भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई को उनकी पुण्य तिथि पर पुष्पा अग्रवाल, अंशु अग्रवाल, पार्वती अग्रवाल, भगवती अग्रवाल, कीर्ति अग्रवाल व पुष्पा रतेरिया ने कविता व अभिव्यक्ति प्रस्तुत के साथ दी श्रद्धांजलि
अंतराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत साढ़े अठारह माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 16/8/2022 मंगलवार को चतुर्मास, भादो मावस, गुगा़ पंचमी, मेनाकेम बेगिन इज़राइल के छटे प्रधानमन्त्री, सैफ़ अली ख़ान भारतीय अभीनेता, मनीषा कोइराला भारतीय अभीनेत्री की जन्म तारीख और रामकृष्ण परमहंस भारत के एक महान संत आध्यात्मिक गुरु एवं विचारक, अटल बिहारी वाजपेयी,भारत के दसवें प्रधानमंत्री की पुण्य तिथि पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।
कार्यक्रम का श्री गणेश डॉ अनीता अग्रवाल अध्यक्ष ने अपने निज निवास पर भगवान के छाया चित्र पर रोली अक्षत का तिलक लगा, पुष्पार्पण, माल्यार्पण कर मंत्रोचार से दीप प्रज्वलित कर राष्ट्रगान गाकर किया। अपने आतिथ्य उद्बोधन में उन्होंने सभी अतिथियों और उपस्थित सदस्यो का स्वागत कर भारत रत्न अटल बिहारी बाजपाई को कविता प्रस्तुति द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की।
निमिषा गोयल ने गणेश वंदना, पूजा अग्रवाल ने पितरों जी की स्तुति, तारा बेरीवाल ने गुरु वंदना प्रस्तुति दी।
लीला देई ने मंत्र पढ़ संपूर्ण विश्व की मंगल कामना की।
उषा कलानोरिया अध्यक्ष बारादवार इकाई ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए सभी को बारी बारी से उन्हें उनके उद्बोधन अभिव्यक्ति प्रस्तुति के लिए आमंत्रित किया।
अटल बिहारी बाजपेई की पुण्यतिथि पर पुष्पा अग्रवाल, अंशु अग्रवाल, पार्वती अग्रवाल, भगवती अग्रवाल, कीर्ति अग्रवाल व पुष्पा रतेरिया ने कविता व अभिव्यक्ति प्रस्तुत के साथ श्रद्धांजलि दी।
मंगलवार को हनुमान भजन कार्यक्रम में तारा बेरीवाल संगीता अग्रवाल रायगढ़ अंजू अग्रवाल रायगढ़ लीला देवी रायगढ़ मधु मित्तल प्रतिमा गुप्ता राज कुमारी गुप्ता कुसुम अग्रवाल ने भजनों की प्रस्तुति द्वारा पूरे मंच को हनुमान मय बना दिया।
कार्यक्रम अध्यक्ष नंदिनी चौधरी सिंगापुर ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया अटल बिहारी वाजपेयी (25 दिसंबर 1924 – 16 अगस्त 2018) भारत के तीन बार के प्रधानमंत्री थे। वे पहले 16 मई से 1 जून 1996 तक, तथा फिर 1998 मे और फिर19 मार्च 1999 से 22 मई 2004 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। वे हिंदी कवि, पत्रकार व एक प्रखर वक्ता थे। वे भारतीय जनसंघ के संस्थापकों में एक थे, और 1968 से 1973 तक उसके अध्यक्ष भी रहे। उन्होंने लंबे समय तक राष्ट्रधर्म, पाञ्चजन्य (पत्र) और वीर अर्जुन आदि राष्ट्रीय भावना से ओत-प्रोत अनेक पत्र-पत्रिकाओं का संपादन भी किया।
विशिष्ट अतिथि रंजना गर्ग गुजरात ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया रामकृष्ण परमहंस भारत के एक महान संत, आध्यात्मिक गुरु एवं विचारक थे। इन्होंने सभी धर्मों की एकता पर जोर दिया। उन्हें बचपन से ही विश्वास था कि ईश्वर के दर्शन हो सकते हैं अतः ईश्वर की प्राप्ति के लिए उन्होंने कठोर साधना और भक्ति का जीवन बिताया। स्वामी रामकृष्ण मानवता के पुजारी थे। साधना के फलस्वरूप वह इस निष्कर्ष पर पहुँचे कि संसार के सभी धर्म सच्चे हैं और उनमें कोई भिन्नता नहीं। वे ईश्वर तक पहुँचने के भिन्न-भिन्न साधन मात्र हैं।
विशिष्ट अतिथि पूजा अग्रवाल बैंगलोर ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया मेनाकेम बेगिन (१६ अगस्त १९१३ – ९ मार्च १९९२) इज़राइल के छटे प्रधानमन्त्री थे जिनका कार्यकाल २० जून १९७७ से १० अक्टूबर १९८३ तक रहा। उन्होंने १९४८ में हेरुत दल और १९७३ में लिकुड दल की स्थापना की जो देश के प्रमुख दक्षिणपन्थी राष्ट्रवादी राजनीतिक दल थे। १९७९ मे बेगिन को इजिप्ट के अनवर अल-सदात के साथ नोबेल शांति पुरस्कार मिला।
मुख्य अतिथि पार्बती अग्रवाल लाऊ मुंडा उड़ीसा ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया सैफ़ अली ख़ान (जन्म: 16 अगस्त, 1970) हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता हैं।[1] उनके पिता मंसूर अली ख़ान पटौदी एक मशहूर क्रिकेट खिलाड़ी एवं माँ शर्मिला टैगोर हिन्दी फ़िल्मों की मशहूर अभिनेत्री हैं। उनके पूर्वज पटौदी रियासत के नवाब थे। उन्होंने अपना शालेय जीवन लॉरेंस स्कूल, सनावर और लाकर्स पार्क स्कूल, हेर्टफोर्डशिरे,इंग्लैंड में पूरा किया। जिसके बाद महाविद्यालीन पढाई के लिए वह विंचेस्टर कॉलेज इंडिपेंडेंट स्कूल फॉर बॉयज इन यूनाइटेड किंगडम चले गए। अपनी पढ़ाई पूरी कर लौटने के बाद उन्होंने २ महीनो तक दिल्ली स्थित एक एडवरटाइजिंग फर्म के लिए काम किया। उसके बाद उनके पारिवारिक मित्र के कहने पर उन्होंने कपड़ो के ब्रांड “ग्वालियर सुइटिंग्स” के लिए कुछ विज्ञापनों में काम किया। पर किसी कारणवश वह प्रोजेक्ट आगे नहीं बढ़ पाया और उन्हें मुंबई आना पड़ा। जहां से उन्होंने अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत की। उनकी पहली फिल्म “परंपरा” १९९२ में रिलीज़ हुई थी, जो बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं कर पायी। उन्होंने 2010 में पद्म श्री को चौथा सबसे बड़ा भारतीय नागरिक पुरस्कार प्राप्त किया।
विशिष्ट अतिथि सबिता अग्रवाल सन पुर ओडिसा ने अपनी अभिव्यक्ति में मनीषा कोइराला (जन्म: 16 अगस्त, 1970) हिन्दी फ़िल्मों की एक नेपाली अभिनेत्री हैं।उन्होंने उनकी कला के बारे में विस्तार से बताया।
पुष्पा अग्रवाल अध्यक्ष रायपुर इकाई प्रांतीय उपाध्यक्ष ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया बेनिंगटन युद्ध दिवस 16 अगस्त, 1777 को हुई बेनिंगटन की लड़ाई का सम्मान करने के लिए प्रतिवर्ष 16 अगस्त को मनाया जाता है। उन्होंने कार्यक्रम का कोलाज बनाया।
कीर्ति अग्रवाल ने अपनी अभिव्यक्ति में डी जूरे ट्रांसफार्मर डे के बारे में विस्तार से बताया।
कुसुम अग्रवाल प्रांतीय सह कोषाध्यक्ष ने अपनी अभिव्यक्ति में गुगा पंचमी की कहानी और महात्म सुनाई।
डिंपल अग्रवाल अध्यक्ष सरिया इकाई ने जीवन में अध्यात्म का महात्म बताया।
तारा बेरीवाल रायगढ़ ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया भारत के इतिहास में 16 अगस्त को घटित मुख्य घटनाओं पर प्रकाश डाला।
मधु मित्तल ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया आज मंगलवार का दिन है. उन्होंने पौराणिक कथा सुनाई।
भगवती अग्रवाल अध्यक्ष कोरबा इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया चतुर्मास का महात्म।
शीतल लाठ प्रांतीय योग प्रभारी बिलासपुर इकाई की अध्यक्ष ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर आभार प्रदर्शन कर उनके उद्बोधन को ज्ञानवर्धक बताया।
उपमा अग्रवाल प्रांतीय संयोजक बेटी मेरी शान ने सभी अतिथियों और सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
सुलोचना धनावत प्रचार प्रसार प्रभारी ने संपूर्ण विश्व कल्याण की भावना से कल्याण मंत्र द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया।
कार्यक्रम में नंदिनी चौधरी, मीना गोयल, मीना मित्तल, राखी, रेखा, बिंदु, सरिता, पूनम, रजनी जिंदल, पूजा अग्रवाल, सबिता अग्रवाल, तारा बेरीवाल, सरला लोहिया, पार्बती अग्रवाल, सपना सराफ, उषा कलानोरिया, प्रतिमा गुप्ता, राजकुमारी गुप्ता, यशोदा गुप्ता, कीर्ति अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, मधु मित्तल, निशा गोयल, निमिषा गोयल, लक्ष्मी गोयल, लक्ष्मी अग्रवाल, रजनी जिंदल, रजनी, किरण अग्रवाल, लक्ष्मी अग्रवाल, वंदना अग्रवाल, पूजा अग्रवाल, उपमा अग्रवाल, हेमलता बंसल, हेमलता मित्तल, शीतल लाठ, भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, सुलोचना धनावत ने अपनी अभिव्यक्ति और प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।
