निर्वाह किया।
*सीमा गुप्ता* ने *राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह 11 जनवरी- 17 जनवरी* के अंतिम दिवस पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया हम सभी को अपनी और सभी के जीवन की सुरक्षा का सोच सभी यातायात के नियमों का पालन करना चाहिए।
*भगवती अग्रवाल अध्यक्ष कोरबा इकाई* ने छेड़ छेड़ा पर कविता सुना *पटकथा लेखक और हिन्दी फ़िल्मों के गीतकार जावेद अख़्तर के जन्मदिन* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया जावेद अख्तर कवि और हिन्दी फिल्मों के गीतकार और पटकथा लेखक हैं। वह सीता और गीता, ज़ंजीर, दीवार और शोले की कहानी, पटकथा और संवाद लिखने के लिये प्रसिद्ध है। ऐसा वो सलीम खान के साथ सलीम-जावेद की जोड़ी के रूप में करते थे। इसके बाद उन्होंने गीत लिखना जारी किया जिसमें तेज़ाब, 1942: अ लव स्टोरी, बॉर्डर और लगान शामिल हैं। उन्हें कई फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार, राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार और पद्म भूषण प्राप्त हैं। 2020 में उन्हें धर्मनिरपेक्षता और फ्री थिंकिंग को बढ़ावा देने में उनके योगदान के लिए रिचर्ड डॉकिंस अवार्ड से सम्मानित किया गया।
,*उषा कलामोरिया अध्यक्ष बाराद्वार इकाई* ने *माधुरी और सर्वोत्तम पत्रिकाओं के प्रथम सम्पादक अरविंद कुमार, जन्म तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया अरविन्द कुमार (जन्म: ग्रेगोरी कैलेण्डर: जनवरी 17, 1930 / भारांग: पौष 27, 1851), अपनी धर्मपत्नी कुसुम कुमार (जन्म: ग्रेगोरी कैलेण्डर: दिसम्बर 8, 1933 / भारांग: अग्रहायण 17, 1855) के साथ हिन्दी के प्रथम समान्तर कोश (थिसॉरस) के निर्माण करने के लिये जाने जाते हैं। अभी हाल में उन्होने संसार का सबसे अद्वितीय द्विभाषी थिसॉरस तैयार किया। द पेंगुइन इंग्लिश-हिन्दी/हिन्दी-इंग्लिश थिसॉरस ऍण्ड डिक्शनरी अपनी तरह एकमात्र और अद्भुत भाषाई संसाधन है। यह किसी भी शब्दकोश और थिसारस से आगे की चीज़ है और संसार में कोशकारिता का एक नया कीर्तिमान स्थापित करता है। इतना बड़ा और इतने अधिक शीर्षकों उपशीर्षकों वाला संयुक्त द्विभाषी थिसॉरस और कोश इस से पहले नहीं था।
*कुसुम अग्रवाल* ने *कमाल अमरोही, प्रसिद्ध फ़िल्म निर्माता-निर्देशक जन्म तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया सैयद अमीर हैदर कमल नकवी जिन्हें कमल अमरोही के रूप में जाना जाता है, (17 जनवरी 1918 – 11 फरवरी 1993) एक भारतीय फिल्म निर्देशक और पटकथा लेखक थे। और एक उर्दू और हिंदी कवि भी थे।
*निशा गोयल पत्थलगांव* ने *डी. आर. कापरेकर – भारतीय गणितज्ञ जन्म तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया दत्तात्रय रामचंद्र कर्पेकर (१९०५–१९८६) एक भारतीय गणितज्ञ थे। उन्होने संख्या सिद्धान्त के क्षेत्र में अनेक योगदान किया, जिनमें से कर्पेकर संख्या तथा कर्पेकर स्थिरांक प्रमुख हैं। यद्यपि उन्होने औपचारिक रूप से परास्नातक प्रशिक्षण नहीं पाया था और एक विद्यालय में अध्यापन करते थे, फिर भी उन्होने व्यापक रूप से शोधपत्र प्रकाशन किए और मनोरंजक गणित के क्षेत्र में विख्यात हुए।
*गिरिजा गोयल लैलूंगा* ने *पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी बापू नादकर्णी पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया रमेशचंद्र गंगाराम ‘बापू’ नाडकर्णी सहायता·सूचना (जन्म ०४ अप्रैल १९३३) एक पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी है। वह मुख्य रूप से एक इकोनॉमिकल गेंदबाज होने के लिए जाने जाते है। इन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए १९५५ से १९६८ तक टेस्ट क्रिकेट खेला है, जिसमें इनकी इकोनॉमी रेट १.६७ रही है जो कि किसी भी गेंदबाज से सबसे कम है।
*वरिष्ट सदस्या सुलोचना धनावत* ने *भारत के प्रसिद्ध मार्क्सवादी राजनीतिज्ञ ज्योति बसु की पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया ज्योति बसु (बंगला : জ্যোতি বসু) (८ जुलाई १९१४ – १७ जनवरी २०१०) भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के जानेमाने राजनेता थे। वे सन् १९७७ से लेकर २००० तक पश्चिम बंगाल राज्य के मुख्यमंत्री रहकर भारत के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री बने रहने का कीर्तिमान स्थापित किए। वे सन् १९६४ से सन् २००८ तक सीपीएम पॉलित ब्यूरो के सदस्य रहे।
*प्रतिमा गुप्ता भाटापारा* ने *सुचित्रा सेन, प्रसिद्ध फ़िल्म अभिनेत्री पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया सुचित्रा सेन (जन्म: ६ अप्रैल १९३१ – १७ जनवरी २०१४) हिन्दी एवं बांग्ला फिल्मों की एक अभिनेत्री थीं। वह मुनमुन सेन की माँ थी।विशेषकर उत्तम कुमार के साथ अभिनय करने के कारण वे सारे बंगाल में अत्यन्त जनप्रिय हुईं। उत्तम-सुचित्रा की जोड़ी आज भी बांग्ला चलचित्र की श्रेष्ठ जोड़ी मानी जाती है।
वे *प्रथम भारतीय अभिनेत्री* हैं जिनको किसी अन्तर्राष्ट्रीय चलचित्र महोत्सव में पुरस्कार प्रदान किया गया (श्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार – ‘सात पाके बाँधा’ १९६३ के लिए, मास्को चलचित्र उत्सव)।
*राजकुमारी गुप्ता रायपुर* ने *असम के प्रसिद्ध साहित्यकार, स्वतंत्रता सेनानी तथा फ़िल्म निर्माता ज्योति प्रसाद अग्रवाल पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया
ज्योति प्रसाद अग्रवाल (१ (जून १ ९ ०३ – १ 195 जनवरी १ ९ ५१) एक प्रख्यात भारतीय फिल्म निर्माता, निर्देशक, संगीत संगीतकार, विश्वकोश नाटककार, गीतकार, कवि, लेखक और फिल्म निर्माता थे असम। वह माना जाता था असमिया सांस्कृतिक आइकन, उनकी रचनात्मक दृष्टि और आउटपुट के लिए गहराई से श्रद्धेय और लोकप्रिय रूप से कहा जाता है रूपकोनवर असमिया संस्कृति का वास्तव में, वह के संस्थापक के रूप में माना जाता है असमिया सिनेमा के लिये जम्मोती (1935). उनकी पुण्यतिथि (17 जनवरी) को मनाया जाता है *सिल्पी दिवस* (कलाकार दिवस) उनके सम्मान में मनाया जाता है।
*वंदना अग्रवाल* ने *भारतीय गायिका और नर्तकी गौहर जान पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया गौहर जान (जन्म नाम एंजेलीना योवार्ड, २६ जून १८७३ – १७ जनवरी १९३०) कलकत्ता की एक भारतीय गायिका एवं नर्तिका थीं।वे ७८ आरपीएम रिकॉर्ड पर संगीत रिकॉर्ड करने वाली भारत की पहली कलाकारों में से एक थीं जिसे ग्रामोफ़ोन रिकॉर्ड पर ग्रामोफोन कंपनी जारी किया गया।
*कीर्ति अग्रवाल* ने *पंडित बृजमोहन मिश्र के देहावसान* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया बिरजू महाराज भी कहा जाता है)(४ फ़रवरी १९३८ – १६ जनवरी २०२२) प्रसिद्ध भारतीय कथक नर्तक थे। वे शास्त्रीय कथक नृत्य के लखनऊ कालिका-बिन्दादिन घराने के अग्रणी नर्तक थे। पंडित जी कथक नर्तकों के महाराज परिवार के वंशज थे जिसमें अन्य प्रमुख विभूतियों में इनके दो चाचा व ताऊ, शंभु महाराज एवं लच्छू महाराज; तथा इनके स्वयं के पिता एवं गुरु अच्छन महाराज भी आते हैं। हालांकि इनका प्रथम जुड़ाव नृत्य से ही है, फिर भी इनकी गायकी पर भी अच्छी पकड़ थी, तथा ये एक अच्छे शास्त्रीय गायक भी थे। इन्होंने कत्थक नृत्य में नये आयाम नृत्य-नाटिकाओं को जोड़कर उसे नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। इन्होंने कत्थक हेतु ”’कलाश्रम”’ की स्थापना भी की है। इसके अलावा इन्होंने विश्व पर्यन्त भ्रमण कर सहस्रों नृत्य कार्यक्रम करने के साथ-साथ कत्थक शिक्षार्थियों हेतु सैंकड़ों कार्यशालाएं भी आयोजित की।
दो मिनट का मौन रख मंच से श्रद्धांजलि अर्पित की।
*प्रेमलता गोयल उपाध्यक्ष अंबिकापुर* ने आज के इतिहासकी मुख्य घटनाओं पर प्रकाश डाला।
1595 – फ्रांस के राजा हेनरी चतुर्थ ने स्पेन के खिलाफ युद्ध की घोषणा की।
1601 – मुग़ल बादशाह अकबर ने असीरगढ़ के अभेद किले में प्रवेश किया। फ्रांस ने स्पेन के साथ समझौता किया जिसके तहत फ्रांस को ब्रीस, बगेस वोल्रोमेय तथा गेक्स इलाका प्राप्त हुआ।
1757 – जर्मनी ने प्रूशिया के ख़िलाफ़ युद्ध की घोषणा की।
1852 – ब्रिटेन ने दक्षिण अफ्रीका के ट्रांसवाल की स्वतंत्रता को मान्यता दी।
1863 – अमेरिकी राज्य वर्जीनिया में गृह युद्ध।
1895 – फ्रांसीसी राष्ट्रपति कैसिमिर पेरियर ने इस्तीफा दिया।
1913 – रेमंड प्वाइनकेयर फ्रांस के राष्ट्रपति चुने गये।
1941 – सुभाषचन्द्र बोस ब्रिटिश पहरे से चुपचाप ढंग से निकलकर जर्मनी के लिए रवाना हुए।
1945 – द्वितीय विश्वयुद्ध की समाप्ति के दिनों में सोवियत सेना का पोलैण्ड की राजधानी वारसा में आगमन।
1946 – संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की पहली बैठक हुई।
1948 – नीदरलैंड तथा इंडोनेशिया संघर्ष विराम पर सहमत हुए।
1961 – जनवादी कोंगो के प्रधानमंत्री पेट्रिस लुमुम्बा की देश के नये सैन्य शासकों ने हत्या कर दी।
1976 – यूरोपीय स्पेस एजेंसी ने हरमस रॉकेट लांच किया।
1979 – सोवियत संघ ने परमाणु परीक्षण किया।
1980 – नासा ने फ्लाटसटकोम-3 लांच किया।
1985 – भारतीय क्रिकेटर अजहरुद्दीन ने इंगलैंड के खिलाफ दूसरा टेस्ट शतक लगाया।
1987 – टाटा फुटबॉल अकादमी खुला।
1989 – कर्नल जेके बजाज उत्तरी ध्रुव पर पहुंचने वाले पहले भारतीय बने।
1995 – जापान में 7.2 तीव्रता के भूकंप में 5,372 लोगों की मौत।
2002 – अमेरिकी विदेश मंत्री कॉलिन पावेल भारत पहुँचे, आतंकवाद के मुद्दे पर भारत के रुख़ का समर्थन किया।
2007 – ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेटर माइकल बेवन ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास लिया।
2008 – केन्द्र सरकार ने विकलांगों को नौकरियां देने के लिए 1800 करोड़ रुपये की एक योजना को मंज़ूरी प्रदान की। मेडागास्कर में हिन्द महासागर के ताड़ के पेड़ की नई प्रजाति मिली।
2009 – भारतीय ओलम्पिक संघ के महासचिव रणधीरसिंह ने अपने पद से इस्तीफ़ा दिया।
2010 – भारत के उच्चतम न्यायालय ने ग़ैरक़ानूनी तरीक़े से हमला किए जाने की स्थिति में आत्मरक्षा के अधिकार की प्रो-ऐक्टिव परिभाषा देते हुए कहा है कि क़ानून का पालन करने वाले लोगों को कायर बनकर रहने की ज़रूरत नहीं है। उसकी दो सदस्यीय खंडपीठ ने आत्मरक्षा के अधिकार की 10 सूत्रीय निर्देश तय करते हुए कहा कि इन परिस्थितियों में किसी व्यक्ति को अपराधी नहीं बनाया जा सकेगा, भले ही उसने हमलावर को जानलेवा क्षति पहुँचायी हो।
2013 – इराक में सिलसिलेवार बम धमाकों में 33 लोग मारे गये।
2020 – भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी से एरियन-5 प्रक्षेपण यान के माध्यम से संचार उपग्रह जीसैट-30 प्रक्षेपित कर किया। यह प्रक्षेपण भारतीय समयानुसार 2 बजकर 35 मिनट पर किया गया। यह इसरो का साल 2020 का पहला मिशन था। प्रक्षेपण के लगभग 38 मिनट 25 सेकंड बाद सैटेलाइट कक्षा में स्थापित हो गया। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आतंकवाद, नक्सली हिंसा या सांप्रदायिक दंगा पीड़ितों को सरकारी सहायता पाने हेतु ‘आधार’ को अनिवार्य कर दिया।
*उमा बंसल महासचिव कोरबा और प्रेमलता गोयल उपाध्यक्ष अंबिकापुर* ने आज के इतिहास की कुछ मुख्य घटनाओं पर प्रकाश डाला।
रायपुर इकाई की अध्यक्षा *श्रीमती शीतल लाठ* ने स्मृति चिन्ह प्रदान कर सभी अतिथियों को सम्मानित किया।
*हेमलता बंसल कोषाध्यक्ष* शक्ति ने सभी की उपस्तिथि, प्रस्तुति, अभिव्यक्ति के लिए आभार व्यक्त किया। विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम समापन की घोषणा की।
डॉ स्मृति अग्रवाल, नेहाग्रावल, संतोषी अग्रवाल, नंदिनी चौधरी, सुशीला अग्रवाल,लाता मोदी, कमलेश बोंदिया, पूजा अग्रवाल, हेमलता मित्तल, सिया अग्रवाल, हेमलता बंसल, कीर्ति अग्रवाल, राजकुमारी गुप्ता, प्रतिमा गुप्ता, यशोदा गुप्ता, रेखा गर्ग, प्रतिमा गुप्ता, राजकुमारी गुप्ता,सीमा गुप्ता, भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, सिया अग्रवाल, सुलोचना धनावत, पुष्पा अग्रवाल, उषा कलानोरिया, निशा गोयल, संगीता चौधरी, गिरिजा गोयल, नेहा अग्रवाल, संतोष अग्रवाल, पार्वती अग्रवाल, वंदना अग्रवाल, हेमलता बंसल, लाता मोदी, कीर्ति अग्रवाल, प्रेमलता गोयल, विकास अग्रवाल ने अपनी उपस्तिथि, अभिव्यक्ति, प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।
