*मैं नीर भरी दुख की बदली _ज्ञानपीठ पुरस्कृत आधुनिक युग की मीरा’ महादेवी वर्मा को काव्य पाठ द्वारा श्रद्धांजलि*
अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत 14 माह से प्रतिदिन आयोजित कार्यक्रम की श्रृंखला में 26 मार्च 2022 शनिवार दोपहर 3:00 बजे से गूगल मीट पर *बांग्लादेश स्वतंत्रता दिवस, गंगौर पूजा, चैत्र मास कृष्ण पक्ष नवमी, महादेवी वर्मा, हिन्दी कवयित्री और हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक, धीरेन्द्र नाथ गांगुली, बंगाली सिनेमा के प्रसिद्ध अभिनेता और निर्देशक जन्म जयंती और अनिल बिस्वास ,भारतीय राजनीतिज्ञ पुण्य तिथि* पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।
कार्यक्रम का श्री गणेश *सरिया इकाई की अध्यक्ष डिंपल अग्रवाल* ने अपने निवास स्थान पर हनुमान जी के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया उन्होंने पितृ जी महाराज की वंदना कर हनुमान भजन प्रस्तुत किया।
*डॉ अनीता अग्रवाल* ने सभी अतिथियों और सदस्यों का हार्दिक स्वागत किया एवं चैत्र मास कृष्ण पक्ष नवमी के पावन उपलक्ष पर सभी को बधाई देते हुए मां रानी सती दादी से प्रार्थना की कि जल्द ही संपूर्ण विश्व में सतयुग की स्थापना हो।
कार्यक्रम अध्यक्ष *नंदिनी चौधरी सिंगापुर* ने *बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस* के उपलक्ष में अपनी अभिव्यक्ति में बताया 26 मार्च 1971 में बांग्लादेश की स्वतंत्रता की घोषणा की गयी थी इसलिए यह दिन *बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस* के रूप में मनाया जाता है और इस दिन यहाँ राष्ट्रीय अवकाश होता है।
विशिष्ट अतिथि *पूजा अग्रवाल* बैंगलोर ने *धीरेन्द्र नाथ गांगुली जन्म जयंती* अपनी अभिव्यक्ति में बताया धीरेंद्र नाथ बंगाली सिनेमा के प्रसिद्ध अभिनेता और निर्देशक है। उन्होंने उनके कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
विशिष्ट अतिथि *यशोदा गुप्ता कटनी मध्यप्रदेश* ने *अनिल बिस्वास पुण्य तिथि* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया अनिल विश्वास एक महान भारतीय राजनीतिज्ञ थे।उन्होंने उनके द्वारा किए गए योगदानों पर विस्तार से सरल भाषा में प्रकाश डाला।
*उषा कलानोरिया* अध्यक्ष बाराद्वार इकाई ने *महादेवी वर्मा जन्म जयंती* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया हिन्दी कवयित्री और हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक महादेवी है।उन्होंने उनके संपूर्ण जीवन और कृतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने महादेवी की प्रसिद्ध कविता का पाठ किया।
जो तुम आ जाते एक बार
जो तुम आ जाते एक बार
कितनी करूणा कितने संदेश
पथ में बिछ जाते बन पराग
गाता प्राणों का तार तार
अनुराग भरा उन्माद राग
*मधु अग्रवाल बसना* ने महादेवी वर्मा की कविता सुनाई
मैं नीर भरी दुख की बदली
मैं नीर भरी दुख की बदली!
स्पन्दन में चिर निस्पन्द बसा
क्रन्दन में आहत विश्व हँसा
नयनों में दीपक से जलते,
पलकों में निर्झारिणी मचली
*पुष्पा अग्रवाल* प्रांतीय उपाध्यक्ष ने मंच संचालन करते हुए सभी बहनों को गंगौर पूजा का महात्म बता गणेश भजन प्रस्तुति के बाद सभी सदस्यो को अपनी अपनी अभिव्यक्ति के लिए बारी बारी से आमंत्रित किया।
*तारा बेरीवाल* ने *विश्व साड़ी दिवस* पर अपनी अभिव्यक्ति में साड़ी को भारतीय नारी का आभूषण बताया।उन्होंने साफ के अनेक प्रकार के बारे में बता।छत्तीसगढ़ में कोसा साड़ी के बारे में विस्तृत जानकारी सभी से साझा की।
*मंजू गोयल* अध्यक्ष अंबिकापुर इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया गंगौर पूजा होली के दूसरे दिन से 16 दिन लगातार पूजी जाती है।ये सुहागन स्त्री, नवविवाहित द्वारा बड़े हर्षोल्लास के साथ की जाती है।
*भगवती अग्रवाल* अध्यक्ष कोरबा इकाई ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
*शीतल लाठ* अध्यक्ष बिलासपुर इकाई ने अतिथियों को तुलसी पौधा भेंट किया।
*उमा बंसल* महासचिव कोरबा ने सभी अतिथियों और सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित कर विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया।
कार्यक्रम में सम्मिलित नंदिनी चौधरी, पूजा अग्रवाल, यशोदा गुप्ता, लाता मोदी, रंजना गर्ग, भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, मधु अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, वंदना अग्रवाल, कीर्ति अग्रवाल, रेखा गर्ग, प्रतिमा गुप्ता, राजकुमारी गुप्ता, पार्बती अग्रवाल, सबिता अग्रवाल, निशा गोयल, निमिषा गोयल, तारा बेरीवाल, शिव अग्रवाल, उषा कलानोरिया ने अपनी अपनी अभिव्यक्ति और प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।
