अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत पौने चौदह माह से प्रतिदिन आयोजित कार्यक्रम की श्रृंखला में 27/2/2022 रविवार को *वीरेन्द्र कुमार खटीक – भारतीय राजनीतिज्ञ और भारत की 17वीं लोकसभा के सांसद हैं, प्रकाश झा -प्रसिद्ध भारतीय हिन्दी फ़िल्मकार, सत्य देव सिंह भारतीय जनता पार्टी के राजनेता, बी. एस. येदयुरप्पा भारतीय राजनीतिज्ञ और कर्नाटक के मुख्यमंत्री , मनोज दास प्रसिद्ध उड़िया साहित्यकार, श्यामा चरण शुक्ल मध्य प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री, विजय सिंह पथिक राजस्थान के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी के जन्म तिथि पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम*

*कठोर परिश्रम ही तपस्या है जिससे सफलता के शिखर पर सरलता से चढ़ा जा सकता है _ नंदिनी चौधरी*

अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत पौने चौदह माह से प्रतिदिन आयोजित कार्यक्रम की श्रृंखला में 27/2/2022 रविवार को *वीरेन्द्र कुमार खटीक – भारतीय राजनीतिज्ञ और भारत की 17वीं लोकसभा के सांसद हैं, प्रकाश झा -प्रसिद्ध भारतीय हिन्दी फ़िल्मकार, सत्य देव सिंह भारतीय जनता पार्टी के राजनेता, बी. एस. येदयुरप्पा भारतीय राजनीतिज्ञ और कर्नाटक के मुख्यमंत्री , मनोज दास प्रसिद्ध उड़िया साहित्यकार, श्यामा चरण शुक्ल मध्य प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री, विजय सिंह पथिक राजस्थान के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी के जन्म तिथि पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम*

कार्यक्रम का श्री गणेश डॉ अनीता अग्रवाल ने सूर्य भगवान की उपासना आराधना पूजा अर्चना से किया।

उमा बंसल ने सभी अतिथियों का स्वागत कर उनका संक्षिप्त जीवन परिचय प्रस्तुत कर उन्हे उनके उद्बोधन के लिए बारी बारी से आमंत्रित किया।

भगवती अग्रवाल ने सभी अतिथियों को पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत गीत से स्वागत किया।

मुख्य अतिथि नंदिनी चौधरी सिंगापुर ने अपने उद्बोधन में प्रकाश झा जन्म पर बताया प्रकाश झा (जन्म : २७ फ़रवरी १९५२, चंपारण बिहार, भारत) एक हिन्दी फ़िल्मकार है।फ़िल्में : बन्दिश, मृत्युदंड, राजनीति, अपहरण, दामूल, गंगाजल, टर्निंग 30 आदि (सभी हिन्दी) एक भारतीय हिंदी फिल्म के निर्माता निर्देशक, चलचित्र के कथा लिखनेवाला, प्रकाश झा ऐसे फिल्मकार हैं, जो फिल्मों के माध्यम से सामाजिक-राजनीतिक बदलाव की उम्मीदें लेकर हर बार बॉक्स ऑफिस पर हाजिर होते हैं। उनके साहस और प्रयासों की इस मायने में प्रशंसा की जाना चाहिए कि सिनेमा की ताकत का वे सही इस्तेमाल करते हैं अपनी ‍पहली फिल्म ‘दामुल’ के जरिये गाँव की पंचायत, जमींदारी, स्वर्ण तथा दलित संघर्ष की नब्ज को उन्होंने छुआ है। इसके बाद सामाजिक सरोकार की फिल्में बनाईं। बाद में मृत्युदण्ड, गंगाजल, अपहरण और अब राजनीति (2010 फ़िल्म) लेकर मैदान में उतरे हैं। अपने बलबूते पर उन्होंने आम चुनाव में उम्मीदवार बनकर हिस्सा लिया है। ये बात और है कि वे हर बार हार गए। भ्रष्ट व्यवस्था तथा राजनीति की सड़ांध का वे अपने स्तर पर विरोध करते हैं। यही विरोध उनकी फिल्मों में जीता-जागता सामने आता है। मृत्युदंड से लेकर अपहरण तक उनकी फिल्मों को दर्शकों ने दिलचस्पी के साथ देखा और सराहा है।

मधु मित्तल ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया ।

शीतल लाठ ने सभी को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और प्रस्तुति के लिए आभार प्रकट किया।

डिंपल अग्रवाल ने शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया।

सभी सदस्य भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, पार्बती अग्रवाल, सबिता अग्रवाल, कीर्ति अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, गिरिजा गोयल, मधु मित्तल, मौसम मित्तल, प्रियंका मित्तल, उषा कलानोरिया, प्रतिमा गुप्ता, राजकुमारी गुप्ता, यशोदा गुप्ता, शिखा गुप्ता, पूजा अग्रवाल, रंजना गर्ग, उमा बंसल ने अपनी अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।