अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी भाजपा ने
शुरू कर दी है एक तरफ जहां 90% प्रत्याशी बदले जाने की बात कही जा रही है तो वहीं 2023 विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने की अटकलों के बीच बिलासपुर सांसद अरुण साव को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है पार्टी ने लंबे समय तक कई पहलुओं पर मंथन कर यह निर्णय लिया है जिसमें जातिगत समीकरण परिवार की पृष्ठभूमि पार्टी पर मजबूत पकड़ युवा व अनुभवी ऐसे तमाम विषयों पर विचार किया गया साथी अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति आदिवासी पिछड़ा वर्ग के नेताओं पर भी विचार विमर्श हुआ राजनीतिक समीकरण को देखते हुए भाजपा ने पिछड़ा वर्ग से आने वाले अरुण साहू पर भरोसा जताया है बिलासपुर सांसद अरुण साहू को छत्तीसगढ़ का नया प्रदेश अध्यक्ष चुना गया है भाजपा ने यह फैसला विश्व आदिवासी दिवस के दिन लिया है जबकि इससे पहले भाजपा के अध्यक्ष विष्णुदेव साय थे जो खुद आदिवासी समुदाय से आते थे ऐसे में यह बड़े निर्णय के रूप में देखा जा रहा है जबकि अरुण साव के राजनीतिक जीवन को देखा जाए तो सांसद बनने से पहले उनकी कोई भी राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं रही है छत्तीसगढ़ के सभी सांसद प्रत्याशियों को बदलाव के लिए उस समय बिलासपुर से अरुण साव को बिलासपुर से प्रत्याशी बनाया गया था जिन्होंने छत्तीसगढ़ के कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री के सबसे चहेते और वर्तमान के पर्यटन बोर्ड के अध्यक्ष और दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री अटल श्रीवास्तव को भारी मतों से हराया था अब देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले विधानसभा चुनावों में इसका क्या परिणाम सामने आता है

