अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत पौने चौदह माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 28/2/2022 को *विश्व एनजीओ दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया
कार्यक्रम का शुभारंभ *अध्यक्ष डॉ अनीता अग्रवाल ने मंत्रोचार से दीप प्रज्वलित कर किया अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में आपने सभी का स्वागत अभिनंदन किया *महासचिव उमा बंसल* ने मंच संचालन करते हुए बताया कि विश्व एनजीओ दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को एनजीओ के प्रति जागरूक करना एनजीओ में कार्य करने वाले लोगों को प्रोत्साहित करना होता है,।
*प्रचार प्रसार मंत्री -सुलोचना धनावत* ने बताया की यह गैर सरकारी संस्था होते हुए भी सरकार के साथ मिलकर जनता के विकाश के के लिये काम करती है।यह संस्था समाजिक चिंताओं एवं कुरीतियों को दूर करने के लिये ही कार्यं करती है।
*बिलासपुर इकाई अध्यक्ष शीतल लाठ* जी ने बताया की ऊँ के उच्चारण से नई ऊर्जा मिलती है,वाणी में मिठास घुलती है।
*सरिया इकाई अध्यक्ष डिंपल* ने जी ने अपने उद्बोधन में संदेश दिया कि हमें प्रतिदिन प्रभु का नाम लेकर ही अपने दिन की शुरुआत करनी चाहिए
भजनों के मधुर गायन से से सभी बहनों ने धूम मचाकर वातावरण को आनन्दमय बना दिया।
पुजा जी-करमाबाई को खिचड़लो, पार्वती जी-भोले बाबा पर, प्रतिमा जी-मेरा मन पंछी ये बोले,विदेह नन्दनी जी सिंगापुर से-मेहंदी रची थार हाथां म,तारादेवी-मेरा खोगया बाजूबन्द ओ रसिया होरी में,गिरिजा जी-मेरा उड़जा हंस अकेला रे, की प्रस्तूति दी। सविता जी पुष्पा जी उषा गुप्ता जी निशा गोयल जी कीर्ति अग्रवाल भगवती अग्रवाल, शारदा जी कुसुम अग्रवाल, रेखा गर्ग, रंजना गर्ग सभी ने अपने अपने अंदाज में सु मधुर भजन सुनाए अपने अभिव्यक्ति दी।संस्था की सचिव *श्रीमती उमा बंसल की वर्षगाँठ* पर उमंग उत्साह का रस बरसाते हुए डिम्पल अग्रवाल,कुसुम अग्रवाल, मधु मित्तल, सुलोचना धनावत, यशोदा गुप्ता ने बधाई गीत गाया ।
*मधु मित्तल* ने सभी अतिथियों और सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया और कल्याण मंत्र से कार्यक्रम का समापन किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, पार्वती अग्रवाल, सबिता अग्रवाल, पूजा अग्रवाल, उषा जकनोरिया, सुलोचना धनावत, उमा बंसल, प्रतिमा गुप्ता, राजकुमारी गुप्ता, यशोदा गुप्ता, शिखा गुप्ता, मंजू गोयल, सिया अग्रवाल सुलोचना धनावत ने अपनी अभिव्यक्ति और प्रस्तुति दी।
