अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत एक साल से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 4/2/2022 शुक्रवार को दोपहर 3 बजे से गूगल मीट पर *विश्व कैंसर दिवस और गुप्त नवरात्रि* पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए *डॉ अनीता अग्रवाल* ने कार्यक्रम श्री गणेश के निवास स्थान पर मां दुर्गा के दरबार को सजा पूजा अर्चना आराधना आरती से किया गया। *सुशीला अग्रवाल* शांतिनिकेतन कोलकाता ने गणेश वंदना, *कमलेश बोंदिया* झारखंड ने पितरों जी की स्तुति, *शिखा गुप्ता* बैंगलोर ने गुरूवंदना प्रस्तुत की।
*पूजा अग्रवाल बैंगलोर* ने कार्यक्रम अध्यक्ष आराधना त्रिपाठी कैंसर काउंसलर अपोलो अस्पताल बिलासपुर का *जीवन परिचय* प्रस्तुत किया *विजया डालमिया* हैदराबाद ने स्वागत गीत गा अध्यक्ष को उनके उद्बोधन के लिए सादर डिजिटल मंच पर आमंत्रित किया।
कार्यक्रम अध्यक्ष *आराधना त्रिपाठी* ने अपने उद्बोधन में विश्व कैंसर दिवस पर बताया अपने शरीर का हमे सरप्रथम ध्यान देना चाहिए।शरीर लक्षणों द्वारा बताता है कि आने वाले समय में बीमारी आ सकती है आप समय रहते चेत जाओ सावधान हो जाओ।हम औरते सभी का भरपूर ध्यान देते है लेकिन अपना स्वयं का ध्यान के प्रति लापरवाही बरतते हैं।ये सोचते है हम तो शाकाहारी है, योग कार्य है हममें कोई कमी नही हो सकती।हमे दिमाग से निकलना होगा की कोई परफेक्ट पूर्ण रूप से नही होता। देर होने से पहले साल में एक बार पूरे बॉडी का चेक अप करवाना चाहिए।ऐसा करने से हम सभी परिवार को सुरक्षित रख सकते है।
महिलाओं को स्वयं से अपने शरीर का निरीक्षण करना चाहिए
*प्रथम* आईने के सामने खड़े हो कपड़े उतार दोनो ब्रेस्ट और निप्पल का निरीक्षण कटे देखे दोनो एक से तो है कुछ बदलाव हो तो डॉक्टर से परामर्श ले।
*दूसरा* हथेली से दोनो चेस्ट पर हाथ फिराया अगर कोई गिठान दिखती है तो उसे नजर अंदाज ना करे।
*तीसरा* पीठ के बाल लेट जाए सीधा हाथ सर के नीचे रख लेटे उल्टे हाथ से सीधे चेस्ट पर हथेली से देखे अगर हाथ महसूस हो तो सावधान हो तुरंत चिकित्सक जांच करवाए। *पेप्स स्मीयर और मेमोग्राफी* की जांच करवाना चाहिए।
उन्होंने कहा हर बालिका को नौ वर्ष बाद *सर्वाइकल वैव्सीन* लगवाना चाहिए।
आराधना जी ने सभी बहनों के पूछे गए प्रश्नों का संतुष्टि तक सरल शब्दो में समाधान बताया।
*सुलोचना धनावत रायपुर* ने मुख्य अतिथि *पंडित रंजित गौतम* का जीवन परिचय सभी के सम्मुख रखा, *भगवती अग्रवाल* ने पुष्प गुच्छ से स्वागत किया *प्रतिमा गुप्ता* ने स्वागत गान कर मुख्य अतिथि को उनके उद्बोधन के लिए आमंत्रित किया।
*पंडित रंजित गौतम पुरोहित ओंकारेश्वर मंदिर अज्ञेय नगर* बिलासपुर ने अपने उद्बोधन में गुप्त नवरात्रि के बारे में बताया नवरात्रि चार बार आती है दो नवरात्र में मां दुर्गा के नौ रूपी की पूजा आराधना की जाती है और दो माघ और आषाढ़ के नवरात्र गुप्त नवरात्र कहलाते है ये तांत्रिक, साधु संत के लिए विशेष होते है अपनी पूजा से अपनी विद्याओं को जागृत करते है।
उन्होंने बताया ये जीवन का अनमोल समय है इसमें भगवती गोपनीय रूप में सभी के यह विराजमान होती है अगर स्वयं को गोपनीय संयमित रख पूज्य आराधना करते है तो इस मानसिक पूजा से मन चाहा वर प्राप्त होता है।
उन्होंने *पूजा विधि* बताया सुबह स्नान कर आसान शुद्धि कर मां भगवती को पट्टे पर लाल वस्त्र बिछा मां को बैठा रोली अक्षत का तिलक लगा लाल चुनरी पहना, लाल फूल, नारियल चढ़ा कमल गट्टे की माल्यार्पण कर , कासे या पीतल या तांबे का कलश स्थापित कर, दीपक चास कर, विधिवत एकंतचित हो शक्ति की आराधना करनी चाहिए। शीट कुंज का , दुर्गा सप्तशी का पाठ कर, क्षमा याचना अवश्य करे। आहवान करे की मां मुझे हुई भूल को क्षमा कर मेरी पूजा स्वीकार कर आशीर्वाद दे। मां अवश्य अपनी उपस्तिथि का एहसास करवा आशीर्वाद प्रदान करेंगी और आने वाली सभी आपदा दूर हो जाएगी।
*अष्टमी* को विधिवत सभी मां का पूजन करते है तो अवश्य करोना का प्रहर दूर होगा।
उन्होंने *मंत्र का ज्ञान* दिया और सही उच्चारण बताए।
उन्होंने बताया *शनिवार को अपने तकिए के नीचे देशी कपूर के सात टुकड़े* रख दो जाए अगले दिन से रोज एक एक जलाए आप अंतर देखेगे करोना सर्दी खासी सब दूर हो जाएगी।
उन्होंने बताया अगर *नजर लगी* हो तो नमक मुट्ठी में लेकर सर से पांव तक सात बार उतार आठवें बार में सिंक में डाल दे नाल का पानी थोड़ी देर तक बहता रहे इससे जो भी *नजर* होती है वो दूर हो जाती है।
अगर *रात को कोई चमक* कर उठ जाता है तो उनके तकिए के नीचे कपूर और हनुमान चालीसा रख कर सोना चाहिए।
जिनकी *शादी में विलम्ब* हो रहा हो उसे हल्दी की गाठधिव मंदिर में चढ़ा उस हाथ को दूध दही से धो पीले कपड़े में सीधे हाथ में बांध ले एक माह के अंदर ही विवाह तय हो जाएगा।
साथ में मां कत्यानी का जाप करना अति फलदायक होता है।
*मधु मित्तल* ने दुर्गा चालीसा का पाठ किया।
डिंपल अग्रवाल ने अपने निवास स्थान पर मां के दरबार में आरती की महाराज पंडित जी ने आरती गाकर, पुष्पांजलि अर्पित करवा सभी को आरती के साथ अखंड सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद प्रदान किया।
*शीतल लाठ और पुष्पा अग्रवाल* ने अतिथियों का आभार व्यक्त कर पौधा, गुलाब, स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
*हेमलता बंसल कोषाध्यक्ष* ने सभी सदस्यो को उनकी उपस्तिथि के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
*उमा बंसल महासचिव* ने संपूर्ण विश्व के कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया।
कार्यक्रम में आराधना त्रिपाठी, पंडित रंजित गौतम, नंदिनी चौधरी, कमलेश बोंदिया, कुसुम अग्रवाल, अनीता अग्रवाल, भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, कीर्ति अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, पूजा अग्रवाल, प्रियंका मित्तल, निशा गोयल, निमिषा गोयल, सरिता गोयल, प्रतिमा गुप्ता, राजकुमारी गुप्ता, यशोदा गुप्ता, शिखा गुप्ता, अंशु अग्रवाल, उमा बंसल, सुलोचना धनावत, विजया डालमिया, सुशीला अग्रवाल, सरिता अग्रवाल, सबिता अग्रवाल, रजनी जिंदल, रेखा गर्ग, पार्बती अग्रवाल, राजबाला गर्ग, मधु मित्तल, शीतल लाठ, सिया अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, उषा कलानोरिया ने अपनी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और प्रस्तुति द्वारा कार्यक्रम के सफल आयोजन में सक्रिय सहभागिता निभा कार्यक्रम को सफल बनाया।
