प्रतिबंध के खिलाफ भाजपा ने किया उग्र प्रदर्शन,नेताओं ने मंच से शासन को ललकारा दम है तो करे गिरफ्तार, देवरीखुर्द से विधायक प्रतिनिधि बी पी सिंह के साथ सैकड़ों की संख्या में युवा और महिला कार्यकर्ता भी हुए शामिल

धरना प्रदर्शन रैली पर सरकार द्वारा शर्तों की अनुमति के खिलाफ भाजपाइयों ने नेहरू चौक पर धरना देकर , स्वेच्छा से अपनी गिरफ्तारी दी विधायक प्रतिनिधि बी पी सिंह के साथ देवरीखुर्द से सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस धरना प्रदर्शन में शामिल होकर भूपेश सरकार को तत्काल अपना निर्णय बदलने के लिए कहा साथ ही कहा कि पुलिस में यदि दम है तो हम पर कार्यवाही करें

हम ऐसे ही और प्रदर्शन करते रहेंगे प्रदेश सरकार की ओर से निजी, सार्वजनिक, धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक कार्यक्रमों के आयोजन के पूर्व अनुमति लेने की अनिवार्यता को लेकर भाजपाइयों ने इसका पुरजोर विरोध किया नेहरू चौक पर प्रदर्शन करने के बाद सभी भाजपाइयों ने एक स्वर में कहा की राज्य सरकार को इस काले कानून का आदेश वापस लेना ही पड़ेगा

जिस तरह से छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने धरना प्रदर्शन या आयोजनों पर प्रतिबंध लगाया है यह उचित नहीं है जिसका विरोध भारतीय जनता पार्टी कर रही है बिलासपुर के नेहरू चौक में आयोजित प्रदर्शन में सबसे पहले नेहरू चौक में जिला भाजपा के सभी वरिष्ठ नेताओं ने उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित किया एक के बाद एक अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार भाजपा के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट की ओर कूच करने लगे जिसे देखते हुए पहले से ही पुलिस प्रशासन ने कलेक्ट्रेट जाने वाले मार्ग को बैरीकेटिंग के माध्यम से रोका गया था लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा बैरीकेटिंग के नजदीक पहुंचकर जबरदस्त हंगामा मच गया

बैरिकेटिंग को पार करने की कोशिश की गई पुलिस प्रशासन ने पूर्व से ही भाजपा के इस आंदोलन को देखते हुए तैयारियां कर ली थी और बड़ी संख्या में यहां पुलिस के जवानों की तैनाती कर दी गई थी भाजपा के कार्यकर्ता जब कलेक्ट्रेट की ओर जा रहे थे तो बैरीकेटिंग के पास पुलिस और भाजपा

कार्यकर्ताओं के बीच जमकर विवाद हुआ जहां भाजपा के कार्यकर्ताओं ने को तोड़ने का प्रयास तो वहीं पुलिस ने भी भाजपा कार्यकर्ताओं को रोका जिसके बाद कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर भाजपा के झंडे बैनर पोस्टर और पानी के पाउच तक फेंक दिए हालांकि पुलिस ने भी संयम का परिचय देते हुए भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं को समझाइश दी और उन्हें रोका भी इसलिए कुछ कार्यकर्ताओं को चोट भी आई है लेकिन भाजपा ने शांतिपूर्ण आंदोलन को समाप्त कर दिया तो वही चेतावनी भी दी कि अगर आगे शासन , इस निर्णय को वापस नहीं लेती है तो उग्र आंदोलन भाजपा के द्वारा किया जाएगा इस प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे भाजपा ने जिस तरह से अपने तेवर दिखाए हैं वह निश्चित ही कांग्रेस के लिए चिंता का कारण बन सकते हैं क्योंकि छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को अब केवल डेढ़ साल का वक्त ही बचा है