अंतराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत साढ़े अठारह माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 29/8 /2022 सोमवार को चौमासा, भादो, विश्व जल सप्ताह, राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा, राष्ट्रीय खेल दिवस,परमाणु परीक्षण विरोधी अंतरराष्ट्रीय दिवस, रामदेव बाबा जयंती, मेजर ध्यानचन्द सिंह,माधव श्रीहरि अणे, जीवराज मेहता, के. राधाकृष्णन, बिक्रमजीत कंवरपाल, मेजर मनोज तलवार की जन्म तारीख और बनारसी दास गुप्ता, काज़ी नज़रुल इस्लाम, मनुभाई पाँचोली की निधन तारीख पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

रामदेव बाबा जयंती भादो के शुक्ल पक्ष की दूज पर सुमधुर भजन कीर्तन
परमाणु परीक्षण विरोधी अंतरराष्ट्रीय दिवस पर आयोजित संगोष्ठी
राष्ट्रीय खेल दिवस पर चयनित राष्ट्रीय स्तर पर परचम लहराने वाले खिलाड़ी हुए सम्मानित

अंतराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा विगत साढ़े अठारह माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 29/8 /2022 सोमवार को चौमासा, भादो, विश्व जल सप्ताह, राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा, राष्ट्रीय खेल दिवस,परमाणु परीक्षण विरोधी अंतरराष्ट्रीय दिवस, रामदेव बाबा जयंती, मेजर ध्यानचन्द सिंह,माधव श्रीहरि अणे, जीवराज मेहता, के. राधाकृष्णन, बिक्रमजीत कंवरपाल, मेजर मनोज तलवार की जन्म तारीख और बनारसी दास गुप्ता, काज़ी नज़रुल इस्लाम, मनुभाई पाँचोली की निधन तारीख पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम।

कार्यक्रम का श्री गणेश डॉ अनीता अग्रवाल अध्यक्ष ने अपने निज निवास पर भगवान दरबार में रोली अक्षत का तिलक लगा, पुष्पार्पण, माल्यार्पण कर भाग लगा मंत्रोचार से दीप प्रज्वलित कर राष्ट्रगान गाकर किया। अपने आतिथ्य उद्बोधन में उन्होंने सभी अतिथियों और उपस्थित सदस्यो का स्वागत कर अतिथियों को उनकी उपस्तिथि बहुमूल्य समय प्रदान कर अभिव्यक्ति द्वारा एक पारिवारिक परिवेश स्थापित करने के लिए साधुवाद दिया। सभी को राष्ट्रीय खेल दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं बधाई प्रेषित कर खेल भावना को जीवन में उखेरने की अपील की।

राष्ट्रगान भगवती अग्रवाल, गणेश वंदना में अंशु अग्रवाल, पितर वंदना राजकुमारी गुप्ता, गुरु वंदना सबिता अग्रवाल, हनुमान भजन उपमा अग्रवाल, रानी सती भजन लक्ष्मी अग्रवाल ने प्रस्तुति दी, लीला देई ने मंत्र पढ़ कर संपूर्ण विश्व की मंगल कामना की।

उषा कलानोरिया अध्यक्ष बारादवार इकाई ने कार्यक्रम का संयोजन कर पूरे कार्यक्रम की रूप रेखा निर्धारित की।

भगवती अग्रवाल अध्यक्ष कोरबा इकाई ने कार्यक्रम का कुशल संचालन करते हुए सभी को बारी बारी से सभी को उनकी प्रस्तुति के लिए आमंत्रित किया।

कार्यक्रम अध्यक्ष प्रीति लोहिया महाराष्ट्र ने बाबा रामदेव जयंती पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया रामदेव जयंती भाद्रपद शुक्ल दशमी को मनाई जाती है। मान्यता है कि इस दिन बाबा रामदेव ने जीवित समाधि ली थी। यह समाधि स्थल राजस्थान के जैसलमेर जिले के पोकरण तहसील के पास 10 किलोमीटर दूर रामदेवरा में स्थित है। रामदेवरा में हर वर्ष भाद्रपद शुक्ल दशमी को विशाल मेला आयोजित किया जाता है।

मुख्य अतिथि नंदिनी चौधरी सिंगापुर ने अपनी अभिव्यक्ति बताया विश्व जल सप्ताह 2022 का आयोजन 23 अगस्त से 1 सितंबर तक किया गया है। विश्व जल सप्ताह पर जल के उपयोग के महत्व को बताया।जल को बेशकिमती बताया।

विशिष्ट अतिथि पूजा अग्रवाल बैंगलोर ने राष्ट्रीय नेत्र दान पखवाड़ा के बारे में अपनी अभिव्यक्ति में बताया नेत्र ज्योति ईश्वर का चमत्कारित वरदान है इसका जीते जी ध्यान देना चाहिए और नेत्र दान का संकल्प पत्र भरना चाहिए जिससे आपके जाने के बाद दो लोगो के जीवन में रोशनी हो सके।

विशिष्ट अतिथि सबिता अग्रवाल सन पुर ओडिसा ने राष्ट्रीय खेल दिवस अपनी अभिव्यक्ति में बताया राष्ट्रीय खेल दिवस ध्यानचंद की जयंती के दिन मनाया जाता है। दुनिया भर में ‘हॉकी के जादूगर’ के नाम से प्रसिद्ध भारत के महान् व कालजयी हॉकी खिलाड़ी ‘मेजर ध्यानचंद सिंह’ जिन्होंने भारत को ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक दिलवाया, उनके प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए उनके जन्मदिन 29 अगस्त को हर वर्ष भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है।

विशिष्ट अतिथि पार्वती अग्रवाल लाऊ मुंडा उड़ीसा ने परमाणु परीक्षण विरोधी अंतरराष्ट्रीय दिवस पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया परमाणु परीक्षण विरोधी अंतरराष्ट्रीय दिवस प्रत्येक वर्ष 29 अगस्त को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों में परमाणु हथियारों से होने वाले नुकसान एवं उनके दुष्प्रभावों के बारे में उन्हें जागरुक करना है। 2 दिसम्बर, 2009 को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 64वें सत्र में 29 अगस्त को परमाणु परीक्षण विरोधी अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में घोषित किया गया था। यह पहली बार वर्ष 2010 में मनाया गया था।

विशिष्ट अतिथि यशोदा गुप्ता कटनी मध्यप्रदेश ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया मेजर ध्यान चन्द ( जन्म: 29 अगस्त, 1905, इलाहाबाद; मृत्यु: 3 दिसंबर, 1979, नई दिल्ली) भारतीय हॉकी खिलाड़ी थे, जिनकी गिनती श्रेष्ठतम कालजयी खिलाड़ियों में होती है। मानना होगा कि हॉकी के खेल में ध्यान चन्द ने लोकप्रियता का जो कीर्त्तिमान स्थापित किया, उसके आसपास भी आज तक दुनिया का कोई खिलाड़ी नहीं पहुँच सका। मेजर ध्यान चन्द रात में भी बहुत अभ्यास करते थे, इसलिए उन्हें उनके साथी खिलाड़ियों द्वारा उपनाम ‘चांद’ दिया गया। दरअसल, उनका यह अभ्यास चांद के निकल आने पर शुरू होता था। 1979 में दादा ध्यानचंद की कोमा में जाने के बाद मौत हुई, लेकिन जब तक वे होश में रहे, भारतीय हॉकी के प्रति चिंतित रहे।

विशिष्ट अतिथि सोनल सिंघानिया शहडोल ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया माधव श्रीहरि अणे (जन्म- 29 अगस्त, 1880, महाराष्ट्र; मृत्यु: 26 जनवरी, 1968) भारत की आज़ादी के लिए संघर्ष करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे। उनके पिता एक विद्वान् व्यक्ति थे। माधव श्रीहरि अणे लोकमान्य तिलक से अत्यधिक प्रभावित थे। ये कुछ समय तक ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ के सदस्य भी रहे। गाँधी जी के ‘नमक सत्याग्रह’ के समय इन्होंने भी जेल की सज़ा भोगी। 1943 से 1947 ई. तक ये श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त भी रहे। आज़ादी प्राप्त करने के बाद इन्हें बिहार का राज्यपाल भी बनाया गया था।

विशिष्ट अतिथि यशोदा गुप्ता कटनी मध्यप्रदेश ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया जीवराज नारायण मेहता ( जन्म- 29 अगस्त, 1887 ई., बड़ौदा, गुजरात; मृत्यु- 7 नवम्बर, 1978 ई.) भारत के प्रमुख चिकित्सक और देश सेवक थे। इन्हें गुजरात राज्य का प्रथम मुख्यमंत्री बनने का गौरव प्राप्त हुआ था। मेहता जी अपने विद्यार्थी जीवन से ही बहुत मेधावी और प्रतिभाशाली छात्र थे। इन्होंने अपने विद्यार्थी जीवन में ही ‘इण्डियन एसोसिएशन’ का गठन किया था। यहीं इनका सम्पर्क राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी से हुआ और ये गाँधी जी के सहयोगी बन गये। गाँधी जी अपना हर चिकित्सीय परामर्श डॉस्टर जीवराज मेहता से ही लिया करते थे। गाँधी जी और मेहता जी का यह सम्बन्ध जीवन पर्यन्त बना रहा था।

पुष्पा अग्रवाल प्रांतीय उपाध्यक्ष एवम अध्यक्ष रायपुर इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया के. राधाकृष्णन ( जन्म- 29 अगस्त, 1949, केरल) भारत के शीर्ष वैज्ञानिकों में से एक हैं। वे भारत सरकार के अंतरिक्ष आयोग के अध्यक्ष, अंतरिक्ष विभाग के सचिव और इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) के अध्यक्ष रह चुके हैं। एक तकनीकी-तंत्र विशेषज्ञ, उत्तम वैयक्तिक और अंतर-वैयक्तिक विशेषताओं से युक्त सक्रिय और परिणामोन्मुख प्रबंधक, महत्त्वपूर्ण दृष्टिकोण सहित विदग्ध संस्था-निर्माता, सकारात्मक रवैये सहित एक सक्षम प्रशासक और युवा पीढ़ी में नेतृत्व कौशल प्रदान करने के लिए के. राधाकृष्णन जाने जाते हैं। यह श्रेय पाने वाले वे प्रेरक नेता हैं। अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, उपयोग और अंतरिक्ष कार्यक्रम प्रबंधन में 40 वर्षों से भी अधिक विस्तृत उनका लब्धप्रतिष्ठ कैरियर कई उपलब्धियों से सुसज्जित रहा है।
इन्होंने लिंक बना सभी को जोड़ा और सभी उपस्थित सदस्यो का एक कोलाज बनाया।

भगवती अग्रवाल अध्यक्ष कोरबा इकाई, प्रांतीय मीडिया प्रभारी ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया बिक्रमजीत कंवरपाल (जन्म- 29 अगस्त, 1968; मृत्यु- 1 मई, 2021) हिन्दी फ़िल्मों के अभिनेता थे। उन्होंने कई धारावाहिकों में काम किया था। बिक्रमजीत कंवरपाल एक्टर बनने से पहले भारतीय सेना के अफसर रह चुके थे। उन्होंने आर्मी से रिटायर होने के बाद साल 2003 में अपना एक्टिंग डेब्यू किया। न्होंने ‘पेज 3’, ‘रॉकेट सिंह: सेल्समैन ऑफ द ईयर’, ‘आरक्षण’, ‘मर्डर 2’, ‘2 स्टेट्स’ और ‘द गाजी अटैक’ जैसी फिल्मों में अभिनय किया। फिल्मों के अलावा बिक्रमजीत कंवरपाल ने टेलीविजन धारावाहिकों, जैसे- ‘दीया और बाती हम’, ‘ये हैं चाहतें’, ‘दिल ही तो है’ आदि में प्रमुख भूमिकाएं निभाईं।

डिंपल अग्रवाल अध्यक्ष सरिया इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया मेजर मनोज तलवार (जन्म- 29 अगस्त, 1969, मुज़फ़्फ़रनगर; शहादत- 13 जून, 1999, जम्मू-कश्मीर) भारतीय सेना के जाबांज सैनिकों में से एक थे। ऐसे वीर सपूत कम ही पैदा होते हैं, जो देश की खातिर अपना सर्वस्व न्योछावर कर देते हैं। ऐसे ही वीर सपूत थे मुज़फ़्फ़रनगर के मेजर मनोज तलवार। जून, 1999 को जब देश के दुश्मनों ने अपने नापाक इरादों से हमला किया, तो मनोज तलवार अपने साथियों के साथ शत्रुओं को करारा जवाब दे रहे थे। 13 जून को कारगिल में दुश्मनों को ढेर करने के बाद टुरटक की पहाड़ियों पर तिरंगा लहराने के बाद वे शहीद हो गए। मेजर मनोज तलवार को मरणोपरांत ‘वीर चक्र’ से सम्मानित किया गया।

तारा बेरीवाल अध्यक्ष रायगढ़ इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया बनारसी दास गुप्ता (जन्म- 5 नवम्बर, 1917, हरियाणा; मृत्यु- 29 अगस्त, 2007) हरियाणा राज्य के भूतपूर्व मुख्यमंत्री थे। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी होते हुए सामाजिक, राजनीतिक एवं सार्वजनिक जीवन को अपने अंदाज़ में जिया। बनारसी दास गुप्ता हिन्दी भाषा के पक्षधर और यथार्थवादी आदर्श जननायक थे। उन्होंने राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता को मजबूत बनाकर हरियाणा की प्रगति में अपना बहुमूल्य योगदान दिया था।

मंजू गोयल अध्यक्ष अंबिकापुर इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया काज़ी नज़रुल इस्लाम (जन्म- 24 मई, 1899, पश्चिम बंगाल; मृत्यु- 29 अगस्त, 1976, बांग्लादेश) प्रसिद्ध बांग्ला कवि, संगीत सम्राट, संगीतज्ञ और दार्शनिक थे। उन्हें वर्ष 1960 में साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में योगदान के लिए ‘पद्म भूषण’ से सम्मानित किया गया था। नज़रुल ने लगभग तीन हज़ार गानों की रचना की और साथ ही अधिकांश को स्वर भी दिया। इनके संगीत के आजकल ‘नज़रुल संगीत’ या “नज़रुल गीति” नाम से जाना जाता है।

सरला लोहिया अध्यक्ष राजनांदगांव ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया मनुभाई पाँचोली (जन्म- 15 अक्टूबर, 1914; मृत्यु- 29 अगस्त, 2001) गुजराती भाषा के उपन्यासकार, लेखक, शिक्षाविद और राजनीतिज्ञ थे। उन्हें ‘सरस्वती सम्मान’ से सम्मानित किया गया था। मनुभाई पाँचोली अपने उपनाम ‘दर्शक’ से भी जाने जाते हैं।

कुसुम अग्रवाल प्रांतीय सह कोषाध्यक्ष ने अपनी अभिव्यक्ति में चतुर्मास, पर्युषण पर्व, सोमवार का महात्म पूजा विधि और पौराणिक कथा बताई।

शीतल लाठ अध्यक्ष बिलासपुर इकाई ने सभी अतिथियों और सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।

उपमा अग्रवाल प्रांतीय संयोजक बेटी मेरी शान ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर आभार प्रदर्शन कर उनके उद्बोधन को ज्ञानवर्धक बताया।

सपना सराफ संयोजिका बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ ने सभी सदस्यो को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और प्रस्तुति के लिए हृदय से आभार व्यक्त किया जिनके प्रस्तुति फलस्वरूप सफल आयोजन संभव हो पाया।

सुलोचना धनावत प्रचार प्रसार प्रभारी ने संपूर्ण विश्व कल्याण की भावना से कल्याण मंत्र द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया।

कार्यक्रम में नंदिनी चौधरी, अंशु केडिया, सोनल सिंघानिया, आशा बेरीवाल, एहसान जिंदल, ज्योत्सना लाठ, कीर्ति अग्रवाल, शीतल लाठ, कुसुम अग्रवाल, लक्ष्मी अग्रवाल, प्रतिमा गुप्ता, रेखा गर्ग, पारबती अग्रवाल, उषा कलानोरिया, तारा बेरीवाल, सुनील मित्तल, शिव कलानोरिया, शीतल लाठ, लीला देई सोनल सिंघानिया, भगवती अग्रवाल, सबिता अग्रवाल, राजकुमारी गुप्ता, पूजा अग्रवाल, अंशु अग्रवाल, आशा बेरीवाल, डिंपल अग्रवाल, कीर्ति अग्रवाल, पूजा अग्रवाल, किरण अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, निमिषा गोयल, परबती अग्रवाल, पूजा अग्रवाल, प्रतीक अग्रवाल, सरिता अग्रवाल, सबिता अग्रवाल, सरिता चिरपाल, अंजू केडिया, प्रतीक बेरीवाल, पुष्पा अग्रवाल, वंदना अग्रवाल, ज्योत्सना, उषा कलामोरिया, राजकुमारी गुप्ता, प्रतिमा गुप्ता, यशोदा गुप्ता, पुष्पा अग्रवाल, सोनल सिंघानिया, शिवांश अग्रवाल, लक्ष्मी अग्रवाल, किरण मित्तल ने अपनी अभिव्यक्ति और प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।