बिलासपुर:– सिम्स बिलासपुर का ही नही छत्तीसगढ़
का भी प्रसिध्द अस्पताल है, जंहा गरीब और वंचित लोग विश्वास के साथ अपना इलाज कराने आते हैं, परन्तु सिम्स अव्यवस्था के लिए हमेशा चर्चा में रहता है जहाँ एक ताजा उदाहरण मिला, मुकेश यादव पिता भरतलाल यादव ग्राम अमेराटिकरा मरवाही का निवासी है जो अत्यंत गरीब और आदिवासी क्षेत्र का निवासी है, दिनांक ०२/०२/२२ की सुबह दुर्भाग्यवश एक दुर्घटना में बायाँ पैर व हाथ पर गम्भीर चोट के साथ पूरे शरीर पर चोट लग गई । शासन प्रशासन की व्यवस्था व ग़रीबों की सहायता के लिए निर्मित सिम्स जिसे असहाय निर्धन,ग्रामीण के दर्द निवारक का केंद्र माना जाता है ऐसी जगह पर भी उस गरीब और निसहाय के दर्द का मूल्य लगाया गया व व्यापार किया जा रहा है । डॉक्टर राजीव जिनके पास उसका इलाज चल रहा है, जो सिम्स में आर्थो के डॉक्टर हैं,उनसे इलाज के लिए संपर्क करने
पर उस डॉक्टर के द्वारा सीधे एक से सवा लाख की माँग की, और उक्त रकम देने के बाद ही इलाज करने की बात कही जो कि अत्यंत खेदजनक है।इसके पूर्व में भी इस तरह के पैसों की माँग व भ्रष्टाचार की घटना सिम्स में होती रही है, अनेको बार सिम्स में नर्स और अन्य स्टाफ द्वारा पैसे की मांग करना और बदसलूखी करना आम बात है ।चूँकि आज एक गरीब और पिछड़े क्षेत्र के असहाय व्यक्ति पर बीत रही है तो वैसे आरोप अब बेबुनियाद नहीं लगते व शासन प्रशासन पर विश्वास पर भी जनता का विश्वास अडिग नहीं रहता उस गरीब ने अपनी शिकायत में कहा महोदय मैं चूंकि गरीब ग्रामीण हू और कम पैसों में इलाज की उम्मीद लिए सिम्स में भर्ती हुआ हू।पर डॉक्टर राजीव द्वारा इतना पैसे की मांग करना इन गरीबो की भावनाओ के साथ खिलवाड़ है। गरीब से पैसे मांगने के मामले में धनंजय गिरी गोस्वामी ने कलेक्टर को पत्र लिख कर कहा मान्यवर हम विचलित हैं व आपसे आपेक्षित भी परंतु न्याय स्वरूप उचित व कड़ी कार्यवाही के अभाव में हम आंदोलन करने के लिए विवश हैं। और अगर उस गरीब व्यक्ति का इलाज नहीं हुआ और दोषी डॉक्टर पर कार्यवाही नहीं हुई तो इसकी पूरी ज़िम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी यह शिकायत पत्र कलेक्टर को दिया गया, शिकायत देने वालो में धनंजय गिरी गोस्वामीं, मुकेश यादव, आशीष यादव, बिट्टू पटनवार, राम साहू, सहित बड़ी संख्या में सिम्स प्रबन्धन के खिलाफ खड़े हुए
