अग्र मंगल पाठ के साथ 30 ऑनलाइन निशुल्क प्रतियोगिताओं के आगाज के साथ अग्रसेन जयंती की शुरुआत
अग्र मंगल पाठ का आयोजन कर महाराजा अग्रसेन के जीवन व कार्यों को किया जीवंत प्रतिदिन विगत साढ़े उन्नईस माह से आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम द्वारा प्रयासरत अंतराष्ट्रीय अग्रवाल मंच
अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा गूगल मीट पर विगत साढ़े उन्नईस माह से प्रतिदिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की श्रृंखला में 13 सितंबर 2022 बुधवार को चतुर्मास, पितृपक्ष, अग्र मंगल पाठ, विश्व प्रथम वायु दिवस, हिंदी दिवस, लॉर्ड विलियम बैन्टिक, गोपालदास परमानंद सिप्पी, राम जेठमलानी, राजकुमार कोहली, जानी दुश्मन की जन्म तारीख और संराल्फ रसेल की जन्म तारीख और की निधन तिथि पर आयोजित कार्यक्रम।
कार्यक्रम का श्री गणेश डॉ अनीता अग्रवाल ने अपने निवास स्थान पर भगवान दरबार में रोली अक्षत का तिलक लगा श्री फल चढ़ा माल्यार्पण कर मंत्रोच्चार से दीप प्रज्वलित कर राष्ट्रगान से किया।
उन्होंने अपने आतिथ्य उद्बोधन में सभी अतिथियों और सदस्यों का स्वागत किया। उन्होंने पितृपक्ष महापर्व पर सबको बधाई दी और मंच पर पहली बार महाराजा अग्रसेन के अग्र मंगल पाठ आयोजन पर विशेष प्रार्थना की कि है देवता आप अपना आशीर्वाद का कवच प्रदान कर आपके बताए मार्ग पर अग्रसर हो पृथ्वी पर सतयुग की परिकल्पना जीवंत हो।
उन्होंने बताया दो सप्ताह भर चलने वाली अग्रसेन जयंती की शुरुआत आज अग्र मंगल से शुरुआत किया।मंच पर पहली बार अगर मंगल पाठ का आयोजन किया गया सभी ने हरशोलास से पूरी श्रद्धा से सहभागिता निभाई। अग्र मंगल पाठ के बाद ऑनलाइन लगभग 30 निशुल्क प्रतियोगिताओं का किया आगाज। सभी विजेताओं को प्रशस्ति पत्र द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा।
संपूर्ण विश्व में अग्रवाल समाज एक प्रतिष्ठित स्थान रखता है सदा सेवा भाव, समाज उत्थान, समाज की एकता, भाईचारे, बंधुत्व के लिए जाने जाते है। अग्रसेन जयंती मानने के समय संपूर्ण अग्रवाल समाज का प्रदर्शन जोश देखते ही बनता है।
उन्होंने अग्र समाज के इतिहास पर रोशनी डालते हुए बताया कि महाभारत काल में श्री कृष्ण के प्रोत्साहन पर श्री अग्रसेन महाराज ने अग्र समाज की स्थापना की। इस धर्म युद्घ में पांडवों का साथ देकर धर्म युद्घ में एक महान भूमिका निभाई
उषा कलानोरिया अध्यक्ष बारादवार इकाई ने पितृपक्ष में पितरों के प्रति अपनी भावनाओं की अभिव्यक्ति प्रस्तुति, भजन गायन, अग्र मंगल पाठ कार्यक्रम व प्रतियोगिताओं की रूपरेखा बनाई।
सिया अग्रवाल भामाशाह अवॉर्डी ने लिंक बना सभी को ज्वाइन करवा कुशल संचालन करते हुए अग्र मंगल पाठ प्रारंभ का उद्घोष किया।
उन्होंने बारी बारी से सभी को अनुशासित रूप से बड़े सम्मान के साथ प्रस्तुति के लिए आमंत्रित किया।
गणेश वंदना कीर्ती अग्रवाल पितर वंदना तारा बेरीवाल गुरु वंदना मंजू गोयल, रेणु गर्ग ने महाराजा अग्रसेन जी का, बबिता गोस्वामी ने लक्ष्मी माता का भजन प्रस्तुत किया।
कुसुम अग्रवाल ने रेणु गर्ग का, पुष्पा अग्रवाल ने संगीता गोस्वामी का संक्षिप्त जीवन परिचय प्रस्तुत किया।
हेमलता मित्तल ने पुष्प गुच्छ भेट कर स्वागत गीत से अतिथियों का स्वागत कर दोनो मंगल वाचक को अग्र मंगल पठन के लिए मंच पर आमंत्रित किया।
अग्र मंगल कथा वाचक रेणु गर्ग अंबिकापुर और बबिता गोस्वामी मंगल पाठ गायिका ने अपने निज निवास पर भगवान अग्रसेन माता माधवी का दरबार सजा कर दीप प्रज्वलित कर उन्होंने आह्वान भजन गाकर अग्र मंगल का पाठ प्रारंभ किया।बीच बीच में भजनों की झड़ी लगा सभी उपस्थित सदस्यो को भक्ति की अमृत धारा में भिगो थिरका दिया।
सभी ने झूम झूम कर अग्रसेन चरित्र का दैनिक जीवन में अनुसरण करने की प्रतिज्ञा ली।
सिया अग्रवाल और हेमलता मित्तल ने अग्र मंगल का पूरा पाठ पूरी भक्ति श्रद्धा से संपन्न किया।
आरती सिया अग्रवाल ने गया तारा बेरीवाल ने अपने स्थान पर मां लक्ष्मी अग्रसेन जी की आरती की। पुष्पांजलि हेमलता मित्तल द्वारा गा क्षमा याचना की गई। तारा बेरीवाल द्वारा मिष्ठान, फल का भोग गाकर लगाया गया। सभी ने आरती लिया और भोग प्रसाद ग्रहण किया गया।
मुख्य अतिथि नंदिनी चौधरी ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया 14 सितंबर को हिंदी के महान साहित्यकार व्यौहार राजेंद्र सिंह का जन्मदिन भी है। यह वजह भी है कि इस दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। हिंदी को विशेष दर्जा दिलवाने में गोविंद दस, हजारीप्रसाद द्विवेदी, काका कालेलकर और मैथिलीशरण गुप्त का अहम योगदान रहा है।
साल 1918 में महात्मा गांधी ने एक हिंदी साहित्य सम्मेलन के दौरान हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए कहा था। बता दें, गांधी जी हिंदी को जनमानस की भाषा कहते थे. उनका हिंदी से खास लगाव था।
विशिष्ट अतिथि कमलेश बोंदिया ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन हिंदी भाषा के महत्व को पहचानता है और युवा पीढ़ी को इसका अधिक बार उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करता है। दुनिया भर में लगभग 120 मिलियन लोग दूसरी भाषा के रूप में हिंदी बोलते हैं, और 420 मिलियन से अधिक लोग इसे अपनी मातृभाषा के रूप में बोलते हैं।
विशिष्ट अतिथि पूजा अग्रवाल ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया हिंदी दिवस 14 सितंबर को मनाया जाता है क्योंकि इस दिन भारत की संविधान सभा ने 1949 में देवनागरी लिपि में लिखी गई हिंदी को भारत गणराज्य की आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया था।
विशिष्ट अतिथि रंजना गर्ग ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया रॉल्फ रसेल ग़ालिब के प्रख्यात विशेषज्ञ एवं उर्दू के विद्वान राल्फ रसेल का लंदन के ट्रिनिटी अस्पताल में रविवार १४ सितंबर को निधन हो गया। वह ९० वर्ष के थे। रसेल लंदन विश्वविद्यालय में अतिथि प्रोफेसर भी रह चुके थे। उन्होंने १९६८ में मुगल शायरों मीर तकी मीर, सौदा तथा मीर हसन पर किताब लिखी थी। उन्होंने गालिब लाइफ एवं लेटर नामक किताब से ख्याति मिली थी। वर्ष २००० में भी उन्होंने द फेमस गालिब नामक पुस्तक लिखी। उसके अलावा ए परस्यूट ऑफ उर्दू लिटरेचर नामक किताब भी लिखी थी।
कीर्ती अग्रवाल ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया राम जेठमलानी (जन्म : 14 सितम्बर 1923 – मृत्यु : 8 सितम्बर 2019) एक सुप्रसिद्ध भारतीय वकील और राजनीतिज्ञ थे। 6ठी व 7वीं लोक सभा में वे भारतीय जनता पार्टी से मुंबई से दो बार चुनाव जीते थे। बाद में अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार में केन्द्रीय कानून मन्त्री व शहरी विकास मन्त्री रहे थे। किसी विवादास्पद बयान के चलते उन्हें जब भाजपा से निकाल दिया था तो उन्होंने वाजपेयी के ही खिलाफ लखनऊ लोकसभा सीट से 2004 का चुनाव लड़ा था किन्तु हार गये। 7 मई 2010 को उन्हें सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन का अध्यक्ष चुना गया था। 2010 में उन्हें फिर से भाजपा ने पार्टी में शामिल कर लिया था और राजस्थान से राज्य सभा का सांसद बनाया। राम जेठमलानी उच्च प्रोफाइल से सम्बन्धित मामलों के मुकदमे की पैरवी करने के कारण विवादास्पद रहे और उसके लिए उन्हें कई बार कड़ी आलोचना का सामना भी करना पड़ा था। यद्यपि वे उच्चतम न्यायालय के सबसे महँगे वकील थे इसके बावजूद उन्होंने कई मामलों में नि:शुल्क पैरवी की। दिनांक 8 सितम्बर 2019 को स्वास्थ खराब होने के कारण उनका निधन हो गया।
भगवती अग्रवाल अध्यक्ष कोरबा इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया गोपालदास परमानंद सिप्पी (14 सितंबर 1915 – 25 दिसम्बर 2007) हैदराबाद, सिंध में पैदा हुए भारतीय हिन्दी फ़िल्मों के निर्माता और निर्देशक थे। वह सीता और गीता (1972), शान (1980), सागर (1985), राजू बन गया जेंटलमैन और उनकी अमर कृति (उनके बेटे रमेश सिप्पी के साथ) शोले जैसी कई लोकप्रिय बॉलीवुड ब्लॉकबस्टर बनाने के लिए जाने जाते हैं।
पुष्पा अग्रवाल प्रांतीय उपाध्यक्ष ने अभिव्यक्ति में अग्रसेन महाराज के जीवन पर सरल भाषा में प्रकाश डाला।सभी उपस्थित सदस्यो के फोटो का कोलाज बनाया।
तारा बेरीवाल अध्यक्ष रायगढ़ इकाई ने अपनी अभिव्यक्ति में बताया आज के ही दिन विगत वर्षो में घटित मुख्य घटनाओं पर प्रकाश डाला।
उपमा अग्रवाल प्रांतीय संयोजिका बेटी मेरी शान ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किया।
सुलोचना धनावत प्रचार प्रसार प्रभारी ने सभी अतिथियों और सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
प्रतिमा गुप्ता भाटापारा ने विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया।
कार्यक्रम में नंदिनी चौधरी, मनीषा मित्तल, कमलेश बोंदिया, सिया अग्रवाल, हेमलता मित्तल, रेखा गर्ग, किरण अग्रवाल, किरण मित्तल,वर्षा अग्रवाल, रेणु अग्रवाल, वंदना अग्रवाल, राजबाला गर्ग, मधु अग्रवाल, अंशु अग्रवाल, मोनिका अग्रवाल, भगवती अग्रवाल, उषा कलानोरिया, उषा अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, सुलोचना धनावत, तारा बेरीवाल, आशा बेरीवाल, मीना अग्रवाल, लक्ष्मी अग्रवाल, निमिषा गोयल, प्रतिमा गुप्ता, राजकुमारी गुप्ता, उषा कलानोरिया, सरिता अग्रवाल, सरिता गोयल, संगीता हरतलिका,नीरू अग्रवाल, सीमा बंसल, सीमा गोयल, सीमा अग्रवाल, सुमन अग्रवाल, सुमन बंसल, हेमलता मित्तल, हेमलता गोयल, मंजू गोयल, मंजू अग्रवाल, मीना गोयल, मीना अग्रवाल ने अपनी अभिव्यक्ति और प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।
