अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत साढ़े पंद्रह माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में  30/5/2022 सोमवार को *शनि जयंती, वट सावित्री अमावस्या, पण्डित देवब्रत चौधरी,पण्डित मुखराम शर्मा, वी. नारायणसामी* को आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

*शानू अग्रवाल, रीता अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल ने वट सावित्री पूजाकेवीडियो बनाओ प्रतियोगिता में सराहनीय चयनित प्रतिभागी*

*शनि जयंती व वट सावित्री अमावस्या पर भक्तिमय मंगल पाठ का आयोजन*

अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत साढ़े पंद्रह माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 30/5/2022 सोमवार को *शनि जयंती, वट सावित्री अमावस्या, पण्डित देवब्रत चौधरी,पण्डित मुखराम शर्मा, वी. नारायणसामी* को आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।
डॉ अनीता अग्रवाल ने भगवान दरबार में पूजा अर्चना आराधना कर मंत्रोचार से दीप प्रज्वलित कर राष्ट्रगान से कार्यक्रम का श्री गणेश किया।
उन्होंने बताया की वट सावित्री किबपूजा करते का वीडियो बनाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमे शानू अग्रवाल, रीता अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल चयनित प्रतिभागी रहे।

गणेश वंदना कुसुम अग्रवाल, पितर बंदना उषा कलानौर ए गुरु वंदना रजनी जिंदल ने किया।

मुख्य अतिथि *नंदिनी चौधरी* सिंगापुर ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया 30 मई को यानी आज शनि जयंती मनाई जा रही है. ये जयंती ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाई जाती है. माना जाता है कि इसी दिन सूर्य और छाया के संयोग से शनिदेव का जन्म हुआ था. इस दिन छोटे-छोटे उपायों से आप शनि संबंधी अपनी समस्याओं को दूर कर सकते हैं. इस बार शनि जयंती पर *30 साल बाद एक अद्भुत संयोग* भी बन रहा है. ऐसे में यदि आप जीवन में चल रही परेशानियों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो आज कुछ विशेष उपाय करने से बड़ा लाभ मिल सकता है. ये तमाम उपाय सूर्यास्त के बाद करें तो ज्यादा बेहतर होगा।

विशिष्ट अतिथि *सबिता अग्रवाल* सन पुर ओडिसा ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया सनातन धर्म में नियमित पूजा-पाठ और समय-समय पर आने वाले व्रत- त्योहारों का विशेष महत्व होता है। आज यानी 30 मई को ज्येष्ठ अमावस्या तिथि है और इसी के साथ आज सोमवती अमावस्या के शुभ संयोग में वट सावित्री व्रत भी मनाया जा रहा है। अखंड सुहाग की कामना से प्रतिवर्ष सुहागिन महिलाओं द्वारा ज्येष्ठ मास की अमावस्या को वट सावित्री व्रत रखा जाता है। इस साल यह तिथि काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि कई सालों बाद 30 मई को सोमवती अमावस्या का शुभ संयोग बन रहा है। सोमवती अमावस्या के दिन किया गया व्रत,पूजा-पाठ,स्नान व दान आदि का अक्षय फल मिलता है। इस दिन बरगद के वृक्ष की पूजा कर महिलाएं देवी सावित्री के त्याग,पतिप्रेम एवं पतिव्रत धर्म का स्मरण करती हैं एवं अपने पति के उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना करती हैं । देखा जाए तो इस पर्व के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी मिलता है। वृक्ष होंगे तो पर्यावरण बचा रहेगा और तभी जीवन संभव है।

विशिष्ट अतिथि *पार्बती अग्रवाल* ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया वट वृक्ष की धार्मिक मान्यता बताई इस पेड़ में बहुत सारी शाखाएं नीचे की तरफ लटकी हुई होती हैं जिन्हें देवी सावित्री का रूप माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि वट वृक्ष की जड़ों में ब्रह्मा,तने में भगवान विष्णु एवं डालियों में त्रिनेत्रधारी शिव का निवास होता है। इसलिए इस वृक्ष की पूजा से सभी मनोकामनाएं शीघ्र पूर्ण होती हैं।अपनी विशेषताओं और लंबे जीवन के कारण इस वृक्ष को अनश्वर माना गया है। वट वृक्ष की छाँव में ही देवी सावित्री ने अपने पति को पुनः जीवित किया था।इसी मान्यता के आधार पर स्त्रियां अचल सुहाग की प्राप्ति के लिए इस दिन वरगद के वृक्षों की पूजा करती हैं।

*उषा कलानोरिया* कार्यक्रम संयोजिका संचालिका ने मंच पर रानी सती दादी मंगल का पाठ का आयोजन किया। आशीर्वाद व मंगलाचरण डॉ अनीता अग्रवाल ने किया प्रथमस्कन्ध उमा बंसल द्वारा पाठ किया गया द्वितीय स्कंध कीर्ति अग्रवाल द्वारा पाठ किया गया तृतीय स्कन्ध सविता अग्रवाल मीना अग्रवाल के द्वारा पढ़ा गया चतुर्थ स्कन्ध कुसुम अग्रवाल जी द्वारा पाठ किया गया पंचम स्कंध डिंपल अग्रवाल द्वारा किया गया। डिंपल के निवास पर दादी माँ की आरती की गई भगवती अग्रवाल ने आरती गाकर पुष्पांजलि अर्पित की 56 भोग गाकर दादी मां को भोग लगाया गया।

*डिंपल अग्रवाल* अध्यक्ष सरिया इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया *वी. नारायणसामी* (पुदुचेरी राज्य के वर्तमान एवं 10वें मुख्यमंत्री हैं। नारायणसामी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ राजनेता हैं। इन्होंने पुदुचेरी के मुख्यमंत्री पद का कार्यभार 6 जून 2016 से ग्रहण किया है। इसके पूर्व वे भारत सरकार की पंद्रहवीं लोकसभा के मंत्रिमंडल में योजना एवं संसदीय कार्य राज्यमंत्री रह चुके हैं।

*पुष्पा अग्रवाल* अध्यक्ष रायपुर इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया *पण्डित देवब्रत चौधरी* (जन्म- 30 मई, 1935, बांग्लादेश; मृत्यु- 1 मई, 2021, दिल्ली) भारत के प्रख्यात सितार वादक थे। वह संगीत के सेनिया घराना से थे। उन्हें भारत सरकार द्वारा ‘पद्म भूषण’ और ‘पद्मश्री’ से भी सम्मानित किया गया था।

*भगवती अग्रवाल* अध्यक्ष कोरबा इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया *पण्डित मुखराम शर्मा* (जन्म- 30 मई, 1909, मेरठ, उत्तर प्रदेश; मृत्यु- 25 अप्रैल, 2000) ‘भारतीय सिनेमा’ में अपने समय के ख्यातिप्राप्त पटकथा लेखक थे। वे मेरठ से साधारण शख्स के तौर पर मायानगरी मुंबई पहुँचे थे और फ़िल्मी दुनिया में कथा, पटकथा और संवाद लेखक के तौर पर एक महान् हस्ति का दर्जा पाया था। पूरे भारत से फ़िल्म वितरक मुखराम शर्मा को फ़ोन करके पूछा करते थे कि उनकी अगली फ़िल्म कौन-सी है और किसके साथ है। उस समय मुखरामजी का जवाब किसी फ़िल्म के सभी अधिकार रातों-रात बिकवाने की गारंटी हुआ करता था। वे जो लिख रहे होते थे, उसका ट्रैक रखने के लिए वितरक और निर्माता उनके घर के नियमित चक्कर लगाते रहते थे। उनके पास अपनी पसंद के निर्माता और निर्देशकों को अपनी कहानियाँ को बेचने का विशेष अधिकार प्राप्त था।

*निमिषा गोयल* ने शनि चालीसा का पाठ कर सभी के संकट को हरने की प्रार्थना की।

*सुलोचना धनावत* ने सभी अतिथियों और सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया और शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया।

कार्यक्रम में शामिल नंदनी चौधरी, पूजा अग्रवाल, सबिता अग्रवाल, सरिता अग्रवाल, पार्बती अग्रवाल, अंशु अग्रवाल, भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, कीर्ति अग्रवाल, शारदा वासावतिया, पुष्पा रातेरीया, सुलोचना धनावत, निशा गोयल, निमिषा गोयल, लक्ष्मी गोयल, मीना अग्रवाल,सुमन सराफ, उमा बंसल, उषा कलानोरिया, मोनिका अग्रवाल, रजनी जिंदल, रेखा गर्ग ने अपनी अभिव्यक्ति और प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।