अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत 14 माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रंखला में 12 अप्रैल 2022 मंगलवार को दोपहर 3:00 बजे से गूगल मीट पर *मानव अंतरिक्ष उड़ान का अंतर्राष्ट्रीय दिवस , यूरी की रात, तेग बहादुर सिख गुरु, राखलदास बनर्जी भारतीय इतिहासकार, वीनू मांकड़, भारतीय क्रिकेटर जन्म तिथि* और *इल्तुतमिश, दिल्ली (भारत) का शासक, फ्रैंकलिन डेलानो रूज़वेल्ट पुण्य तिथि* आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

*हमे नित्य प्राचीन सभ्यता, गौरव शाली इतिहास को अपने बच्चो को नित्य बताना चाहिए और जीवन में अमल करे तभी गुरु तेगबहाफुर के 400 वा शताब्दी प्रकाश पर्व पर सच्ची श्रद्धांजलि होगी @ सुनीता चावला रोटेरियन डायरेक्टर करियर प्वाइंट एचएस ग्लोबल स्कूल*

अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत 14 माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रंखला में 12 अप्रैल 2022 मंगलवार को दोपहर 3:00 बजे से गूगल मीट पर *मानव अंतरिक्ष उड़ान का अंतर्राष्ट्रीय दिवस , यूरी की रात, तेग बहादुर सिख गुरु, राखलदास बनर्जी भारतीय इतिहासकार, वीनू मांकड़, भारतीय क्रिकेटर जन्म तिथि* और *इल्तुतमिश, दिल्ली (भारत) का शासक, फ्रैंकलिन डेलानो रूज़वेल्ट पुण्य तिथि* आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

कार्यक्रम का श्रीगणेश *डॉ अनीता अग्रवाल* ने अपने निवास स्थान पर भगवान के दरबार में रोली अक्षत का तिलक लगा पुष्प माल्यार्पण कर श्रीफल चढ़ा दीप प्रज्वलित कर किया *नंदिनी चौधरी सिंगापुर* ने गणेश वंदना, *कीर्ति अग्रवाल* ने पितरों जी की वंदना, *सबिता अग्रवाल* ने गुरु वंदना प्रस्तुत की।

*कुसुम अग्रवाल* सह कोषाध्यक्ष ने हनुमान दरबार सजा सामूहिक *हनुमान चालीसा* का पाठ करवाया, पूजा अर्चना आराधना किया।

*भगवती अग्रवाल* अध्यक्ष कोरबा इकाई ने मुख्य अतिथि का संक्षिप्त जीवन परिचय सभी के सम्मुख प्रस्तुत किया।
*तारा बेरीवाल* रायगढ़ ने मुख्य अतिथि को पुष्प गुच्छ, मनी प्लांट का पौधा भेट कर सम्मानित किया स्वागत गान से स्वागत कर उन्हे उनके उद्बोधन के लिए आमंत्रित किया।

मुख्य अतिथि मुख्य वक्ता श्रीमती *सुनीता चावला* रोटेरियन, डायरेक्टर करियर प्वाइंट ग्रुप ने *गुरुतेग बहादुर सिंह के 400 वा शताब्दी प्रकाश पर्व* पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया गुरु तेग बहादुर, सिखों के नवें गुरु थे जिन्होने प्रथम गुरु नानक द्वारा बताए गये मार्ग का अनुसरण करते रहे। उनके द्वारा रचित 115 पद्य गुरु ग्रन्थ साहिब में सम्मिलित हैं। उन्होने काश्मीरी पंडितों तथा अन्य हिन्दुओं को बलपूर्वक मुसलमान बनाने का विरोध किया।
गुरूतेग बहादुर की हिंद नाम से प्रसिद्ध रही।बीस साल बकाला नाम स्थान पर तपस्या कर जन कल्याण में डूब गए।जब नौवे गुरु की उपाधि मिली तब उन्होंने सदगुरु संत बन जन मनुष्य को मुस्लिम बनने से रोका कहा औरंगजेब तक खबर पहुवाया की सिर्फ संत को गुरु तेग बहादुर को अगर मुस्लिम बना दिया जाए तब पूरा हिंदुस्तान मुस्लिम बन जायेगे।
औरंगजेब ने तेगबहादुर को जहा आप या तो चमत्कार कर दिखाए, दूसरा धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम बन जाए और तीसरी अपना बलिदान दे दीजिए। तब गुरु तेगबहाफुर जी ने कहा चमत्कार सभी के सामने नही दिखाए जाते दूसरा मैं न जनेऊ धारण करता हु न मेरा कोई धर्म है।आप मेरा जो उचित समझे करिए।
तब औरंगजेब ने *संत मतिदास* मारा खून बहा लेकिन यह बहादुर विचलित नहीं हुए। फिर उसने दूसरे *संत दयाला जी* उबलती हुई पानी में डाल दिया वो भी पाठ करते करते ईश्वर में विलीन हो गए।फिर औरंगजेब ने तीसरे *संत सतीदास* को रूई में लपेट आग लगा दी फिर भी बिना विचलित हुए अपने को समाज हित कार्य के लिए बलिदान दिया।
*तेगबहादूर जी* आंख नही खोले तब औरेगजेब बोला आंख खोलिए वरना आपको मारा जाएगा।
तेगबहादु नही माने तब उन्हे चौराह पर ले जा धड़ अलग कर दिया गया,उसी समय तेज आंधी आई तब *लकी शाह जी* ने तेगबहादुर जी घर पर उनके धड़ को रख पूरे घर को आग लगा दी।
उस समय वे हरे नही हमारे गरीमा मई इतिहास को बचाया।उसके बाद गुरु गोविंद सिंह जी ने भी अपने चारो बेटे का बलिदान दिया।
इन्ही गौरव मैं इतिहास को बचाए आज हम जो स्वतंत्रता आई सांस ले रहे है वो महान संतों के बलिदान का प्रतिफल है।हमे नित्य ये प्राचीन सभ्यता, गौरव मैं इतिहास को अपने बच्चो को बताए जीवन में अमल करे तभी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

*सुलोचना धनावत* प्रचार प्रसार प्रभारी ने सुनीता जी को स्मृति चिन्ह प्रदान कर धन्यवाद ज्ञापित किया।

विशिष्ट अतिथि *पार्बती अग्रवाल* लाऊ मुंडा उड़ीसा ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया *राखालदास बन्द्योपाध्याय* प्रसिद्ध पुरातत्वज्ञ एवं इतिहासकार थे। आप भारतीय पुराविदों के उस समूह में से थे जिसमें से अधिकांश ने 20वीं शती के प्रथम चरण में तत्कालीन भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के महानिदेशक जॉन मार्शल के सहयोगी के रूप में पुरातात्विक उत्खनन, शोध तथा स्मारकों के संरक्षण में यथेष्ट ख्याति अर्जित की थी।

विशिष्ट अतिथि *पूजा अग्रवाल* बैंगलोर ने अपनी भी अभिव्यक्ति में बताया *वीनू हिम्मतलाल माँकड़* को खेल के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९७३ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये गुजरात से हैं। वीनू मांकड का जन्म 12 अप्रैल 1917 को हुआ था। वीनू मांकड ऐसे पहले भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 2000 से अधिक रन व 100 से अधिक विकेट लिए हैं।

विशिष्ट अतिथि *सबिता अग्रवाल* सन पुर ओडिसा ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया *मानव अंतरिक्ष उड़ान का अंतर्राष्ट्रीय दिवस* प्रत्येक वर्ष 12 अप्रैल को विश्व स्तर पर मनाया जाता है. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 7 अप्रैल, 2011 को एक प्रस्ताव पारित करने के बाद 12 अप्रैल को मानव अंतरिक्ष उड़ान का अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाने की घोषणा की थी।

विशिष्ट अतिथि *कमलेश बोंदिया* सिमगेड़ा झारखंड ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया *यूरी गागरिन* ने 12 अप्रैल 1961 को अंतरिक्ष जाने वाले पहले शख़्स बने थे. यह अंतरिक्ष की लड़ाई में अमेरिका पर सोवियत संघ की जीत थी. उनकी सकुशल वापसी ने तो इस जीत को निर्विवाद बना दिया था।

*डिंपल अग्रवाल* अध्यक्ष सरिया इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया *यूरी की रात* एक उत्सव है जो हर वर्ष 12 अप्रैल के दिन मनाया जाता है। यह अंतरिक्ष अन्वेषण की बड़ी उपलब्धियों के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। यूरी गगारिन द्वारा की गई अंतरिक्ष में प्रथम मानव उड़ान से इस दिवस को अपना यह नाम मिला। गगारिन ने 12 अप्रैल 1961 के दिन वोस्तोक 1 द्वारा अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी थी, जो मानव इतिहास में मील का पत्थर साबित हुआ।

*पुष्पा अग्रवाल* अध्यक्ष रायपुर इकाई ने अपने निवास स्थान पर एकादशी पवन पर्व पर अपने निवास स्थान पर दरबार सजा पूजा अर्चना आराधना आरती कर कुसुम अग्रवाल ने प्रसाद का भोग गाया।

*मधु मित्तल रायपुर* ने एकादशी की कहानी सुना महात्म बताया।
प्रतिमा गुप्ता, सरला लोहिया, निमिषा गोयल, हेमलता मित्तल ने भजन प्रस्तुत कर पूरे मंच को भक्ति के रसपान में डूबो दिया सभी सदस्य अपने अपने निवास स्थान पर थिरकने लगे।

*उमा बंसल* महासचिव ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया और उनको उनके व्यक्तित्व के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया सभी सदस्यों को उनकी उपस्थिति अभिव्यक्ति और प्रस्तुति के लिए नमन कर विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया।

कार्यक्रम में सुनीता चावला, नंदनी चौधरी, पार्वती अग्रवाल, सविता अग्रवाल, पूजा अग्रवाल, भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, अंशु अग्रवाल, वंदना अग्रवाल, गिरजा गोयल, निमिषा गोयल, निशा गोयल, सरला लोहिया, प्रतिमा गुप्ता, राज कुमारी गुप्ता, यशोदा गुप्ता, कमलेश बोंदिया, हेमलता मित्तल, मधु मित्तल, रेखा गर्ग, लक्ष्मी अग्रवाल, राजबाला गर्ग, उमा बंसल, सुलोचना धनावत, उषा कलानोरिया, वंदना अग्रवाल, तारा बेरीवाल,किरण अग्रवाल, ने अपनी अपनी उपस्थिति प्रस्तुति और अभिव्यक्ति से कार्यक्रम को सफल बनाएं।